‘नो मनी फॉर टेरर’ के लिए भारत पूर्ण रूप से सहयोग करेगा – केंद्रीय गृहराज्यमंत्री

मेलबर्न – लश्कर तोयबाऔरजमात उल दवापर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध लगे हो फिर भी इन आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहीफलाह इन्सानियतअभी भी खुले आम कार्यरत है| आतंकी संगठनों के लिए काम कर रही ऐसी संगठनों पर भी कार्रवाई करना जरूरी है, इस ओर भारत ने ध्यान आकर्षित किया| ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में आयोजितनो मनी फॉर टेररपरिषद में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री जी.किशन रेड्डी ने भारत की यह भूमिका स्पष्ट शब्दों में रखी| आतंकियों को हो रही आर्थिक सहायता रोकने के लिए भारत पुरी तरह से सहयोग करेगा, यह भरौसा भी इस दौरान रेड्डी ने दिया|

ऑस्ट्रेलिया में हो रही इस परिषद के लिए करीबन ६५ देशों के प्रतिनिधि उपस्थित है| इस परिषद मेंइमर्जिंग टेक्नॉलॉजीस् ऍण्ड टेररिझम फायनान्सिंग रिस्कइस विषय पर चर्चासत्र का आयोजन किया गया| इस दौरान बोलते समय जी.किशन रेड्डी ने आतंकवाद के विरोध में भारत ने अपनाई भूमिका स्पष्ट शब्दों में रखी| भारत कई दशकों से सीमा के उस पार से हो रही आतंकवाद की निर्यात का सामना कर रहा है| आतंकवाद के साथ नशिले पदार्थों के निर्यात की समस्या भी भारत के सामने है| नशिले पदार्थों के व्यापार से प्राप्त हो रहा पैसा भारत में आतंकी गतिविधियां करने के लिए पडोसी देश इस्तेमाल कर रहा है, यह आरोप भी इस दौरान रेड्डी ने रखा|

इसके अलावा क्रिप्टोकरन्सी का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए भी हो सकता है, यह कहकर केंद्रीय राज्यमंत्री रेड्डी ने चिंता व्यक्त की| ‘‘आयएसआयएसजैसी खतरनाक आतंकी संगठन इस तरह के प्लैटफॉर्म का एवं डार्क वेब का इस्तेमाल चरमपंथी विचारधारा का प्रसार करने के लिए एवं आतंकियों को शामिल कराने के लिए इस्तेमाल कर रही है| पैसों का आदानप्रदान, हथियारों की खरीद और हमले करने के लिए भी इसका इस्तेमाल हो रहा है, यह बात भारत ने की जांच से स्पष्ट हुई थी| इसी वजह से आतंकियों की आर्थिक सहायता करनेवाले ऐसे माध्यमों के विरोध में भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पुरी तरह से सहायता करने के लिए कटिबद्ध है’, ऐसा रेड्डी ने कहा|

एफएटीएफके मानक के अनुसार भारत इसके विरोध में कार्रवाई करेगा, यह भरौसा भारत के गृहराज्यमंत्री ने इस परिषद के दौरान दिलाया. इस परिषद में किए अपने भाषण की जानकारी देते समय रेड्डी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी लोगों को अब पाकिस्तान आतंकियों की सहायता कर रहा है, यह बात अवगत हुई है, यह दावा भी किया| इस वजह से पाकिस्तान मुश्किलों में फंसा है और अलग थलग हुआ है| चीन भी समय समय पर पाकिस्तान की आतंकी निती पर नाराजगी व्यक्त कर रहा है, इस ओर रेड्डी ने ध्यान आकर्षित किया| इसी बीच अगले वर्ष नो मनी फॉर टेरर की बैठक भारत में आयोजित करने की बात तय हुई है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.