पाकिस्तान के विरोध में भारत के पास बहुत विकल्प है – लष्कर प्रमुख जनरल रावत की चेतावनी

नवी दिल्ली – जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के मनसूबे कभी सफल नहीं होंगे। पाकिस्तान को भी यह अच्छी तरह मालूम है, फिर भी कभी तो सफलता मिलेगी इस आशा से पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में चेतावनीखोर कार्रवाईया कर रहा है। पर पाकिस्तान ने यह कार्रवाईया नहीं रोकी, तो भारत के सामने अन्य विकल्प है, ऐसा पाकिस्तान ने ध्यान में लेना चाहिए ऐसी कड़ी शब्दों में लष्कर प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है।

जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की कार्रवाईया बढ़ी है और नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी घुसाने के पाकिस्तानी लष्कर के प्रयत्न तीव्र हो रहे हैं। उस समय इस राज्य में विद्रोहियों से हाथ मिलाकर भारतीय जवानों पर पत्थर फेंकने की घटनाएं सामने आ रही है। जिसमें जवान राजेंद्र सिंग शहीद हुए हैं। अनंतनाग के बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा किए जानेवाले रास्ते निर्माण के काम को सुरक्षा प्रदान करने वाले पथक में राजेंद्र सिंग तैनात थे। वह शहीद होने के बाद जनता से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है। लष्कर प्रमुख जनरल रावत ने राजेंद्र सिंग शहीद होने पर पत्थरबाजी करने वाले विद्रोहियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। उस समय उनके पीछे होने वाले पाकिस्तान को भी लष्कर प्रमुख जनरल रावत ने योग्य शब्दों में समझाया है।

१९४७ वर्ष में स्थानीय टोलियों के वेश में जम्मू कश्मीर पर अतिक्रमण करनेवाले पाकिस्तान के सैनिकों को सफल रूप से बाहर खदेड़ने की याद के तौर पर २८ अक्टूबर यह दिन इन्फेंट्री डे मनाया जाता है। लष्कर के इस इन्फेंट्री डे के निमित्त से दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लष्कर प्रमुख ने माध्यमों से संवाद किया है।

शहीद जवान राजेंद्र सिंग अनंतनाग के बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा किए जाने वाले रास्ते के काम को सुरक्षा प्रदान करने वाले पथक में तैनात थे। राजेंद्र सिंग एवं अन्य सैनिक वहा रास्ता निर्माण का काम कर रहे थे, जिसकी तरफ रावत ने ध्यान केंद्रित किया है। उनपर पत्थर फेंकने वालों को आतंकवादी क्यों न माना जाए, ऐसा सवाल उस समय लष्कर प्रमुख बिपिन रावत ने पूछा है।

पत्थर फेंकनेवाले यह दूसरे कोई न होकर आतंकवादी संघटना के ही सहायक है। वह इस प्रकार से हमला करते रहेंगे तो उनपर आतंकवादियों जैसे ही कार्रवाई होनी चाहिए, ऐसा लष्कर प्रमुख ने उस समय कहा है। तथा उसके पीछे पाकिस्तान का षड्यंत्र होने के संकेत लष्कर प्रमुख ने दिए हैं। बांगलादेश में मुक्ति संग्राम के समय जैसी स्थिति निर्माण हुई थी, वैसी स्थिति जम्मू कश्मीर में निर्माण करने का षड्यंत्र पाकिस्तान ने रचा है। पर इसमें पाकिस्तान कभी भी सफल नहीं हो सकता पाकिस्तान को यह अच्छी तरह मालूम है। फिर भी वह इस बारे में झूठी आशा लेकर बैठा है, इसकी वजह से जम्मू कश्मीर में विकास रोककर अराजक फैलाने का मार्ग पाकिस्तान ने चुना है, ऐसा जनरल रावत का कहना है।

पाकिस्तान का यह षड्यंत्र कभी भी सफल नहीं होगा। पाकिस्तान के विरोध में उपयोग के लिए भारत के पास अनेक विकल्प है, यह पाकिस्तान ध्यान में रखें, ऐसे शब्दों में लष्कर प्रमुख ने पाकिस्तान को एक और बार चेतावनी दी है। पिछले कई महीनों से भारतीय लष्कर पाकिस्तान की कार्रवाइयों को मुंहतोड़ प्रति उत्तर दे रहा है। साथ ही जम्मू कश्मीर के बारे में किए जानेवाले पाकिस्तान के गैर प्रचार को भी भारतीय लष्कर से उत्तर दिया जा रहा है। उसका दाखिला देकर पाकिस्तान के सामरिक विश्लेषक एवं माध्यम भारत पर युद्धखोरी का आरोप करने लगे हैं। इससे पहले भारतीय लष्कर ने पाकिस्तान के विरोध में इतनी आक्रामक भूमिका नहीं ली थी, ऐसा विश्लेषक और पाकिस्तानी माध्यमों का कहना है।

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