‘फ्लाईंग बुलेट्स’ तेजस के दूसरे स्क्वाड्रन से लैस होगा

कोइंबतूर, (पीटीआय) – सन १९७१ के पाकिस्तान के साथ के दूसरे युद्ध में ज़बरदस्त प्रदर्शन करनेवाला भारतीय वायुसेना का ‘फ्लाईंग बुलेट्स’ युनिट, ‘तेजस’ लड़ाक़ू विमानों के दूसऱ्या स्क्वाड्रन से सुसज्जित होनेवाला है। आनेवाले बुधवार को तमिलनाडू का सुलूर हवाई अड्डा स्वदेशी बनावट के ‘तेजस’ के दूसरे स्क्वाड्रन से सुसज्जित होगा, ऐसी घोषणा वायुसेना प्रमुख ‘आर. के. एस. भदोरिया’ ने की। वहीं, कोरोनावायरस का संकट आया होने के बावजूद भी भारत को रफायल लड़ाक़ू विमानों की सप्लाई निर्धारित समय में ही की जायेगी, ऐसा फ्रान्स ने स्पष्ट किया है। चीन और पाकिस्तान द्वारा सीमा पर भारत को चुनौती दी जा रही होते समय, तेजस और रफायल के संदर्भ में आयी यह खबर भारतीय वायुसेना के लिए ग़ौरतलब साबित होती है।

‘कश्‍मीर घाटी का संरक्षक’ ऐसी पहचान होनेवाले इस ‘फ्लाईंग बुलेट्स स्क्वाड्रन’ ने सन १९७१ के युद्ध में श्रीनगर में विमान उतारकर पाकिस्तान को ज़ोरदार जवाब दिया था। इस साल १ अप्रैल को इस स्क्वाड्रन की पुनर्रचना की गयी। उसके महज़ दो महीने बाद इसी स्क्वाड्रन में तेजस की तैनाती की जा रही होकर, सामरिक दृष्टि से यह बात बहुत ही अहम साबित होती है। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर की सीमा के पास लड़ाक़ू विमान तैनात किये हैं। वहीं, चीन ने भी लद्दाख की सीमा के पास लड़ाक़ू विमान और हेलिकॉप्टर्स की तैनाती की होने की ख़बरें जारी हुईं थीं। इस पृष्ठभूमि पर, कश्मीर घाटी की मुहिमों का बहुत बड़ा अनुभव हाथ में होनेवाले स्क्वाड्रन में तेजस की तैनाती अलग ही संकेत दे रही है।

लड़ाक़ू विमानों की चौथी श्रेणि का प्रगत विमान होनेवाले स्वदेशी तेजस का निर्माण होने से लेकर उसमे नये नये बदलाव किये जा रहे हैं। दुनियाभर के कुछ अग्रसर विमानों में अब तेजस का भी समावेश होने लगा होकर. अन्य देश भी तेजस की खरीद करने के लिए उत्सुक होने की ख़बरें आ रहीं हैं। वायुसेना में सहभागी होनेवाला तेजस का यह दूसरा स्क्वाड्रन है। दो महीने पहले रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना को, और ८३ तेजस विमानों की ख़रीद की मंज़ुरी दी थी। भारतीय वायुसेना के बेड़े में होनेवाले रशियन बनावट के ‘मिग-२७’ लड़ाक़ू विमानों का स्थान देसी बनावट के तेजस विमान लेंगे, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है। इसका बहुत बड़ा लाभ देश के रक्षा उद्योग को होनेवाला है।

तेजस का दूसरा स्क्वाड्रन वायुसेना में सहभागी हो रहा है; ऐसे में फ्रान्स ने भारत को सप्लाई किये जानेवाले रफायल विमानों के बारे में महत्त्वपूर्ण घोषणा की। कोरोनावायरस का संकट आया होने के बावजूद भी, फ्रान्स भारत को निर्धारित समय में ही रफायल की सप्लाई करेगा, ऐसा फ्रान्स ने कहा है। फ्रान्स के भारत में नियुक्त राजदूत इमॅन्युअल लेनिन ने यह जानकारी दी।

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