गिलगीट-बाल्टिस्थान पर भारत कब्जा करें – मानव अधिकार आयोग के सामने गिलगिट-बाल्टिस्थान के कार्यकर्ताओं ने रखी मांग

जेनीवा – भारत कश्मीर में मानव अधिकारों का हनन कर रहा है, यह चिल्लाहट कर रहे पाकिस्तान को काफी बडा झटका लगा है| पीओके का हिस्सा होनेवाले गिलगिटबाल्टिस्तान के हक के लिए लड रहे सेंगे सेरिंग ने गिलगिटबाल्टिस्तान यह भारत का हिस्सा है यह कहकर भारत इस क्षेत्र पर कब्जा करें, यह निवेदन भी किया है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार आयोग के सामने सेरिंग ने यह मांग रखी और पाकिस्तान के आतंक से वहां की जनता को राहत दे, यह मांग भी रखी|

गिलगिटबाल्टिस्तान की जनता को पाकिस्तानी सेना से पुरस्कृत आतंकवाद से काफी बडा खतरा बना है| असल में इस क्षेत्र पर पाकिस्तान का हक नही है| लद्दाख का हिस्सा होनेवाला यह क्षेत्र भारत का है और इसपर अब भारत को नियंत्रण स्थापित करना होगा, ऐसी जोरदार मांग सेरिंग ने रखी है| पाकिस्तान ने जम्मूकश्मीर पर हमला करने के बाद ७० वर्ष पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ ने किए बिनती पर भारत ने अपने इस क्षेत्र से सेना पीछे हटाई थी, यह याद सेरिंग ने ताजा की

पर, पाकिस्तान गिलगिटबाल्टिस्तान को अपना क्षेत्र समझ रहा है और वह सभी मायने में गलत है| इसी वजह से पाकिस्तान के इस विस्तारवाद से हमें रिहा करें और हमें भारत में शामिल करवाए, यह बात सेरिंग ने कही है| गिलगिटबाल्टिस्तान में पाकिस्तान के विरोध में जो कोई शांति के राह पर प्रदर्शन कर रहा है, उन्हें अगवाह किया जाता है| इतना ही नही, बल्कि कुछ लोगों को आर्थिक बहिष्कार का सामना करना पड रहा है| इस तरह से स्थानिय लोगों का संहार करना पाकिस्तान ने शुरू किया है, ऐसा गंभीर आरोप सेरिंग ने किया|

संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार आयोग ने पीछले कुछ दिनों से भारत पर गंभीर आरोप रखें थे| भारत ने पारित किएसीएएकानून का मानव अधिकार आयोग ने विरोध किया है और भारत की सर्वोच्च अदालत अपनी दलील सूनें, यह निवेदन मानव अधिकार आयोग ने रखी है| साथ ही जम्मूकश्मीर में भारत मानव अधिकारों का हनन कर रहा है, यह आरोप आयोग ने रखा है| पर, मानव अधिकार आयोग की विरोधी भूमिका पर भारतीय विदेशमंत्री ने कडे शब्दों में फटकार लगाई है|

विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने जम्मूकश्मीर के मुद्दे पर मत प्रदर्शित कर रहा मानव अधिकार आयोग पीओके में जारी गतिविधियों पर ध्यान देने के लिए तैयार नही है| साथ ही पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद के बारे में मानव अधिकार आयोग बात करने के लिए भी तैयार नही है|?आयोग के इस दोगले पन पर विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने सवाल किया है| इस पृष्ठभूमि परइन्स्टिट्यूट ऑफ गिलगिटबाल्टिस्तान स्टडीज्के संचालक सेंगे एच. सेरिंग ने मानव अधिकार आयोग को आईना दिखाया है|

पाकिस्तान में पश्तू जनता पर अत्याचार हो रहे है, यह बात भी मानव अधिकार परिषद में स्पष्ट हुई है| पश्तू जनता का संहार पाकिस्तान कर रहा है, ऐसे नारे देकर मानव अधिकार आयोग की इमारत के बाहर पश्तू कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किए|

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