अमरिका से ‘एमक्यू-९ रिपर ड्रोन’ खरीदने के लिए भारत ने जताई रुचि

नई दिल्ली: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प २४ फरवरी के रोज भारत की यात्रा पर पहुंच रहे है| इससे पहले ही अमरिका ने भारत को ‘आयएडीडब्ल्यूएस’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करने का निर्णय किया है| अमरिका के इस निर्णय पर पाकिस्तान ने आपत्ति दर्ज की है| पर, अब भारत ने अमरिका से ‘एमक्यू९ रिपर ड्रोन’ खरीद करने के लिए रुचि दिखाई होने की खबरें प्राप्त हो रही है| इसी ड्रोन के जरिए अमरिका ने ईरान के कमांडर कासेम सुलेमानी को मार गिराया था|

इराक की राजधानी बगदाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर हमला करके अमरिका ने सुलेमानी के काफिले को लक्ष्य किया था| इस हमले में सुलेमानी समेत उनके सहयोगी भी मारे गए थे| इस हमले के लिए अमरिका ने अपनी वायुसेना के ‘एमक्यू९ रिपर ड्रोन’ का इस्तेमाल किया था| इस वजह से कम से कम नुकसान करके शत्रु को सटिकता से लक्ष्य करने की अमरिका ने प्राप्त की हुई क्षमता साबित हुई थी| पिछले तीन दशक से भी अधिक समय से पाकिस्तान के आतंकवाद का सामना कर रहे भारत को ऐसी क्षी क्षमता की बडी जरूरत है|

भारत में आतंकी हरकतें कर रहे आतंकी संगठनों के नेता और दाउद इब्राहिम जैसे ‘आयएसआय’ के हस्तक पाकिस्तान में ही है| वही, पीओके में आतंकी संगठनों के अड्डे भी शुरू है और इन अड्डों पर कार्रवाई करना भारत की सुरक्षा के लिए जरूरी हो रहा है| ऐसी स्थिति में ‘एमक्यू९ रिपर ड्रोन्स’ भारत के लिए काफी अहम भूमिका निभा सकते है| इसमें भी भारत ने आतंकी हमलों को जवाब देने का ऐलान किया है और आगे भी भारत की यही नीति कायम रहेगी, यह संदेशा भी भारत ने पुरी दुनिया को दिया है|

इसी वजह से भारत ने अमरिका से ‘एमक्यूरिपर ड्रोन’ खरीद ने में रुचि दिखाई है और यह ड्रोन प्रदान करने की मांग भी भारत रखेगा, ऐसे दावे हो रहे है| माध्यमों ने सरकारी सूत्रों का दाखिला देकर यह खबर प्रसिद्ध की है| इससे पहले भारत ने अमरिका के सामने ‘प्रिडेटर ड्रोन्स’ देने की मांग रखी थी| इस पर पाकिस्तान ने कडी आपत्ति दर्ज की थी| पर, प्रिडेटर ड्रोन्स से भी ‘एमक्यू९ रिपर’ अधिक प्रभावी साबित होंगे, क्यों की इस ड्रोन के हमलें अधिक सटिक होते है, यह दावा किया जा रहा है|

पर, अभी इस मुद्दे की अधिक जानकारी सामने नही आयी है, फिर भी ‘एमक्यू९ रिपर ड्रोन’ भारत के बेडे में दाखिल होना पाकिस्तान के लिए डरावना साबित हो सकता है| इस एक ड्रोन की किमत लगभग ६.५ करोड डालर्स है| पर, इसकी मारक क्षमता देखे तो भारत यह ड्रोन प्राप्त करने के लिए यकिनन कोशिश करेगा| साथ ही भारत और अमरिका के बीच प्रगत एवं संवेदनशील रक्षा तकनीक के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए समझौता हुआ है और इस वजह से इस ड्रोन के व्यवहार में किसी भी प्रकार की बाधा आने की संभावना नही है|

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