शरणार्थियों के भारत में दाखिल होने की संभावना की पृष्ठभूमि पर भारत- म्यांमार सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई गई

नई दिल्ली/आयझोल – म्यांमार में सेना ने जनतांत्रिक सरकार का तख्तापलट करके देश पर कब्जा करने के बाद, वहाँ पर सेना के विरोध में आम जनता बड़ी मात्रा में प्रदर्शन कर रही है। इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए सेना ने अमानवीय कार्रवाई शुरू की है और इस कार्रवाई से एक हफ्ते में ५० लोग मारे गए हैं। इस पृष्ठभूमि पर म्यांमार से भारी संख्या में निकले शरणार्थी भारत में दाखिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। अबतक करीबन ३५ शरणार्थी म्यांमार से भारत पहुँचने की जानकारी सामने आ रही है। इस पृष्ठभूमि पर म्यांमार से जुड़ी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। म्यांमार की स्थिति पर हम बारिकी से नज़र बनाए हैं, ऐसा बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने किया है।

भारत-म्यांमार के बीच ५१० किलोमीटर लंबी सीमा रेखा बनी है और इस सीमा से भारत के मिझोराम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपूर यह राज्य जुड़े हैं। दोनों देशों की सीमा का बड़ा हिस्सा मिझोराम में है। मिझोराम की सीमा से अगले कुछ दिनों में कई शरणार्थी म्यांमार से भारत आने का ड़र व्यक्त किया जा रहा है। दो दिन पहले ही म्यांमार से १९ पुलिस पनाह लेने के लिए मिझोराम पहुँचे होने का वृत्त प्राप्त हुआ था। इनके हाथों में किसी भी तरह का हथियार नहीं था। म्यांमार की स्थिति से परेशान होकर ये सभी भारत पहुँचे हैं, यह दावा वर्णित वृत्त में किया गया था।

म्यांमार के शरणार्थी घुसपैठ करके मिझोराम के चंपई और सर्छिप जिलों में दाखिल होने की अधिक संभावना होने का वृत्त है। लेकिन, अबतक भारत पहुँचे म्यांमारी शरणार्थियों की कुल संख्या कितनी है, इसकी अधिकृत जानकारी सार्वजनिक नही हुई है। गृहमंत्रालय के अधिकारी के हवाले से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, अबतक १६ लोग म्यांमार से भारत पहुँचे हैं। इनमें से ११ लोग पुलिसकर्मी हैं। म्यांमार की सीमा पर सुरक्षा का ज़िम्मा संभाल रहें असम रायफल्स के सूत्रों ने प्रदान की हुई जानकारी के अनुसार, मिझोराम की सीमा से अबतक २५ शरणार्थी म्यांमार से भारत पहुँचे हैं।

सीमा के उस ओर से करीबन १०० लोगों ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश हाल ही में की थी। लेकिन, इन्हें रोका गया है, ऐसा चंपई जिले के उपायुक्त मारिया सीटी झुआली ने कहा। उसी समय म्यांमार ने, भागकर भारत पहुँचे आठ पुलिसकर्मियों को अपने हवाले करने की माँग मिझोराम सरकार को दिए खत में की है, ऐसी जानकारी मिझोराम सरकार के वरिष्ठ अधिकारी दे रहे हैं।

लेकिन, म्यांमार से दाखिल हो रहें शरणार्थियों के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय ने अभी किसी भी तरह की स्पष्ट जानकारी प्रदान नही की है। म्यांमार से दाखिल हुए शरणार्थियों की जानकारी की सच्चाई जाँची जा रही है, इसकी अधिक जानकारी प्राप्त होने पर इससे संबंधित सवाल का जवाब देंगे, ऐसा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है। साथ ही, म्यांमार की स्थिति की ओर भारत बारिकी से ध्यान दे रहा है, ऐसा भी उन्होंने कहा।

इसी बीच, म्यांमार की अस्थिर स्थिति की पृष्ठभूमि पर, इस देश से शरणार्थियों के झुंड़ दाखिल होने का ड़र व्यक्त किया जा रहा हैंई। इस पृष्ठभूमि पर म्यांमार से जुड़ी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। असम रायफल के सैनिकों की गश्‍त भी बढ़ाई गई है, यह जानकारी असम रायफल के महानिरिक्षक ब्रिगेडियर दिग्विजय सिंह ने प्रदान की। साथ ही, कई लोग भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं। उनपर पीछे जाने के लिए ज़ोर-ज़बरदस्ती नहीं की गई है। लेकिन उन्हें भारतीय सीमा में अवैध प्रवेश नहीं मिलेगा, यह भी स्पष्ट तौर पर बताया जा रहा है, ऐसा ब्रिगेडियर दिग्विजय सिंह ने कहा।

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