अमरिका में ‘हार्वे’ चक्री तूफान की चंगुल में ३८ लोगों की मौत

  • ४८ हजार घरों का नुकसान, ३२ हजार से भी अधिक नागरिक बेघर
  • १६० अरब डॉलर्स का वित्तीय नुकसान होने का अनुमान
  • इंधन उद्योग ठंडा पड़ गया

ह्यूस्टन: पिछले हफ्ते अमरिका के टेक्सास प्रान्त में आए ‘हार्वे’ चक्री तूफान में ३८ लोगों की मौत हुई है और अगले कुछ दिनों में यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। टेक्सास प्रान्त के सबसे बड़े और अमरिका के चौथे क्रमांक का शहर ह्यूस्टन लगभग पूरी तरह से पानी के नीचे चला गया है और कई नागरिक लापता हो गए हैं।

‘हार्वे’ चक्री तूफान

‘हार्वे’ की मार के बाद हुई भारी वर्षा और बाढ़ की वजह से ३२ हजार से अधिक नागरिक बेघर हुए हैं। टेक्सास प्रान्त के प्रमुख इंधन उद्योग को बहुत बड़ा झटका लगा है और पिछले कुछ दिनों से यह उद्योग पूरी तरह से ठंडा पड़ गया हैं।

अमरिका में सन २००५ में आए ‘कैटरीना’ चक्री तूफान के बाद की सबसे बड़ी आपत्ति के तौर पर ‘हार्वे’ का जिक्र किया जा रहा है। पिछले गुरुवार को ‘हार्वे’ चक्री तूफान ने टेक्सास प्रान्त के कई इलाके में हाहाकार मच गया है और प्रान्त में आपातकाल की घोषणा की गई है।

मंगलवार को अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी टेक्सास प्रान्त का चक्री तूफान और बारिश का झटका लगे इलाकों का मुआयना किया। उस समय उन्होंने इस टेक्सास प्रान्त को आपत्ति का मुकाबला करने के लिए सभी प्रकार की आर्थिक और प्रशासकीय सहायता मुहैया करके दे ने का आश्वासन दिया है।

टेक्सास प्रान्त का सबसे बड़ा शहर ह्यूस्टन का चक्री तूफान और भारी वर्षा की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और शहर का बहुतांश इलाका पानी के नीचे चला गया है। ह्यूस्टन और आसपास के इलाके में लगभग ५२ इंच बरसात हुई है और यह पिछले कुछ दशक में गिरी सबसे ज्यादा बरसात साबित हुई है।

इस बरसात ने शहर में बाढ़ की परिस्थिति निर्माण की है और पूरा जनजीवन बिखर गया है।

‘हार्वे’ की वजह से हुई बरसात और बाढ़ में लगभग ३८ लोगों की जान गई है और आने वाले दिनों में यह संख्या बढने की शंका है। ह्यूस्टन पुलिस ने दी हुई जानकारी के अनुसार, करीब १५ से अधिक नागरिक अभी भी लापता हैं।

ह्यूस्टन शहर के साथ ही आसपास के इलाके के ४८ हजार से अधिक घरों का नुकसान हुआ है और ३२ हजार से अधिक नागरिक बेघर हुए हैं। इस इलाके में भारतीय वंश के नागरिकों का बड़े पैमाने पर वास्तव्य है और बाढ़ में एक भारतीय विद्यार्थी की मृत्यु हुई है।

‘हार्वे’ की मार पड़ा हुआ टेक्सास और लुइझियानी प्रान्त अमरिका का इंधन उद्योग केंद्र समझा जाता है। चक्री तूफान और बाढ़ की वजह से यह उद्योग ठंडा पड़ गया है और अमरिका के इंधन उत्पाद का लगभग एक चौथाई उत्पाद बंद हुआ है। इस वजह से इंधन की दरों में १० प्रतिशत से भी अधिक बढ़ोत्तरी हुई है, यह जानकारी सूत्रों ने दी है।

अक्यूवेदार इस कंपनी के दावे के अनुसार, ‘हार्वे’ की वजह से अमरिका की अर्थव्यवस्था को करीब १६० अरब डॉलर्स का झटका लगने की आशंका है।

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