कट्टरपंथियों के प्रदर्शन ने पाकिस्तान को बंधक बनाया – प्रधानमंत्री इम्रान खान एवं लष्कर द्वारा कठोर कार्रवाई की धमकी

इस्लामाबाद – पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने ईश्वर निंदा के आरोप से आसिया बीबी इनकी रिहाई करने का निर्णय घोषित किया है। जिसकी वजह से बौखलाए हुए कट्टरपंथियों ने लगातार तीन दिन बंद पुकारके पाकिस्तान को बंधक बनाया। पाकिस्तान के उद्योग तथा स्कूल, कॉलेज बंद होकर परिस्थिति अधिक बिगड़ न जाए इसलिए कई जगहों पर मोबाइल सेवा खंडित की गई है। प्रधानमंत्री इम्रान खान ने कट्टरपंथियों को सरकार को चुनौती ना दे, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी ऐसी चेतावनी दी है। पर इस आवाहन का परिणाम नहीं हुआ है।

ईश्वर निंदा के आरोप से आसिया बीबी को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस ख्रिस्तधर्मिय महिला के विरोध में इस निर्णय की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की प्रतिमा मलीन हुई थी। पर पिछले हफ्ते में सर्वोच्च न्यायालय ने आसिया बीबी की रिहाई की है। उसके बाद पाकिस्तान में वातावरण बिगड़ गया है। आतंकवाद से महंगाई तक अनेक समस्याओं से ग्रस्त इस देश ने सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्णय महत्वपूर्ण मुद्दा बना है। पाकिस्तान में कट्टरपंथी संगठन इस निर्णय के विरोध में साथ आई है और उन्होंने ३ दिनों तक बंद किया है। कट्टरपंथियों रास्ते पर उतरकर सर्वोच्च न्यायालय के साथ इम्रान खान इनकी सरकार को भी लक्ष्य कर रहे हैं।

सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्णय पीछे नहीं लिया गया, तो भयंकर रक्तपात फैलाने की धमकी कट्टरपंथियों के नेताओं ने दी है। इतना ही नहीं तो यह निर्णय देनेवाली न्यायाधीश की हत्या करने में कुछ गलत नहीं होगा, ऐसा कट्टरपंथियों की साथ देने वाले धार्मिक नेता कहने लगे हैं।

कट्टरपंथियों की सरकार और लष्कर अगर सर्वोच्च न्यायालय के पक्ष में खड़े नहीं रहेंगे, तो उनपर भी हमले किए जाएंगे, ऐसी धमकी कट्टरपंथियों से दी जा रही है। उस पर पाकिस्तान के लष्कर से प्रतिक्रिया आ रही है। हमारे संयम की परीक्षा न ले ऐसा लष्कर के प्रवक्ता ने कहा है।

प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी अपने चीन के दौरे से पहले देश की परिस्थिति नियंत्रण प्राप्त करने के लिए कट्टरपंथियों को आवाहन किया है। तथा यह हिंसक प्रदर्शन पीछे ना लेते हुए सरकार को चुनौती देना शुरू रखा, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी ऐसा प्रधानमंत्री इम्रान खान ने सूचित किया है। तथा कट्टरपंथी धर्म का गलत अर्थ लगा रहे हैं और गलत इस्तेमाल करने का आरोप भी इम्रान खान ने किया है। तथा पाकिस्तान में विश्लेषक और कट्टरपंथियों का प्रभाव बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के लष्कर और स्वयं इम्रान खान ने बहुत बड़ा योगदान दिया था, इसकी याद भी दिलाई हैं। भूतपूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सत्ता पर होते समय इन कट्टरपंथियों नेताओं का उपयोग करके पाकिस्तान के लष्कर ने उन्हें झटका दिया था।

कट्टरवादी प्रदर्शकों ने राजधानी इस्लामाबाद को बंधक किया है और उन्होंने पाकिस्तान के लष्कर ने हर प्रदर्शक को कई हजार रुपए देने की बात सामने आ रही है। इम्रान खान ने भी उस समय में कट्टरपंथियों को खुश करने की भूमिका का स्वीकार किया था। पर अब सत्ता पर आने के बाद इम्रान खान इस कट्टरपंथियों के विरोध में कार्रवाई की भाषा कर रहे हैं। तथा पाकिस्तान की लष्कर अभी कट्टरपंथियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दे रहे हैं। ऊपरी स्तर पर यह मामला केवल आसिया बीबी इनके रिहाई तक मर्यादित दिखाई दे रहा है, फिर भी वास्तव में पाकिस्तान में कुछ अलग षडयंत्र तैयार होने के स्पष्ट संकेत दिखाई देने लगे है।

मुंबई पर आतंकवादी हमले का सूत्रधार हाफिज सईद ने कुछ दिनों पहले इम्रान खान इनकी सरकार पर गंभीर आरोप किए थे। अमरिका की मर्जी ऋण प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री इम्रान खान कुछ आतंकवादियों को ढेर करेंगे, ऐसी चिंता सईद ने व्यक्त की थी। तथा इम्रान खान इनकी सरकार अमरिका ने लगाए चंगुल में फसने का आरोप सईद ने किया था। इस डर की वजह से आतंकवादी एवं कट्टरपंथियों साथ आकर पाकिस्तान की सरकार के लिए वातावरण बिगाड़ कर अपनी ताकत दिखा रहे हैं। इन आतंकवादी नेताओं पर तथा कट्टरवाद का समर्थन करनेवालों पर कार्रवाई करने की हिम्मत प्रधानमंत्री इम्रान खान एवं पाकिस्तान के लष्कर ने दिखाई तो भयंकर रक्तपात होगा, इसका एहसास इन कट्टरवादी नेताओं से दिलाया जा रहा है।

पाकिस्तान की सरकार एवं लष्कर ने अब तक प्रदर्शकों पर कठोर कार्रवाई टाली है। फिर भी अग्रणी पर इस समय संयम नहीं दिखाया जा सकता है, ऐसा सरकार एवं लष्कर को पता चला है। इसकी वजह से उनके विरोध में आक्रामक भाषा का उपयोग करते दिखाई दे रहे हैं। उस समय इस कार्रवाई को उत्तर देने की तैयारी कट्टरपंथियों ने की है। इसके विपरीत परिणाम का उपयोग करके कट्टरपंथी पाकिस्तान की सरकार उठाने की तैयारी करने के दावे किए जा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.