फ्रांस के वायुसेना प्रमुख का तेजस द्वारा उडान

जोधपुर: फ्रांस के वायु सेना के प्रमुख जनरल आंद्रे लान्ता ने भारतीय वायुसेना के जोधपुर के तल से तेजस लड़ाकू विमान का उड़ान किया है। इस के कई दिन पहले अमरिका के वायुसेना प्रमुख ने भी तेजस से उड़ान किया था। इस की वजह से देसी बनावट के तेजस लड़ाकू विमान फिर से चर्चा में आया हैं।

फ्रांस के वायुसेना प्रमुख आंद्रे लान्ता भारत के भेंट पर है। उन्होंने जोधपुर के तल पर तेजस विमान का उड़ान किया है। भारतीय बनावट के तेजस लड़ाकू विमान का वायु सेना में समावेश किया गया है। कम वजन के एवं एक इंजन और बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान होने वाला तेजस के निर्माण के लिए भारत १९८२ वर्ष से प्रयत्न कर रहा था। पर तेजस के निर्माण के बाद भी यह प्रयत्न नहीं रुके हैं। इस विमान में सुधार करने के बहुत आशंकाए होने के दावे किए जा रहे हैं।

दौरान फ्रांस की वायुसेना प्रमुख ने तेजस से उड़ान करने के कई दिनों पहले अमरिका के वायुसेना प्रमुख जनरल डेविड एल गोल्डफीईन ने तेजस से उड़ान किया था। इसकी वजह से भारतीय बनावट का यह विमान फिर से चर्चा में आया है। वायुसेना के बेड़े में होने वाले मिग एवं अन्य लड़ाकू विमानों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है और इससे पहले ही लड़ाकू विमानों की कमी भारतीय सेना महसूस हो रही है। जल्द से जल्द नए विमान प्राप्त होना आवश्यक बना है।

भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान प्रदान करने के लिए दुनिया भर की कंपनियों ने स्पर्धा शुरु की है। एफ-१६ लड़ाकू विमानों के निर्माण करने वाली अमरिका के लॉकहीड मार्टिन तथा ग्रिपेन विमान के निर्माण करने वाले स्वीडन की साब यह कंपनियाँ भारत का कंत्राट प्राप्त करने की स्पर्धा में है। राइफल विमान का निर्माण करने वाले फ्रांस की डैसल्ट कंपनी स्पर्धा में होने की बात स्पष्ट हुई थी। इस कंपनी से भारत को लड़ाकू विमान के तंत्रज्ञान का हस्तांतरण एवं भारत अपने विमान का निर्माण करने का प्रस्ताव दिया जा रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर फ्रांस एवं अमरिका के वायुसेना प्रमुख ने तेजस से किया उड़ान ध्यान केंद्रित करने वाला है।

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