‘सार्क’ के विकास के लिए भारत रुकावट बना है : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार का इल्ज़ाम

इस्लामाबाद, दि. २८ : ‘सार्क’ के विकास के लिए भारत ही बाधा बना हुआ है, ऐसा इल्ज़ाम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अझिज ने लगाया है| ‘दक्षिण एशियाई देशों के विकास के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है| इसके लिए सार्क की बैठक का आयोजन करने के लिए भी पाकिस्तान उत्सुक है| लेकिन भारत इसके आड़े आ रहा है’ ऐसा आरोप अझिज ने किया|

 भारतपिछले साल, भारत समेत अफगानिस्तान, बांगलादेश, भूतान, श्रीलंका और नेपाल ने ‘सार्क’ परिषद का बहिष्कार किया था, जिससे इस परिषद को रद करने की नौबत पाकिस्तान पर आई थी| इस वजह से दक्षिण एशियाई क्षेत्र में पाकिस्तान एकाकी पड़ चुका था| जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय जवानों पर हुए आतंकी हमले का असर इस्लामाबाद में आयोजित की गयी परिषद पर हुआ था, ऐसा दिखाई दे रहा था| इसीलिए सदस्यदेशों ने ठोस नीति अपनाते हुए इस परिषद में शामिल न होने का निर्णय लिया था|

फिलहाल ‘सार्क’ का महासचिव पद नेपाल के पास है| अर्जुन बहादूर थापा ‘सार्क’ के महासचिव हैं और उनका कार्यकाल फरवरी महीने में खत्म हो रहा है| ‘सार्क’ की प्रक्रिया के अनुसार, यह ‘महासचिव’ पद ‘सार्क’ के सदस्यदेशों के पास बारी बारी से आता रहता है| नेपाल के बाद पाकिस्तान के पास यह सचिवपद आनेवाला है| इस पद के लिए पाकिस्तान के विदेशविभाग के विशेष सचिव हमजद हुसेन सियाल का नाम पाकिस्तान ने पिछले साल मार्च में रखा था| नवंबर में ‘सार्क’ की बैठक में उनके नाम पर मुँहर लगनेवाली थी| लेकिन बैठक खारिज होने की वजह से यह प्रक्रिया ही रुकी हुई है| इस पृष्ठभूमि पर, दो दिन पहले ‘सार्क’ के महासचिव अर्जुन बहादूर थापा ने पाकिस्तान की यात्रा की थी| थापा के साथ हुई चर्चा के बाद अझिज ने, ‘सार्क’ बैठक को रद करना पड़ा होने का इल्ज़ाम भारत पर लगाया|

‘सार्क’ संगठन की ध्येय-नीतियों को पूरा करने में यह संगठन नाकाम हुआ है| इसके लिए चुनौतियाँ और बाधाएँ कारणीभूत हैं, ऐसा कहते हुए उन्होंने इसके लिए भारत को ज़िम्मेदार ठहराया है| पाकिस्तान जल्द ही ‘सार्क’ की बैठक का आयोजन करेगा, ऐसी उम्मीद अझिज ने जताई है| लेकिन अफगानिस्तान और बांगलादेश ने, पाकिस्तान की आतंकवादी नीति के खिलाफ़ अपनाई ठोस भूमिका को देखते हुए, पाकिस्तान को इस परिषद का आयोजन करने का अवसर मिलेगा, यह बात नामुमक़िन लग रही है|

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