भारतीय वायुसेना का एएन-३२ विमान लापता

नई दिल्ली/चेन्नई, दि. २२ (पीटीआय) – वायुसेना एवं नौसेना अधिकारियों के साथ २९ लोगों को लेकर पोर्ट ब्लेअर हवाई अड्डे की तरफ़ निकला हुआ ‘एएन-३२’ वायुसेना का विमान शुक्रवार सुबह से लापता हो गया|

an32-plane- एएन-३२यह विमान बंगाल की खाड़ी में गिर गया होने की आशंका जताई जाती है| वायुसेना, नौसेना, तटरक्षक दल की ओर से बंगाल की खाड़ी में सामूहिक तौर पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है| लेकिन इस विमान का अता-पता न लगने से परेशानी बढ़ रही है|

इस विमान ने चेन्नई के ताम्बरम से सुबह तक़रीबन साड़ेआठ बजे अंदमान-निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेअर के लिए उड़ान भरी थी| लेकिन उड़ान भरने के सोलह मिनट बाद इस विमान का रड़ार से संपर्क टूट गया| वायु्सेना अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह विमान सुबह तक़रीबन साढ़े ग्यारह बजे पोर्ट ब्लेअर पहुँचनेवाला था|

रड़ार से संपर्क टूटने से पहले पायलट ने, सभी हालात सामान्य हैं, ऐसा संदेश नियंत्रणकक्ष को भेजा था| लेकिन इसके बाद अचानक संपर्क टूट जाने के कारण, बाद में क्या हुआ, यह समजना मुश्किल हो गया है| रड़ार से संपर्क टूटा, तब यह विमान २३ हजार फ़ीट की ऊँचाई पर था, ऐसी जानकारी वायुसेना ने दी|

विमान से संपर्क स्थापित करने में लगातार असफलता मिलने के बाद, विमान ढूँढ़ने के लिए युद्धस्तर पर तलाशी अभियान हाथ में लिया गया है| नौसेना के १२ जहाज़ और तटरक्षक दल के दो जहाज़ इस अभियान में शामिल हुए हैं| इसके अलावा नौसेना ने, निगरानी के लिए इस्तेमाल होनेवाला ‘डॉर्नियर’ विमान और वायुसेना ने ‘पी८-आय’ विमान इस तलाशी अभियान में शामिल किया है|

इस विमान में वायुसेना के बारह अधिकारी थे| वहीं, नौसेना, सेना और तटरक्षक दल का एक-एक अधिकारी मौजूद था| इसके अलावा विमान के छह क्रू मेंबर्स के साथ एक अधिकारी के परिवार के आठ सदस्य भी थे| यह विमान दक्षिण एअर कंमाड के सुलूर अड्डे पर कार्यरत था, ऐसी जानकारी भी वायुसेना ने दी है|

भारतीय वायुसेना के ताफ़े में १०० से भी अधिक रशियन बनावट के ‘एएन-३२’ विमान हैं| इस विमान का इस्तेमाल जवानों की आवाजाही के लिए किया जाता है| मलाक्का की समुद्रधुनी में सामरिक रूप से महत्त्वपूर्ण रहनेवाले ठिकानों पर जवानों को पहुँचाने के लिए इन विमानों का इस्तेमाल किया जाता है| इसके अलावा, यह विमान किसी भी परिस्थिति में लगातार चार घंटों तक उड़ान भर सकता हैं| इसी वजह से, इस लापता विमान के बारे में रहस्य और भी बढ़ रहा हैं|

इसी दौरान, जो विमान लापता हुआ हैं, उस विमान में कुछ तकनिक़ी ख़राबी होने की तीन सूचनाएँ जुलाई माह में पायलट द्वाया दी गई थीं| २ जुलाई को विमान की धीमी गति के बारे में पायलट ने शिकायत की थी| उसके बाद ७ जुलाई को हायड्रोलिक रिसाव की और १४ जुलाई को प्रेशर लीक होने की शिकायत पायलट ने की थी| इन सबके कारण, यह विमान लापता होने के पीछे तकनिक़ी ख़राबी होने की गंभीर शंका जताई जाती है| रक्षा मंत्रालय ने इस दुर्घटना की गंभीर रूप से दखल लेकर, जाँच के आदेश दिए हैं|

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