भारत में महीने भर में कोरोना के ६६ लाख मरीज पाए गए

नई दिल्ली/मुंबई  – देश में शुक्रवार सुबह तक के चौबीस घंटों में तीन लाख ८६ हज़ार नये मरीज पाए गए। साथ ही, तीन हज़ार ४९८ लोगों ने दम तोड़ा। चौबीस घंटों में कोरोना के मृतकों की और नए मरीजों की संख्या यही दर्शा रही है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर अब शिखर की ओर जा रही है। आनेवाले १५ से २० दिनों में कोरोना की लहर शिखर को छू लेगी। उसके बाद मरीजों की संख्या कम होना शुरू होगा, ऐसा विशेषज्ञों का दावा है। फिलहाल देश में कोरोना का इलाज कर रहे मरीजों की, संक्षेप में ऍक्टिव्ह केसेस की संख्या ३२ लाख तक पहुँच चुकी है। यह लहर जब शिखर को छू लेगी, उस समय यही ऍक्टिव्ह केसेस की संख्या ३६ से ३७ लाख होगी, ऐसी रिपोर्ट है। इससे स्वास्थ्य यंत्रणा पर तनाव और भी बढ़नेवाला है। देश में अप्रैल महीने में ही ६६ लाख नये मरीज पाए गए हैं।

६६ लाख

देश में कोरोना के मरीजों की संख्या तेज़ रफ़्तार से बढ़ रही है। शुक्रवार रात तक विभिन्न राज्यों ने घोषित की जानकारी को मद्देनज़र रखते हुए, चौबीस घंटों में नये मरीज़ दर्ज होने का और मृतकों का नया उच्चांक स्थापित होने की संभावना है। शुक्रवार को केवल महाराष्ट्र में ही ८२८ लोगों ने कोरोना के कारण दम तोड़ा। साथ ही, ६३ हज़ार नये मरीज दर्ज हुए। मुंबई में ४ हज़ार नये मरीज पाए गए और ८९ मरीज़ों की मृत्यु हुई। नागपुर में ४ हज़ार ६०० नये मरीज दर्ज हुए और ८८ लोगों ने दम तोड़ा। पुणे में चार हज़ार नये मरीज पाए गए और ८७ लोगों की मृत्यु हुई हैं। इनमें से ६२ मृत्यु पुणे शहर में हुईं हैं। नाशिक में ३ हज़ार ७४९ नये मरीज पाए गए होकर, ४० लोगों की मौत हुई है।

महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नए मरीज पाए जा रहे हैं। शुक्रवार को कर्नाटक में ४८ हज़ार २२६ मरीज पाए गए और २१७ लोगों ने दम तोड़ा। उत्तर प्रदेश में ३४ हज़ार ६२६ नये मरीज दर्ज हुए और ३३२ लोगों की मृत्यु हुई। केरल में ३७ हज़ार से अधिक नये मरीज पाए गए।

इसी बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को भी उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। साथ ही, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक भी संपन्न हुई। इस समय कुल मिलाकर देश की कोरोनास्थिति पर और उपायों पर चर्चा की गई। देश में बढ़ रहे ऍक्टिव्ह मरीज़ों की संख्या की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री ने इस समय मंत्रीगुट को आवश्यक निर्देश दिए।

महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। यह लहर अगस्त में आ सकती है, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है। इस महामारी को रोकने के लिए अधिक से अधिक नागरिकों का टीकाकरण महत्वपूर्ण साबित होगा। देश में अगर कोरोना के संकट को मात देनी है, तो ५० प्रतिशत से अधिक नागरिकों का टीकाकरण तेज़ी से पूरा करने की आवश्यकता है, ऐसा विशेषज्ञों ने कहा है।

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