‘युरोपिय लष्कर’ संबंधी प्रस्ताव अविवेकी और नकल करनेवाला; नाटो के वरिष्ठ अधिकारियों से आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

हेलीफैक्स – फ्रान्स की राष्ट्राध्यक्ष ईमैन्युअल मैक्रोन एवं जर्मन चांसलर ऐंजेला मर्केल द्वारा प्रस्तुत यूरोपिय लष्कर का प्रस्ताव विचारशून्य एवं नकल करने वाला है, यह आलोचना नाटो के वरिष्ठ अधिकारी ने की| हैलीफैक्स में एक रक्षा विषयक परिषद में नाटो के मिलिट्री कमेटी के प्रमुख ब्रिटिश अधिकारी एअरमार्शल सर स्टुअर्ट पिचने उस समय नाटो के प्रमुख स्टॉल्टनबर्ग ने किए विधान का समर्थन किया है| स्टॉल्टनबर्ग ने यूरोपियन लष्कर का प्रस्ताव समझदारी का निर्णय ना होने की बात सूचित की थी|

फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन ने कुछ दिनों पहले यूरोप-१ इस रेडियो चैनल को दिए मुलाकात में फिर एक बार यूरोपियन लष्कर के प्रस्ताव का उल्लेख किया था| चीन, रशिया के साथ अमरिका से भी यूरोप को सुरक्षित रखना आवश्यक होकर उसके लिए समर्थ यूरोपियन लष्कर की आवश्यकता है, ऐसे शब्दों में मैक्रोन ने यूरोपीय लष्कर के बारे में भूमिका प्रस्तुत की थी| इस विधान का चीन एवं रशिया के साथ अमरिका का उल्लेख खलबली फैलाने वाला ठहरा था|

फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के इस विधान का जर्मनी के चांसलर मर्केल ने जोरदार समर्थन किया था| यूरोप को असली एवं संपूर्ण लष्कर की आवश्यकता है, ऐसा मर्केल ने कहा था ना| मर्केल एवं मैक्रोन इन नेताओं से आए इस प्रस्ताव पर आलोचना हो रही है और यूरोप में कई देश उसका विरोध कर रहे हैं| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्पने मैक्रोन के प्रस्ताव पर नाराजगी व्यक्त की थी|

फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन ने हाल ही में एक मुलाकात में यूरो को स्वतंत्र लष्कर की आवश्यकता होने की बात कही है| अमरिका, चीन एवं रशिया से यूरोप को सुरक्षित रखने के लिए स्वतंत्र लष्कर की आवश्यकता होने का दावा किया है| यह विधान अमरिका के लिए अत्यंत अपमानजनक है| यूरोप पहले नाटो में हिस्सा उठाए| यह काम फिलहाल अमरिका से किया जा रहा है, इसका उन्हें एहसास होना चाहिए, ऐसे शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने मैक्रोन के विधान का समाचार लिया है|

उसके बाद नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने अपनी नाराजगी बोलकर दिखाई थी| सर स्टुअर्ट पिच के विधान से नाटो के विरोध की भूमिका फिर एक बार दिखाई दे रही है| नाटो मतलब केवल घोषणा के आधार पर निर्माण हुई यंत्रणा नहीं है| उसके लिए बड़ा नियोजन एवं जानकारी का आधार है| इसकी वजह से एक प्रबल एवं सक्षम संगठन अस्तित्व में होते हुए इसकी नकल करने की आवश्यकता क्यों लग रही है ऐसा सवाल करके पिचने यूरोपीय नेताओं को कड़े बोल सुनाएं है|

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