पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री शरीफ को दस साल का कारावास

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ और उनकी कन्या मरियम शरीफ को भ्रष्टाचार के प्रकरण में दोषी ठहराकर पाकिस्तान के न्यायालय ने सजा सुनाई है। नवाझ शरीफ को दस साल का कारावास और ८० लाख पौंड जुर्माने की सजा सुने है और मरियम नवाझ को एक साल का कारावास और २० लाख पौंड जुरमाना भरने की सजा सुनाई है। पाकिस्तान में २५ जुलाई को चुनाव होने वाले हैं और यह फैसला इस चुनाव पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है, ऐसा दावा किया जा रहा है। नवाझ शरीफ के वकील ने इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देने की घोषणा की है।

पाकिस्तान, भूतपूर्व, नवाझ शरीफ, दस साल, कारावास, इस्लामाबाद, भ्रष्टाचारएक साल पहले नवाझ शरीफ पर भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप सिद्ध हुए हैं और न्यायालय ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। नवाझ शरीफ ने अवैध तरीके से प्राप्त की संपत्ति से देश के बाहर संपत्ति की खरीदारी करने का आरोप न्यायालय ने मान्य किया है। इस वजह से शरीफ को अपात्र ठहराकर उनको चुनाव में शामिल होने की अनुमति भी नहीं दी है। शुक्रवार को इस मामले में फैसला सुनवाकर भ्रष्टाचार विरोधी न्यायालय ने शरीफ को दोषी ठहाराया है और मरियम नवाझ को भी इस अपराध में शामिल होने की वजह से सजा सुनवाई है। मरियम के पति कप्तान सफ़दर ने को भी एक साल के कारावास की सजा सुनाई गई है।

इस फैसले का बहुत बड़ा असर पाकिस्तान में हो सकता है। २५ जुलाई को पाकिस्तान में चुनाव होने वाले हैं और उसके पहले आया हुआ यह फैसला चुनाव पर असर डालने के लिए ही है, ऐसा आरोप भी लगाया जा रहा है। मरियम ने न्यायालय का फैसला आने से पहले ही मै जेल में जाने के लिए तैयार हूँ, ऐसा कहा था। साथ ही न्यायालय किसी के इशारे पर काम कर रहा है, ऐसे संकेत शरीफ के समर्थक दे रहे हैं। शरीफ की पार्टी के कार्यकर्ता इसके पीछे पाकिस्तान की लष्कर का हाथ है, ऐसा खुलकर आरोप लगा रहे हैं।

पाकिस्तान के विरोधी नेता इमरान खान ने इस फैसले का स्वागत किया है। शरीफ के अन्य विरोधक भी न्यायालय का यह फैसला स्वागतार्ह है, ऐसा कह रहे हैं। पाकिस्तान के बुद्धिमान और उदारमतवादी शरीफ की कार्रवाई का भ्रष्टाचार के साथ कोई संबंध नहीं है और उनको राजनीतिक दृष्टि से खत्म करने के लिए लष्कर ने यह षडयंत्र रचाने का आरोप किया है। पाकिस्तान में लष्कर के हाथों में असली सत्ता है और जो कोई नेता इस सत्ता को चुनौती देता है, तब उसको अलग तरीके से हटाया जाता है, इसकी याद शरीफ के समर्थक दिला रहे हैं।

इस वजह से कुछ दिनों में होने वाले चुनाव और यह फैसला इन दोनों का बहुत बड़ा संबंध होने का दावा शरीफ के समर्थक कर रहे हैं। दौरान, नवाझ शरीफ इन दिनों पाकिस्तान में नहीं हैं, वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए पिछले कुछ दिनों से लंडन में रह रहे हैं। अपनी पत्नी अत्यवस्थ है कहकर शरीफ ने न्यायालय से इस फैसले को कुछ समय के लिए आगे धकेलने की विनती की थी। लेकिन न्यायाल ने ऐसा नहीं किया जा सकता कहकर इस विनती को अमान्य किया था।

पंजाब प्रान्त के मुल्तान में शरीफ के खिलाफ सुनाए गए फैसले के बाद प्रदर्शन और आगजनी होने की खबर आई है। लंडन से इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते समय शरीफ ने न्यायालय के इस फैसले की आलोचना की है। साथ ही अपने खिलाफ षडयंत्र रचा गया है कहकर कुछ राजनीतिक पार्टियाँ इस षडयंत्र में शामिल होने का आरोप भी शरीफ ने लगाया है। लेकिन आज नहीं तो कल इन राजनीतिक पार्टियों पर भी पश्चाताप करने की नौबत आएगी, ऐसी शरीफ ने चेतावनी दी है।

जल्द ही शरीफ पाकिस्तान में लौटने वाले हैं और देश के लिए नए सिरे से संघर्ष शुरू करने की घोषणा शरीफ ने की है। २५ जुलाई को होने वाले चुनाव में पाकिस्तानी नागरिक बड़ी संख्य में मतदान करें, ऐसा आवाहन भी शरीफ ने किया है।

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