दक्षिण कोरिया में अमरिका के ‘थाड’ की तुरंत तैनाती- चीन का कड़ा विरोध

सेवूल/बीजिंग: उत्तर कोरिया का बढ़ता खतरा अधोरेखित करके दक्षिण कोरिया ने अमरिका के ‘टर्मिनल हाय अल्टीट्यूड एरिया डिफेन्स’ (थाड) के चार रॉकेट लौन्चेर्स की तुरंत तैनाती शुरू की है। इसके लिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ‘मून जे-इन’ ने अपने ‘थाड’ की तैनाती के विरोध को छोडकर सेना को उत्तर कोरिया के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार रहने के आदेश दिए हैं।

चार राकेट लौन्चेर्स की तुरंत तैनाती

उत्तर कोरिया ने किए हुए हाइड्रोजन बम के परिक्षण के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने अपनी सुरक्षा विषयक नीति में अस्थायी लेकिन तुरंत बदलाव करने की घोषणा की है। इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष ‘मून जे-इन’ ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के साथ फोन पर संपर्क करके अमरिका से प्रगत हथियारों की आपूर्ति करने की माँग की। साथ ही करीब आठ दशक पहले कोरियन युद्ध के बाद दक्षिण कोरिया पर लगाए गए प्रतिबन्ध शिथिल करके मिसाइल पर विस्फोटों की क्षमता बढाने की अनुमति दी जाए, ऐसी माँग भी उत्तर कोरिया ने की है।
इस चर्चा के बाद दक्षिण कोरिया ने अमरिका के ‘थाड’ पर लगाई पाबन्दी पीछे लेने की घोषणा की है। ‘थाड’ की इस तैनाती को हफ्तेभर का समय लगेगा ऐसा बोला जा रहा था। लेकिन घोषणा को तीन दिन पूरे होने से पहले ही दक्षिण कोरिया ने ‘थाड’ की तैनाती में आने वाली सभी रुकावटों को दूर किया है। राजधानी सेवूल के दक्षिण में ३०० किलोमीटर की दूरी पर स्थित ‘सेओंग्जू’ इस इलाके में ‘थाड’ के चार रॉकेट लौन्चर्स तैनात किए जाएँगे, ऐसी जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने दी है।

दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के खतरे को देखते हुए ‘थाड’ की यह तैनाती की जा रही है, ऐसा रक्षा मंत्रालय ने कहा है। गुरुवार तक यह तैनाती पूरी होने की जानकारी दक्षिण कोरियन मंत्रालय ने दी है।

लेकिन ‘थाड’ की इस तैनाती के खिलाफ ‘सेओंग्जू’ की जनता सडक पर उतरी है। अमरिका के इस मिसाइल भेदी यंत्रणा की तैनाती का यहाँ के पर्यावरण पर परिणाम होगा, ऐसी शिकायत कुछ संगठन कर रहे हैं। अमरिका की यह यंत्रणा दो कोरियन देशों के बीच परिस्थिति को ख़राब करने वाली है, ऐसी टीका दक्षिण कोरिया के कुछ समूह कर रहे हैं। लेकिन स्थानीय के इस विरोध के बावजूद दक्षिण कोरियन सरकार ने ‘थाड’ की तैनाती को तेजी से पूरी करने के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए हजारों पुलिस तैनात करने की सुचना भी दी गई है।

इसके पहले राष्ट्राध्यक्ष ‘मून जे-इन’ ने भी अमरिका की ‘थाड’ की तैनाती को विरोध किया था। राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुना गया, तो ‘थाड’ की तैनाती पीछे लूँगा, ऐसी घोषणा मून ने चुनाव के प्रचार के दौरान की थी। साथ ही उत्तर कोरिया का विवाद समझौते से सुलझाने के लिए पहल करने की घोषणा भी मून ने की थी। उसी तरह राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद मून ने ’थाड’ की तैनाती रोकने के आदेश दिए। साथ ही उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के सामने चर्चा का प्रस्ताव भी रखा था। पिछले चार महीनों में उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइलों का परिक्षण करने के बाद भी दक्षिण कोरियन राष्ट्राध्यक्ष की भूमिका में परिवर्तन नहीं हुआ था। लेकिन उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परिक्षण करने के बाद राष्ट्राध्यक्ष मून ने अपनी भूमिका में परिवर्तन किया है।

दौरान, दक्षिण कोरिया ने ‘थाड’ की तेज तैनाती के लिए शुरू की हुई गतिविधियों पर चीन के विदेश मंत्रालय ने चिंता व्यक्त की है। ‘दक्षिण कोरिया में अमरिका के ‘थाड’ की तैनाती को चीन का अभी भी विरोध कायम है। अमरिका और दक्षिण कोरिया इस यंत्रणा की तैनाती तुरंत रोक दें’, ऐसा आवाहन चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने किया है। अमरिका की दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ की तैनाती उत्तर कोरिया नहीं बल्कि चीन के लिए है, ऐसा चीन आरोप लगा रहा है। ‘थाड’ की तैनाती की वजह से अमरिका के मिसाइल चीन की तरफ दागे रहेंगे, ऐसा आरोप चीन ने लगाया है। लेकिन अमरिका ने चीन के इन आरोपों को ख़ारिज किया है।

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