जर्मन रक्षा बलों में अन्य युरोपीय देशों के नागरिकों का समावेश होगा – वरिष्ठ लष्करी अधिकारी का प्रस्ताव

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बर्लिन – जर्मनी ने पिछले दशक में ‘युरोपीयन आर्मी’ का गठन करने के लिए शुरू की गतिविधियों की पृष्ठभुमि पर जर्मनी के रक्षा बलों में अन्य युरोपीय देशों के नागरिकों को शामिल करने के संकेत दिए गए है| जर्मनी के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी जनरल इन्स्पेक्टर एबरहार्ड झॉर्न इन्होंने यह जानकारी दी है और रक्षा मंत्री ने भी इस संबंधी जानकारी का समर्थन किया है| कुछ महीनों पहले रशिया की आक्रामक लष्करी गतिविधियां और आतंकी हमलों के अलावा बने अन्य चुनौतीयों का मुकाबला करने के लिए जर्मनी में फिर से लष्करी सेवा अनिवार्य करने पर संसद में चर्चा शुरू हुई थी| उसके बाद अब अन्य युरोपीय देशों के नागरिकों को भी सेना में शामिल करने के संबंधी हो रहा विचार ध्यान केंद्रीत करनेवाला साबित होता है|

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युरोपीय महासंघ ने रखी संयुक्त युरोपीय लष्कर की कल्पना सभी देशों को मंजूर नही है फिर भी जर्मनी फ्रान्स जैसे देश इसके लिए आग्रही है| महासंघ में अन्य देशों का हो रहा विरोध ध्यान में रखकर इन देशों ने युरोपीयन आर्मी बनाने के लिए कई स्तरों पर तैयारी शुरू की है| पिछले कुछ वर्षों में जर्मनी ने फ्रान्स, नेदरलैंड, रोमानिया और झेक रिपब्लिक जैसे देशों के साथ लष्करी सहयोग बढाने की शुरूआत की है| पिछले वर्ष रोमानिया और झेक रिपब्लिक के सेना की एक एक ‘ब्रिगेड’ बतौर जर्मन लष्कर का हिस्सा बनाकर कार्यरत की गई है, यह ऐलान भी किया गया था|

वर्ष २०१६ में जर्मनी ने फ्रान्स के साथ लष्करी सहयोग के संबंधी करार भी किया था| उसके अनुसार सेंट्रल फ्रान्स के ‘ऑर्लिन्स’ हे हवाई अड्डे का और फ्रान्स की वायु सेना में तैनात भारी सामुग्री की ढुलाई करने के लिए उपयुक्त ‘सी १३० सुपर हर्क्युलस’ इन विमानों का इस्तेमाल करने जर्मनी को संभव हुआ है| उसके बाद नॉर्वे जैसे देश के साथ भी रक्षा संबंधी सहयोग को लेकर बातचीत शुरू है, यह कहा जा रहा है|

इस पृष्ठभुमि पर अन्य देशों के नागरिकों का जर्मन लष्कर में शामिल करना ध्यान आकर्षित कर रहा है| जर्मन लष्कर को कर्मियों की कमी महसूस हो रही है| यह कमी दूर करने के लिए जर्मनी को हर दिशा में कोशिश करनी होगी और सही प्रशिक्षित सैनिकों का चुनाव करना जरूरी है| महासंघ की सदस्यता प्राप्त युरोपीय देशों के नागरिक यह एक विकल्प हो सकता है| लष्कर में आरोग्य या तकनीक विभाग में अन्य देशों के नागरिकों को शामिल करना संभव है, यह जनरल इन्स्पेटक्टर एबरहार्ड झॉर्न इन्होंने कहा|

झॉर्न इनके इस वक्तव्य के पृष्ठभुमि पर जर्मनी ने अन्य युरोपीय देशों के साथ चर्चा शुरू की है, यह दावा प्रसार माध्यम कर रहे है| उसमें बल्गेरिया जैसे देशों को शामिल किया जा रहा है और इस देश के युवा बडी मात्रा में जर्मनी में स्थानांतरण कर रहे है, इस ओर भी ध्यान केंद्रीत किया गया है| फिलहाल जर्मनी में अन्य युरोपीय देशों मे से १८ से ३० वर्ष उम्र के पांच लाख से अधिक युवा रह रहे है, यह जानकारी भी रखी गई है|

नाटो, इस लष्कर संगठन के प्रमुख सदस्य के तौर पर जर्मनी जाना जा रहा है, फिर भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने बनाए दबाव की वजह से संबंधों में तनाव बना है| इस पृष्ठभुमि पर युरोप के लिए बने खतरे का सामना करने के लिए केवल युरोपीय देशों का स्वतंत्र लष्कर जरूरी है, यह मांग रखी जा रही है| जर्मनी की ओर से बढाए जा रहे कदम इसी का हिस्सा है, यह दिखाई दे रहा है|

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