कश्मीर के लिए इम्रान खान का ‘फ्लॉप शो’

इस्लामाबाद –  कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में कोई खडा नही हुआ है, यब बात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अब स्वीकारी है| शुक्रवार के दिन आयोजित किए गए ‘कश्मीर अवर’ के दौरान बोलते समय प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इस बात का स्वीकार किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर आरोप  लगाएं एवं कश्मीरी जनता धार्मिक भेदभाव का शिकार हो रही है, यह भी आरोप किया| लेकिन, इम्रान खान ने शुरू किए इस ‘कश्मीर अवर’ को कुछ जगहों पर प्रतिसाद प्राप्त हुआ है, फिर भी अधिकांश जगहों पर यह ‘फ्लॉप शो’ साबित होने की बात भी सामने आ चुकी है| पाकिस्तानी विश्‍लेषक भी ऐसी बातों से कुछ भी हासिल नही होगा, यह आलोचना डटकर कर रहे है|

हर शुक्रवार दोपहर १२ से १२.३० के दौरान कश्मीर के लिए पाकिस्तानी जनता को रास्तेपर उतरने का निवेदन इम्रान खान ने किया था| इसके अनुसार शुक्रवार के दिन पाकिस्तान में जगह जगह पर ‘कश्मीर अवर’ का आयोजन किया गया| प्रधानमंत्री इम्रान खान समेत मंत्रिमंडल के सदस्य एवं पाकिस्तान के क्रिकेटपटू एवं अभिनेता इसमें शामिल हुए थे| इस दौरान बोलते समय इम्रान खान ने हमेशा की तरह भारत कश्मीरी जनता का दमन कर रहा है, यह आरोप किया| साथ ही आतंकी हमलें करवाकर भारत इन हमलों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार कहेगा एवं पीओके में कार्रवाई करेगा, यह आशंका इम्रान खान ने व्यक्त की| लकिन, भारत के इन हमलों को जवाब देने के लिए पाकिस्तान की सेना तैयार है, यह दावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने किया| दो परमाणु हथियारों से सज्जित देशों में युद्ध हुआ तो उसके परिणाम पूरे देश को भुगतने होंगे, यह धमकी इम्रान खान ने दी है|

सितंबर महीने में संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में भाषण करते समय कश्मीर का मुद्दा उपस्थित करेंगे, यह जानकारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने दी| उस समय जो कुछ हमें बोलना है, उसकी तैयारी शुरू है और अन्य देशों के नेताओं को इससे संबंधित जानकारी दी जा रही है, ऐसा इम्रान खान ने कहा| साथ ही कश्मीर काफी सफल होने क बात कहकर इम्रान खान ने पाकिस्तानी जनता के प्रति आभार व्यक्त किया है| लेकिन, असल में यह कार्यक्रम पाकिस्तान के उम्मीद के अनुसार असर करने में नाकाम साबित हुआ है|

कई जगहों पर इस कार्यक्रम को समर्थन ही नही मिला| पाकिस्तान के पंजाब में लाहोर के रास्तों पर १२ बजे के बाद ट्रैफिक बराबर था| वहां पर कुछ गिनेचुने प्रदर्शनकारी रास्तेपर उतर कर कश्मीर संबंधी पाकिस्तान ने अपनाई भूमिका का समर्थन कर रहे थे, यह बात सोशल मीडिया पर जारी हुए व्हिडिओ से स्पष्ट हुई|

पाकिस्तान में महंगाई का विस्फोट हुआ है और ऐसे में कश्मीर के मुद्दे पर जनता को रास्तेपर उतारकर इम्रान खान ने क्या हासिल किया, यह सवाल उनके आलोचक कर रहे है|

भारत के विरोध में कितने भी जहरिले भाषण किए तो भी असलियत में इम्रान कान भारत के विरोध में कुछ भी कर नही सकते, ऐसा कई सियासी विश्‍लेषकों का कहना है| धारा ३७० हटाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारतीय विमानों के लिए हवाई सीमा बंद करने का इशारा दिया था| लेकिन, अभीतक यह इशारा सच्चाई में उतरा क्यों नही है, अभी तक भारतीय विमान पाकिस्तान की हवाई सीमा से क्यों उडान भर रहे है, ऐसे सवाल यह विश्‍लेषक पुछ रहे है|

