युद्ध में मानव अधिकार लागू नहीं होता; पैलेस्टिनी प्रदर्शनकर्ताओं पर कार्रवाई से इस्राइल की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

जेरूसलम : इस्राइल के सीमा पर पैलेस्टाईन से हो रही प्रदर्शन नागरी आंदोलन नहीं है बल्की वह युद्ध का भाग है और युद्ध में मानव अधिकार लागू नहीं होता, ऐसे सीधे शब्दों में इस्राइली यंत्रणाओं ने उच्च न्यायालय में अपनी भूमिका प्रस्तुत की है। महीने भर से गाजा के नागरिक इस्राइल की सीमा पर लगातार प्रदर्शन कर रहे है। उनपर इस्राइली सुरक्षा यंत्रणा ने किए कार्रवाई में ४५ लोग मारे हुए हैं और जखमी लोगो की संख्या साढ़े पांच हजार के ऊपर गई है। प्रदर्शनकारियों पर इतनी कठोर कार्रवाई मतलब मानव अधिकार का उल्लंघन होता है, ऐसा आरोप करके उसके विरोध में एक स्वयंसेवी संस्था ने इस्राइल के उच्च न्यायालय में मुकदमा दाखिल किया था। उसपर इस्राइली यंत्रणा ने देश का पक्ष प्रस्तुत किया है।

गाजापट्टी के हमास आतंकवादी संगठन ने पुकारे हुए प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने का दावा रेड क्रॉस इस संगठन ने किया था। ऐसे प्रदर्शनकर्ताओ पर इस्राइल की सरकार हिंसक कार्रवाई कर रही है, ऐसा आरोप करके इस संगठन ने पिछले राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन के अध्यक्ष प्रिंस झईद राद अल हुसैन ने इस्राइली सुरक्षा यंत्रणा ने प्रदर्शनकर्ता पर की हुई कारवाई की आलोचना की थी। इस्राइली सुरक्षा यंत्रणा प्रतिदिन प्रदर्शनकर्ता पर गोलीबारी करने का आरोप झईद ने किया है। तथा ईरान, तुर्की ने हमास के नेतृत्व में शुरू इन प्रदर्शन का समर्थन करके इस्राइल की कार्रवाई का निषेध किया है।

मानव अधिकार, प्रदर्शन, इस्राइली सुरक्षा यंत्रणा, पैलेस्टाईन, कार्रवाई, इस्राइल, हमास

इस्राइल के सरकारी वकील रेडक्रॉस ने दाखिल किए मुकदमे पर गुरुवार को अपने देश का पक्ष प्रस्तुत किया है। इस्राइल के सीमा के पास शुरू पैलेस्टाईन के प्रदर्शन स्टेट ऑफ़ वॉर इस श्रेणी के हैं। इस वजह से यहा इस्राइल विरोधी प्रदर्शनों पर कि कार्रवाई मानव अधिकार की कक्षा में नहीं आती, ऐसा कहकर इस्राइली अटॉर्नी ने रेड क्रॉस के आरोप ठुकराये है।

इस्राइल की सुरक्षा यंत्रणा ने कुल मिलाकर सभी प्रदर्शनकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं की है। इस्राइल के सुरक्षा को खतरा होनेवाले सीमा रेखा लांघकर इस्राइल में घुसपैठ करनेवाले, हमलावर और शस्त्रास्त्र से सज्ज प्रदर्शन कर्ता पर ही कार्यवाही होने की जानकारी इस्राइल के वकील ने दी है। तथा यह प्रदर्शन मतलब हमास ने इस्राइल के विरोध में बनाई युद्ध की योजना होने का आरोप इस्राइली यंत्रणा ने किया है। इस प्रदर्शन के जरिये हमास को इस्राइल पर छुपा हमला करना है, ऐसा यंत्रणाने उच्च न्यायालय में कहा है।

इससे पहले भी इस्राइली सुरक्षा यंत्रणा ने हमास ने पुकारे हुए इन प्रदर्शनों पर संदेह व्यक्त किया था। इस्राइल के सीमा के पास प्रदर्शन करने वालों में हमास के आतंकवादी अधिक तादाद में होकर इस्राइली सुरक्षा रक्षकों की कार्रवाई में ढेर हुए है और यह सब हमास के आतंकवादी थे, ऐसा दावा इस्राइल ने किया था। इसके अलावा गाजा के पैलेस्टिनी नागरिकों को पैसे देकर इन प्रदर्शन में उतारा है, ऐसा आरोप इस्राइलने किया था।

पिछले महीने भर में शुरू इस प्रदर्शन में इतने बड़े तादाद में नागरिकों की जान जाने के बाद, हमास ने यह प्रदर्शन शुरू रखे हैं। जेरूसलम पर कब्जा प्राप्त होने तक प्रदर्शन नहीं रुकेंगे ऐसी घोषणा हमास के नेताओं ने की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.