भारत से ८४ देशों को रक्षा सामान का निर्यात

नई दिल्ली – बीते पांच वर्षों के दौरान भारत से बड़ी मात्रा में रक्षा सामान का निर्यात होने की जानकारी केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद नाईक ने लोकसभा में किए गए एक सवाल का जवाब देते समय प्रदान की है। लेकिन, कौनसे देशों को इस रक्षा सामान की आपूर्ति की गई, इसकी जानकारी तय नीति के कारणों से सार्वजनिक करना संभव ना होने की बात नाईक ने स्पष्ट की।

बीते पांच वर्षों के दौरान देश से भारी मात्रा में रक्षा सामान का निर्यात होने लगा है। इस दौरान भारत ने ८४ देशों को रक्षा सामान की आपूर्ति की है। वेपन सिम्युलेटर, टोर्पेडो लोडिंग मैकेनिजम, वॉर्निंग ऐण्ड कंट्रोल सिस्टम, नाईट विजन मोनोक्युलर, कम भार के टोर्पेडो का इस निर्यात में समावेश होने का बयान केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री ने किया।

देश से हो रहे रक्षा सामान के निर्यात में बढ़ोतरी हो, इसमें आसानी हो, इस उद्देश्‍य से केंद्र सरकार ने बीते छह वर्षों में कई अहम निर्णय किए हैं। नीति में सुधार किए गए हैं, इस ओर नाईक ने ध्यान आकर्षित किया। रक्षा सामान की निर्यात बढ़ाने के लिए ‘स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर’ (एसओपी) में भी बदलाव किए गए। निर्यात संभव होनेवाले हथियार और रक्षा सामान की सूचि में भी सुधार किया गया है, यह बात नाईक ने स्पष्ट की। ‘ओपन जनरल एक्सपोर्ट लायसन्स’ (ओजीईएल) संबंधित सरकार ने अधिसूचना जारी की है। इसके ज़रिये इस क्षेत्र के उद्योगों को चुनिंदा सामान के निर्यात के लिए सरकार ने अनुमति प्रदान की है, यह बात भी नाईक ने साझा की।

फ़रवरी में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानकारी प्रदान की थी कि, अगले पांच वर्षों में भारत ने पांच अरब डॉलर्स के रक्षा सामान के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। यह लक्ष्य भारत प्राप्त करेगा, यह विश्‍वास भी रक्षामंत्री ने व्यक्त किया था। वर्ष २०१८-१९ में देश से १०,७४५ करोड़ रुपयों के रक्षा सामान का निर्यात किया गया है। यह निर्यात वर्ष २०१६-१७ में हुए रक्षा सामान के निर्यात की तुलना में सात गुना अधिक थी।

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