भारत के लिए हवाई सीमा बंद करने का ऐलान मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों ने करने के बाद, हडबडी में पाकिस्तान के विदेशमंत्री को यह निर्णय नही किया गया है, यह स्पष्ट करना पडा था| यह भगौडापन साबित होता है, यह अफसोस इन विश्‍लेषकों ने व्यक्त किया है| भारत ने धारा ३७० हटाने के बाद पाकिस्तान की सरकार को पुख्ता क्या करना हैं, यही बात समझ नही रही है| इम्रान?खान की सरकार पुरी तरह से हडबडाहट में है और इसका असर सरकार की निती पर होता दिख रहा है| इसीलिए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के हाथ लगातार नाकामयाबी प्राप्त हो रही है, ऐसी आलोचना इस देश के पत्रकार एवं विश्‍लेषक कर रहे है|

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इम्रान खान के साथ की बातचीत में कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने के लिए हम तैयार होने का ऐलान किया था| लेकिन, दोनों देशों को स्वीकार हो, तो ही मैं मध्यस्थता करूंगा, ट्रम्प ने रखी इस शर्त की और इम्रान खान एवं उनके समर्थकों ने जरूरी ध्यान नही दिया| बल्कि ट्रम्प ने किए वक्तव्य से हमनें भारत पर राजनयिक जीत हासिल की है, इस समझ में इम्रान खान रह रहे थे|

इसीलिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से भेंट करके स्वदेश लौटें प्रधानमंत्री इम्रान खान ने हमें वर्ल्ड कप जीतकर लौटने का एहसास हो रहा है, यह कहा था| लेकिन, थोडी ही समय में इम्रान खान को असलियत का एहसास हुआ और भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाली धारा ३७० हटाकर पाकिस्तान को झटका दिया| भारत ने यह करारा कदम उठाने के बाद इम्रान खान ने भारत के विरोध में शुरू किए हर एक मुहीम में उन्हें करारी नाकामयाबी प्राप्त हुई है|

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के विरोध में शुरू की हुई मुहीम को किसी भी देश ने समर्थन नही दिया है| कुछ देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया है, फिर भी वह भारत के विरोध में जाने से दूर रहे है| इसके बाद संयुक्त अरब अमिराती ने भारत के प्रधानमंत्री को सर्वोच्च नागरी पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया था| बहारिन ने भी भारतीय प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया था| इससे पश्‍चिमी देश ही नही, बल्कि अरब खाडी देश भी कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के पक्ष में नही है, यही  बात स्पष्ट हुई थी|

यह पाकिस्तान की काफी बडी राजनयिक हार साबित होती है| इतनी करारी नाकामयाबी की पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले कभी अनुभूति नही ली है, ऐसी कडी आलोचना पाकिस्तान के कुछ पत्रकार कर रहे थे| साथ ही पाकिस्तान की सरकार को भारत की गतिविधियों का अंदाजा ही नही हुआ, यह आरोप भी होने शुरू हुए है|

अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए इम्रान खान अब भारत को परमाणु युद्ध की धमकियां दे रहे है| लेकिन, असलियत में भारत के विरोध में कुछ भी करने की हिम्मत इस सरकार के पास नही है, यह आरोप चरमपंथी कर रहे है| साथ ही कश्मीर के लिए पाकिस्तानी जनता को रास्ते पर उतारने का इम्रान खान का काम हंसी के लायक होने का आरोप भी इनमें से कुछ विश्‍लेषकों ने किया है|

भारत के उपर पाकिस्तान के ‘कश्मीर अवर’ का जरा भी असर नही होगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसपर ध्यान नही देगा, ऐसी तीखी आलोचना इम्रान खान के विरोधक कर रहे है| पाकिस्तान में महंगाई का विस्फोट हुआ है और ऐसे में इम्रान खान कश्मीर के लिए हम बहुत कुछ कर रहे है, यह भ्रम पैदा कर रहे है, यह आरोप भी एक विश्‍लेषक ने किया है|

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