जर्मन चैन्सेलर अँजेला मर्केल सौदी अरेबिया की यात्रा पर

जेद्दाह, दि. १: जर्मनी की चैन्सेलर अँजेला मर्केल रविवार को सौदी अरेबिया की यात्रा पर दाखिल हुईं हैं| इस यात्रा में व्यापारी सहयोग, निर्वासित, ईंधन इन मसलों पर चर्चा हुई तथा कुछ व्यापारी समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है| चैन्सेलर मर्केल सात वर्षों में पहली बार सौदी की यात्रा पर आयी हुई हैं|

चैन्सेलर अँजेला मर्केल

रविवार को सौदी अरेबिया के जेद्दाह शहर में दाखिल हुईं चैन्सेलर मर्केल का, सौदी के सुप्रीम लीड़र ‘किंग सलमान’ ने स्वागत किया| इस समय सौदी के अंतर्गत सुरक्षा मंत्री तथा वरिष्ठ सलाहकार और अधिकारी भी उपस्थित थे| स्वागत समारोह के बाद चैन्सेलर मर्केल ने ‘किंग सलमान’ सहित ‘क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन नैफ’ और ‘डेप्युटी क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान’ के साथ बातचीत की|

बातचीत के बाद दोनो देशों में महत्त्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर हुए| इनमें ईंधन, प्रौद्योगिकी, व्यापार और सुरक्षा जैसे क्षेत्र शामिल हैं| जर्मनी की ‘सिमेन्स’, ‘सॅप’, ‘लुफ्तांझा’, ‘डॉईश बाह्न’ और ‘बिल्फिंगर’ जैसीं कंपनियों के साथ ये समझौते हुए, ऐसी जानकारी दी गयी है| सौदी अरेबिया खाड़ी देशों में जर्मनी के सबसे बड़े व्यापारी सहयोगियों में से एक हैं और दोनों देशों के बीच लगभग आठ अरब युरो से ज्यादा कारोबार हो रहा है| जर्मनी द्वारा सौदी अरेबिया में १.२ अरब युरो का निवेश भी किया गया है|

व्यापारी समझौतों के साथ ही चैन्सेलर मर्केल ने, निर्वासितों तथा महिलाओं के अधिकार के बारे में भी सौदी के राजा के साथ बातचीत की, ऐसा बताया जा रहा है| संघर्ष चल रहें क्षेत्रों में से अधिकतम निर्वासितों को पनाह देने के लिए सौदी अरेबिया पहल करें तथा निर्वासितों को अतिरिक्त मानवतावादी सहायता की आपूर्ति करने का ज़िम्मा उठायें, ऐसा मर्केल ने कहा| उसी के साथ ‘आयएस’ के खिलाफ लड़ाई, येमेन में चल रहे युद्ध जैसे मसलों पर भी मर्केल ने बातचीत की, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है|

सौदी अरेबिया की सरकार द्वारा अन्य देशों में स्थापन की गयीं धार्मिक तथा शिक्षाविषयक संस्थाएँ और उन्हें दी जानेवाली आर्थिक सहायता इन मसलों पर भी मर्केल ने बात की, ऐसा जर्मन अधिकारियों ने कहा| पिछले कई वर्षों में जर्मन सरकार की कठोर नीति के कारण, सौदी को जर्मनी स्थित अनेक संस्थाएँ बंद करनी पड़ी थीं| इस पृष्ठभूमि पर इस मसले पर हुई चर्चा महत्वपूर्ण मानी जाती है|

सौदी अरेबिया की यात्रा के बाद चैन्सेलर मर्केल सोमवार को संयुक्त अरब अमिरात की यात्रा पर जायेंगी| संयुक्त अरब अमिरात जर्मनी का, खाड़ी देशों में स्थित सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार देश माना जाता है| दोनों देशों में ईंधन और रक्षा क्षेत्र में व्यापक सहकार्य प्रस्थापित है| सन २०१६ में जर्मनी द्वारा संयुक्त अरब अमिरात को करीब १५ करोड़ युरो की रक्षासामग्री निर्यात की गयी थी|

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