‘जीएसटी’ संकलन १.२० लाख करोड़ रुपयों पर – लगातार चौथें महीने में ‘जीएसटी’ से एक लाख करोड़ रुपयों से भी अधिक महसूल जमा

नई दिल्ली – जनवरी में ‘जीएसटी’ का महसूल उच्चतम स्तर पर जा पहुँचा है। इस दौरान देश का ‘जीएसटी’ महसूल करीबन १.२० लाख करोड़ रुपयों के करीब पहुँचा है। दिसंबर की तुलना में ‘जीएसटी’ संकलन में ४.५ हज़ार करोड़ रुपयों से अधिक बढ़ोतरी हुई है। साथ ही लगातार चौथे महीने में ‘जीएसटी’ संकलन १ लाख करोड़ रुपयों से अधिक हुआ है और यह भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना का संकट दूर करके तेज़ी से पटरी पर आने के स्पष्ट संकेत होने की बात विश्‍लेषक कह रहे है।

दिसंबर में सरकार को ‘जीएसटी’ से १ लाख १५ हज़ार १७४ करोड़ रुपये महसूल प्राप्त हुआ था। वर्ष २०१७ में देशभर में ‘जीएसटी’ लागू होने के बाद किसी भी एक महीने की अवधि में इतनी मात्रा में ‘जीएसटी’ संकलन होने का यह रेकॉर्ड बना था। इससे पहले दिसंबर २०१९ में सरकार को ‘जीएसटी’ से १ लाख १३ हज़ार ८६६ करोड़ रुपये महसूल प्राप्त हुआ था। लेकिन, जनवरी २०२१ में ‘जीएसटी’ संकलन ने पहले के सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

जनवरी के महीने में सरकार को ‘जीएसटी’ से १ लाख १९ हज़ार ८४७ करोड़ रुपये महसूल प्राप्त हुआ है। इससे पहले के महीने की तुलना में जनवरी में ४,६७३ करोड़ रुपयों से अधिक ‘जीएसटी’ संकलन हुआ है। इसके साथ ही बीते वर्ष की ज़नवरी की तुलना में इस वर्ष जनवरी में ‘जीएसटी’ संकलन ८.१४ प्रतिशत से अधिक हुआ है। जनवरी २०२० में सरकार को ‘जीएसटी’ से १ लाख १० हज़ार ८१८ करोड़ रुपये महसूल प्राप्ति हुई थी। कोरोना के संकट की वजह से लॉकडाउन घोषित होने पर ‘जीएसटी’ संकलन में २४ प्रतिशत गिरावट दर्ज़ हुई थी।

जनवरी २०२१ में प्राप्त हुए ‘जीएसटी’ में राज्यों का हिस्सा यानी ‘एसजीएसटी’ से २९,०१४ करोड़ रुपये, केंद्रीय ‘जीएसटी’ यानी ‘सीजीएसटी’ २१,९२३ करोड़ रुपये और इसके अलावा ‘इंटिग्रेटेड जीएसटी’ (आयजीएसटी) के माध्यम से ६०,२८८ करोड़ रुपये महसूल प्राप्त हुआ है। इसमें आयातक के सामान पर २७,४२४ करोड़ रुपये और उपकर (सेस) के माध्यम से ८,६२२ करोड़ रुपये महसूल प्राप्ति हुई है। इस दौरान ३१ जनवरी तक देश में ९० लाख ‘जीएसटी रिटर्न’ भरे गए हैं, यह जानकारी सरकार की ओर से साझा की गई है।

देश में ‘जीएसटी’ के महसूल में हो रही बढ़ोतरी कोरोना के दौर में बिगड़ा देश का अर्थचक्र दुबारा ठीक-ठाक होने का निदर्शक साबित है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है। बीते चार महीनों से ‘जीएसटी’ महसूल १ लाख करोड़ रुपयों से अधिक जमा हो रहा है। इससे आर्थिक कारोबार तेज़ी से शुरू हुए हैं और उत्पादन एवं सेवा क्षेत्र में बड़ा कारोबार होने की बात स्पष्ट हो रही है, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है। सोमवार के दिन पेश किए गए बजट में केंद्रीय अर्थमंत्री ने ‘जीएसटी’ के महसूल संकलन में हुई बढ़ोतरी का भी दाखिला दिया।

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