सीडीएस जनरल बिपीन रावत ने नई जिम्मेदारी स्वीकारी

नई दिल्ली – देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ(सीडीएस) यानी रक्षादलप्रमुख जनरल रावत ने अपने नए पद की जिम्मेदारी स्वीकारी है| ‘सेना, नौसेना और वायुसेना इसके आगे एक टीम के तौर पर काम करेगी| तीनों रक्षादलों की उर्जा एक करके एक अधिक एक अधिक एक बराबर तीन नही, बल्कि पांच या सात करने की अपनी कोशिश रहेगी, यह बात जनरल रावत ने कही है| सेनाप्रमुख से सीडीएसबनने के बावजूद नौसेना और वायुसेना को भी उतनी ही अहमियत दी जाएगी, पक्षपात नही होगा, यह वादा जनरल रावत ने किया|

रक्षादलों के बीच समन्वय एवं सहयोग बढाने के लिए एवं निर्णयप्रक्रिया गतिमान करने के लिए सीडीएसपद की जरूरत होने की बात कही जा रही थी| इसके अनुसार केंद्र सरकार ने निर्णय किया और जनरल रावत को देश के पहले सीडीएसके तौर पर नियुक्त किया| अपने पद की जिम्मेदारी स्वीकारने के बाद पहले ही दिन जनरल रावत ने अपनी प्राथमिकता स्पष्ट की| तीनों रक्षादलों की उर्जा एक करके देश की रक्षा के लिए अधिक प्रभावी निर्णय होंगे, यह बात जनरल रावत ने माध्यमों से की बातचीत के दौरान स्पष्ट की

भारत का सीडीएसपश्‍चिमी देशों की तरह कार्यरत नही हो सकता| भारतीय रक्षादलों को अपनी कार्यपद्धती के अनुसार इस पद का विचार करना होगा| सेना, नौसेना और वायुसेना को मिलाकर सामर्थ्य का विचार करके देश की सुरक्षा के लिए कार्रवाई की जाएगी और सीडीएसइसका नियंत्रण करेंगे| इसका मतलब सीडीएस किसी भी रक्षादल को सूचना देगा, यह नही होता| इस बारे में निर्णय सहमति से ही किया जाएगा, यह बात जनरल रावत ने स्पष्ट की|

इसी बीच, भारत ने सीडीएससंबंधी किए निर्णय की गुंज अन्य देशों में भी सुनाई दे रही है| पाकिस्तान में इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त हो रही है और पाकिस्तान के माध्यमों ने यह निर्णय यानी भारत की युद्ध की तैयारी होने का दावा किया है| जनरल रावत सेनाप्रमुख थे तभी भारत ने पाकिस्तान के विरोध में आक्रामकता से लष्करी मुहीम चलाई थी, यह बात भी पाकिस्तान के माध्यम एवं विश्‍लेषकों ने दर्ज की है|

अमरिका के भारत में नियुक्त राजदूत केन जस्टर ने जनरल रावत का अभिनंदन किया है और भारत के इस निर्णय का स्वागत किया है| अगले दौर में भारत और अमरिका का रक्षा सहयोग इस वजह से और भी मजबूत होगा, यह भरौसा राजदूत जस्टर ने व्यक्त किया है|

नजिक के दौर में युद्ध की तैयारी और लष्करी सामर्थ्य बढाने के लिए भारत बडी मात्रा में हथियार और रक्षा सामान की खरीद कर रहा है| इसकी प्राथमिकता तय करना और इस मुद्दे पर रक्षामंत्री को सलाह देने का काम सीडीएसकरेंगे, यह बताया जा रहा है| साथ ही तीनों रक्षादलों के लिए आवश्यक रक्षा सामान की खरीद में अधिक सुलभता लाकर यह प्रक्रिया गतिमान करने का काम सीडीएसकरेंगे| इसी वजह से भारत ने इस मुद्दे पर किए निर्णय का सकारात्मक और दूरतक होगा, यह भरौसा विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है|

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