इंधन बाज़ार की स्थिरता के लिए रशिया और सौदी अरेबिया राज़ी; क़ीमतें बढ़ने के संकेत

हँगझोऊ, दि. ६ (वृत्तसंस्था) – क़रीब दो साल से इंधन बाजार में हो रही गिरावट रोकने हेतु कोशिश करने के लिए रशिया और सौदी अरेबिया राज़ी हो गये हैं| चीन में ‘जी२०’ परिषद के चलते, दोनों देशों के बीच हुई स्वतंत्र बैठक के दौरान आपसी समझौते पर हस्ताक्षर होने की जानकारी दी गयी है|

rusia-saudi- रशिया और सौदी अरेबियासमझौते के अनुसार, बाज़ार को स्थिरता देने के लिए ‘जॉईंट टास्क फोर्स’ स्थापन करने का फ़ैसला किया गया है| क़तार, कुवैत और संयुक्त अरब अमिरात द्वारा इस फ़ैसले का स्वागत किया गया है| दुनिया के प्रमुख इंधन उत्पाद देशों के रूप में पहचाने जानेवाले देशों में हुआ यह समझौता, इंधन क्षेत्र के विद्यमान समीकरण बदलनेवाला साबित होगा, ऐसा कहा जा रहा है|

दो साल पहले कच्चे तेल की क़ीमत १०० डॉलर्स प्रति बैरल से ज़्यादा थी| लेकिन उसमें गिरावट आते हुए इस साल में वह ३० डॉलर्स प्रति बैरल से भी नीचे आयी थीं| इस गिरावट ने, इंधन उत्पाद करनेवाले देशों की अर्थव्यवस्था की बड़ा झटका दिया था| इसी दौरान अमरीका ने, ‘शेल ऑईल’ के बल पर इंधन बाज़ार में स्वयंपूर्णता हासिल करते हुए, निर्यातक्षेत्र में अलग स्थान प्राप्त किया| अमरीका द्वारा इंधन बाज़ार में हिस्सा प्राप्त करने की कोशिशों के चलते, रशिया और सौदी अरेबिया ने अपने उत्पाद तथा निर्यात में कटौती करने से इन्कार किया था|

रशिया और सौदी के साथ अन्य देशों ने भी यही रास्ता चुना| इसकी वजह से, बाज़ार में माँग से ज़्यादा आपूर्ति होकर क़ीमत बढ़ने में रुकावटें आने लगीं| इसका असर इंधन उत्पाद करनेवाले देशों पर हो रहा था और उस वजह से उन्होंने नाराज़गी जताना शुरू किया| छः महीने पहले, रशिया और सौदी अरेबिया ने पहल करते हुए इंधन के उत्पाद पर मर्यादा लाने के संकेत दिये थे| लेकिन ऐन वक्त पर, सौदी ‘ईरान’ के मसले पर पीछे हट जाने से वह योजना विफल हुई थी|

उसके बाद भी रशिया का इंधन बाज़ार में स्थिरता लाने के मसले पर सौदी से वार्तालाप शुरू था| पिछले कई महीनों में हुईं घटनाओं से यह बात सामने आयी थी| ‘जी२०’ परिषद शुरू होने से पहले, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने एक इंटरव्यू में, इंधन बाज़ार की स्थिरता संबंधी सूचक वक्तव्य किया था| इंधन बाज़ार में समझौता करने के लिए रास्ता ढूँढना पडेगा, ऐसा पुतिन ने कहा था| साथ ही, सौदी के साथ कोशिशें शुरू हैं और वे सफल होंगी, ऐसा दावा भी उन्होंने किया था|

russia-saudi2‘जी२०’ परिषद की पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने, सौदी के राजपुत्र ‘डेप्युटी क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान’ की ख़ास भेंट करते हुए वार्तालाप किया| इस वार्तालाप में सौदी अरेबिया द्वारा, रशिया के साथ इंधन के मसले पर सहयोग के संकेत दिये गये| उसके बाद सोमवार को, दो देशों के इंधनमंत्रियों के बीच हुई बैठक में आपसी समझौते पर हस्ताक्षर होने की जानकारी दे दी गयी| इस वक्त रशिया के इंधनमंत्री अलेक्जांडर नोवाक ने अपने बयान में, रशिया और सौदी पर इंधन क्षेत्र में स्थिरता रखने की ज़िम्मेदारी है, ऐसा कहा|

सौदी के इंधनमंत्री खालिद अल फलिह ने, रशिया के साथ हुए समझौते को महत्त्वपूर्ण क़रार देते हुए, अन्य देशों के समर्थन की उम्मीद ज़ाहिर की| उन्होंने आगे कहा कि इंधन के उत्पाद पर मर्यादा लाने का फ़ैसला बैठक में नहीं हुआ है| लेकिन भविष्य में उसे एक अच्छे विकल्प की तरह ज़रूर सोचा जायेगा, ऐसे संकेत सौदी के इंधनमंत्री ने दिये| इंधन बाज़ार पर अंकुश रखने के मुद्दे पर तथा संबंधित अन्य चीजों पर दोनों देशों में बातचीत होती रहेगी और उसके लिए स्वतंत्र ‘टास्क फोर्स’ खड़ा किया जा रहा है, ऐसी जानकारी भी उन्होंने दी है|

रशिया और सौदी के बीच सोमवार को हुए समझौते के बाद, इंधन बाज़ार में उछाल आने का चित्र सामने आया था| पर उत्पाद पर अंकुश लाने के मसले पर कुछ ठोस ऐलान जारी ना होने पर, क़ीमतें फिर से नीचे आ गयी हैं| इसके बावजूद दीर्घकालीन स्थिती के बारे में सोचते हुए, दो देशों के बीच हुआ यह समझौता, बाज़ार के विद्यमान समीकरणों को बदलनेवाला साबित होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है|

One Response to "इंधन बाज़ार की स्थिरता के लिए रशिया और सौदी अरेबिया राज़ी; क़ीमतें बढ़ने के संकेत"

  1. pradhan   September 14, 2016 at 6:44 am

    जॉइंट/ स्वतंत्र टास्क फाॅर्स की स्थापना तैल उत्पादकों के देश के लिए सहायक सिद्ध होगी और स्थिरता भी आएगी, लेकिन कीमत बढ़ने से भारत की विदेशी मुद्रा भण्डार में कमी भी आएगी

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