भारत की बांग्लादेश में ११ अरब डॉलर निवेश करने की तैयारी

नई दिल्ली/ढाका, दि. २४ : चीन बांग्लादेश पर अपना प्रभाव बढ़ाने के लिये बड़ा निवेश कर रहा है| ऐसे में भारत ने भी बांग्लादेश के सामने ११ अरब डॉलर निवेश का प्रस्ताव रखा है| भारत के विदेशसचिव एस. जयशंकर की दो दिन की बांग्लादेश यात्रा संपन्न हुई| इस यात्रा में उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत आने का न्यौता दिया है| उनकी इस यात्रा में, भारत द्वारा बांग्लादेश में होनेवाले निवेश का ऐलान होगा, ऐसा कहा जाता है|

११ अरब डॉलरचीन बांग्लादेश के साथ अपने संबंध दृढ़ करके, भारत का बांग्लादेश पर का स्वाभाविक प्रभाव कम करने की कोशिश कर रहा है| इसके लिए पिछले साल चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग बांग्लादेश की यात्रा पर आये थे| उस वक्त उन्होंने बांग्लादेश में करीब २४ अरब डॉलर निवेश का ऐलान किया था| उसके बाद चीन ने, बांग्लादेश के साथ संबंध और दृढ़ करने के लिये नियोजित कोशिश शुरू की है, ऐसा दिख रहा है| लेकिन चीन बांग्लादेश में कर रहे निवेश का लाभ लेते समय, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार ने, भारत के साथ दृढ़ संबंध बरक़रार रहेंगे, इस बात के एहतियात बरते हैं, ऐसा दिख रहा है|

भारतीय उपखंड में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन द्वारा ते़ज़ी से निर्णय लिये जा रहे है| ऐसे में भारत चीन को शह देने की कोशिश कर रहा है| चीन और भारत जैसे ताकतवर देशों के बीच के इस संघर्ष का, इस क्षेत्र के देश लाभ उठा रहे हैं, यह बात भी सामने आ रही है| बांग्लादेश की सरकार भी इस संघर्ष का ज़्यादा से ज़्यादा लाभ उठाने के लिये तैयार है| इस कारण, चीन के लगभग २४ अरब डॉलर के निवेश पर भारत ने दिए तक़रीबन ११ अरब डॉलर के निवेश का भी बांग्लादेश द्वारा स्वागत किया जा रहा है, ऐसा दिख रहा है|

भारत ने व्यापक दृष्टि दिखाकर, बांग्लादेश के साथ रहनेवाले सीमाविवाद का हल निकालने के लिए पहल की थी, इसका एहसास हाल ही में बांग्लादेश में सत्ता पर आयी सरकार को है| इसके साथ ही, बांग्लादेश की सरकार का तख़्ता पलटने के लिए चल रहीं चरमपंथियों की कोशिश भारत की सहायता से नाक़ाम की जा रही है| इस कारण बांग्लादेश की सरकार भी, अपनी भूमि से भारतविरोधी गतिविधियाँ करनेवाले आतंकवादी गुटों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है| इसके कारण ईशान्य भारतीय राज्यों में शांति और स्थिरता स्थापित करना भारत के लिए आसान हो रहा है|

दोनो देशों के बीच का यह सहयोग और भी मज़बूत करने के लिए भारत ने बांग्लादेश में निवेश बढ़ाने की तैयारी की है, ऐसा दिखायी दे रहा है| बांग्लादेश में ऊर्जा और ईंधन क्षेत्र में, साथ ही बंदरगाह क्षेत्र में ११ अरब डालर के निवेश का प्रस्ताव यह उसी का हिस्सा सबित होता है| इसी दौरान, भारत के विदेश सचिव जयशंकर और बांग्लादेश के विदेश सचिव हक इन दोनो के बीच हुई चर्चा में, प्रधानमंत्री हसिना की अप्रैल महीने में नियोजित भारतयात्रा पर चर्चा हुई| साथ ही, विदेशसचिवों की इस चर्चा में, बांग्लादेश की सीमारेखा से होनेवाली मादक पदार्थों और नकली नोटों की तस्करी का मसला भी उपस्थित किया गया|

बांग्लादेश के प्रधानमंत्री की यह भारतयात्रा भारत के लिए सामरिक रूप से महत्त्वपूर्ण साबित होगी| बांग्लादेश, भूतान, भारत और नेपाल (बीबीआयएन) मोटर व्हेईकल ऍग्रीमेंट, भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण है| इस महत्त्वाकांक्षी प्रकल्प पर भी प्रधानमंत्री हसीना की यात्रा में विस्तारपूर्वक चर्चा होगी| इसके साथ ही, दोनो देशों के बीच तिस्ता नदी के जल के आवंटन के मसले पर भी चर्चा होनेवाली है|

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