‘सप्लाई चेन’ का विकल्प देने के लिए भारत-जापान-ऑस्ट्रेलिया हुए सक्रिय

नई दिल्ली – भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार क्षेत्र में चीन को चुनौती देने के लिए तेज़ गतिविधियां शुरू की हैं। उत्पादनों से संबंधित भरोसेमंद ‘सप्लाई चेन’ का निर्माण करने की कोशिशों के तहत, व्यापार और निवेश में हो रहीं बाधाएँ दूर करने के लिए स्वतंत्र प्रावधान करने के संकेत इन देशों से प्राप्त हुए हैं। ‘सप्लाई चेन रेझिलियन्स इनिशिएटिव्ह’ (एससीआरआय) का प्रावधान किया जा रहा हैं और इसके लिए ‘ट्रैक १.५ डायलॉग’ को अंतिम स्वरूप देने की तैयारी शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की। इसी पृष्ठभूमि पर जापान ने अपनी दो कंपनियों को, चीन में स्थापित उनके कारखाने भारत में स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता देने के संकेत दिए हैं।

‘सप्लाई चेन’

कुछ महीने पहले भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्रियों की बैठक हुई थी। इस दौरान जापान ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में ‘सप्लाई चेन’ विकसित करने का प्रस्ताव रखा था। इस पर तीनों देशों की सहमति हुई थी। इन तीनों देशों ने ‘सप्लाई चेन’ के लिए १० उत्पादन और सेवाओं की सूचि तय की है। इससे पहले जापान ने शुरू किए ‘आसियान-जापान इकॉनॉमिक रेझिलियन्स ऐक्शन प्लैन’ और ‘इंडिया-जापान इंडस्ट्रियल कॉम्पिटिटिव्हनेस पार्टनरशिप’ की योजनाओं के आधार पर, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का स्वतंत्र दायरा तय करने के संकेत भी दिए थे। चीन को आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के लिए और चीनी उत्पादनों पर बनी निर्भरता कम करने के लिए यह निर्णय किया गया था।

‘सप्लाई चेन’

मुक्त माहौल में पारदर्शी व्यापार एवं निवेश करने का मुख्य उद्देश्‍य इन तीनों देशों ने सामने रखा हैं। ‘सप्लाई चेन’ तैयार करते समय औद्योगिक पार्क का निर्माण, व्यापार और निवेश में आनेवालीं बाधाएँ दूर करने की यंत्रणा, व्यापार संबंधित कागज़ातों का डिजिटलायझेशन, व्यापार के लिए समुद्री एवं हवाई मार्ग की सुविधा बढ़ाने जैसें मुद्दों पर स्वतंत्र दायरे के माध्यम से जोर दिया जायेगा। इस दायरे में ‘ट्रैक १.५ डायलॉग’ का समावेश है और इसके तहत उद्योग क्षेत्र और शिक्षा संस्थाओं को शामिल करने पर भी विचार होने की बात कही जा रही है।

इसी बीच जापान ने, चीन से बाहर निकल रहीं टोयोटा-त्सुशो और सुमिदा इन कंपनियों को, भारत में कारखाने स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता देने के संकेत दिए हैं। कुछ महीने पहले जापान ने चीन से बाहर निकल रहीं कंपनियों के लिए सहायता देने की योजना घोषित की थी। गुरुवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की, वैश्‍विक स्तर के निवेशकों के साथ बैठक हुई। इस बैठक के बाद जापानी निवेशकों के साथ स्वतंत्र चर्चा भी हुई। इसी बीच जापानी सूत्रों ने, दो कंपनियों को सहायता प्रदान करने के संकेत दिए हैं। जापान की दो कंपनियों में से टोयोटा-त्सुशो कंपनी भारत में ‘रेअर अर्थ’ खनिजों से संबंधित कारखाना स्थापित करेगी, यह कहा जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.