इजिप्त में रशिया का प्लेन क्रैश, ‘आयएस’ ने किया हमले का दावा

Russia Plane Crash

इजिप्त के ‘शर्म-अल-शेख’ से रशिया के ‘सेंट पीटर्सबर्ग’ जा रहा ‘केजीएल 9268’ पैसेंजर प्लेन शनिवार को इजिप्त के सिनई में क्रैश हो गया था। इस हादसे में मारे गए सभी 224 पैसेंजर मूल रशियन थे। रशिया और इजिप्त के जाँचकर्ताओं ने इस घटना को हादसा बताया, वहीं ‘आयएस’ इस आतंकी संगठन ने रशियन प्लेन को मार गिराने का दावा किया है। एक्सपर्टस और रशियाई जाँचकर्ताओं ने ‘आयएस’ के इस दावे को खारिज किया। लेकिन इस घटना पर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है।

पिछले शनिवार एअरबस ‘ए-321’ पैसेंजर प्लेन उड़ान भरने के 25 मिनिट बाद इजिप्त के सिनई में क्रैश हो गया। इस घटना में मारे गए लोगों में 192 प्रौढ, 25 बच्चे और सात क्रू मेम्बर्स शामिल है। जिनमें से 170 शव बरामद हो चुके है और अन्य पैसेंजरों के शव की तलाश जारी है। क्रैश होने से कुछ मिनट पहले रशियन प्लेन का रडार से संपर्क तुट गया था। आरंभिक जानकारी में कहा गया था कि पायलेट ने प्लेन में तकनीकी खराबी मेहसूस की और इस बारे में जानकारी दी थी। लेकिन जाँच में पता चला कि पायलेट ने क्रैश से पहले किसी भी तरह का इमरजन्सी मेसेज नहीं भेजा था।

प्लेन क्रैश की जाँच करने के लिए रशिया के 100 अधिकारियों का पथक इजिप्त में दाखिल हो चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह एक दुर्घटना है, ऐसा रशियन जाँचकर्ताओं का मानना है। लेकिन आतंकी संगठन ‘आयएस’ ने रशियन प्लेन को मार गिराने का दावा किया है। इजिप्त के सिनई में डेरा जमाए ‘आयएस’ से जुडे एक ग्रुप ने इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए प्लेन क्रैश का विडियो जारी किया है। जिसमें एक प्लेन जमीन पर गिरता हुआ दिखाया गया है। हालांकि विडियो थोडा धुंधला है, इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि यह क्रैश प्लेन ही है।

हवा से जमीन पर गिरते वक्त प्लेन के पिछले हिस्से से धुँआ निकलते भी दिखता है। लेकिन इस प्लेन को किस तरह गिराया, इस पर ‘आयएस’ ने चुप्पी साधी है। लेकिन रशिया ने सीरिया में किए हवाई हमलों के विरोध में रशिया का प्लेन मार गिराने का दावा किया है। कुछ जानकारों का मानना है कि आतंकी संगठन ने कंधो पर रखकर प्रक्षेपित करनेवाले रॉकेट लाँचर का इस्तेमाल किया है। लेकिन उडान भरने के बाद प्लेन 31 हजार फीट की उँचाई पर था और इतने दूर तक हमला करने के लिए रॉकेट लाँचर की नहीं, मिसाईलों की जरूरत है, जो सिनई के आतंकियों के पास नहीं, ऐसा दावा एक एक्सपर्ट ने किया।

वहीं ब्रिटिश हवाईदल के पायलट रह चुके स्टिव्ह चैडविक ने ‘आयएस’ द्वारा जारी किया गया विडियो 1960 के दशक का है, ऐसा दावा किया है। साथ ही विडियो में बताया गया रशियन पैसेंजर प्लेन नहीं, बल्कि ‘आयएल-76’ लड़ाकू विमान है। पैसेंजर प्लेन के विंग्ज् पर इंजिन लगे होते है, जिनमें आग लगने का खतरा होता है। लेकिन विडियो में प्लेन के पिछे से धुआँ निकलता हुआ बताया गया है, जिससे यह लड़ाकू विमान हो सकता है, ऐसा दावा चैडविक ने किया। इस कारण ‘आयएस’ के हमले के दावे को पूरी तरह से खारिज किया जा रहा है। फिर भी इस प्लेन क्रैश की वजह पर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है।

कुछ ही दिनों पहले दुर्घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर जाँचकर्ताओंको प्लेन का ‘ब्लैकबॉक्स’ मिल गया है। रशियन प्लेन के साथ हुए हादसे की सही वजह जानने के लिए इस ‘ब्लैकबॉक्स’ की जाँच चल रहीं है। साथ ही प्लेन के मुख्य मलबे से करीब आठ किलोमीटर दूर एक लड़की का शव बरामद किया गया है। जमीन पर गिरने से पहले ही हवा में प्लेन के तुकडे हो गए, जिस कारण कई यात्रियों के शव अब भी नहीं मिले हैं।

वहीं प्लेन क्रैश की दुर्घटना के लिए कई अन्य कारण जिम्मेदार होने की आशंका जताई जा रहीं है। दरमियान, इस प्लेन क्रैश की जाँच पूरी होने तक जर्मनी के विमान कंपनी ने सिनई से उडान करने से मना कर दिया है।

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