‘पहली बार अमरिकी सत्ता जनता को हस्तांतरित हुई है’ : नये राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का दावा

वॉशिंग्टन, दि. २१ : ‘अब तक अमरीका की सत्ता एक प्रशासन से दूसरे प्रशासन के पास हस्तांतरित की जाती थी| लेकिन इस समय, पहली बार यह सत्ता प्रशासन से जनता को सौंपी गई है| आज तक राजधानी वॉशिंग्टन में राजनीतिक व्यवस्था अधिक से अधिक सुरक्षित बनती गयी, लेकिन इस व्यवस्था ने अमरिकी जनता को सुरक्षित नहीं बनाया| दूसरे देशों की रक्षा करनेवाली और सहायता देनेवाली अमरीका को, अपनी ही जनता की सुरक्षा एवं रोज़गार तथा सहायता करना मुमक़िन नहीं हुआ| लेकिन अब यह सब बदलनेवाला है| मैं तुम्हें कभी निराश नहीं होने दूँगा’ इन शब्दों में अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया|

हस्तांतरितशुक्रवार को राजधानी वॉशिंग्टन में राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का शपथग्रहण समारोह संपन्न हुआ| उस समय देशवासियों को संबोधित करते हुए ट्रम्प कौनसी नीति अपनाएँगे, इसपर पूरी दुनिया की नजरें टिकी थी| अपने मुँहफट स्वभाव के लिए मशहूर रहनेवाले ट्रम्प ने अपने भाषण में, चुनावप्रचार के समय अपनायी हुई भूमिका क़ायम रखी| लेकिन संयत शब्दों में, अमरीका की राजनीतिक व्यवस्था पर रहनेवाली, जनता की नाराज़गी भी ट्रम्प ने व्यक्त की| ‘यह राजनीतिक व्यवस्था जनता की मनोकामना की पूर्ति करने में अब तक असफल रहीं| इसीलिए राजधानी वॉशिंग्टन की यह व्यवस्था हालाँकि और भी अधिक मज़बूत और सुरक्षित बनती गई, लेकिन अमरिकी जनता को सुरक्षा नहीं मिली| अमरिकी लोगों का रोज़गार छिना गया और अमरिकी कंपनीयाँ दूसरे देशों में जाकर जम गयीं| राजनीतिक, व्यापार और रक्षा विषयक समझौते करते समय अमरिकी जनता और श्रमिकों के हितसंबंधों को नज़रअंदाज किया गया’ ऐसा इल्ज़ाम राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने रखा|

‘दुनियाभर में अमरीका की सहायता से इन्फ़्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ| अमरीका ने अन्य देशों की सुरक्षा के लिए ट्रिलिअन डॉलर्स खर्च किए| लेकिन आम जनता को इसका फायदा नहीं मिला| इसी कारण, वॉशिंग्टन की राजनीतिक व्यवस्था की सफलता, यह अमरिकी जनता की सफलता नहीं हो सकी| इस व्यवस्था की विजय जनता की विजय नहीं बन सकी| लेकिन अब यह सब बदलने वाला है’ ऐसा कहते हुए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, ‘मैं इसके लिए अथक कोशिश करते रहूँगा’ ऐसा आश्‍वासन दिया| ‘अमरीका को एकसाथ रखने के लिए मैं सबसे अधिक कोशिश करूँगा’ ऐसा कहते हुए ट्रम्प ने, ‘एकसंघ अमरीका को कोई नहीं रोक सकता’ ऐसा भरोसा जताया| साथ ही, दुनिया को इस्लामी चरमपंथियों से ख़तरा बढ़ रहा है, जिसे इस धरती से उख़ाड़ फेकने के लिए अमरीका नये मोरचें तैयार करेगी, ऐसी घोषणा ट्रम्प ने की|

‘मैं रंग से काला हूँ, भूरे रंग का हूँ या श्‍वेत हूँ, यह बात अहमियत नहीं रखती| तो मेरे शरीर में दौड़नेवाला खून देशभक्ती का है, ऐसी अमरिकी जवानों की पारंपरिक धारणा रहती है| इससे हम सभी को बहुत कुछ सीखने जैसा है’ ऐसा ट्रम्प ने आगे कहा|

‘अमरीका फर्स्ट’ यह मेरी नीति होगी तथा इस नीति के चलते अमरीका की अर्थव्यवस्था, मज़दूरवर्ग और उत्पादनक्षेत्र को सबसे अधिक अहमियत दी जाएगी, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरीका समेत पूरी दुनिया को दी है| लेकिन क्या ट्रम्प अपने इन बयानों को वास्तव में उतार सकेंगे, ऐसा सवाल उनके आलोचक करने लगे हैं| इतना ही नहीं, बल्कि ट्रम्प की नीति को दुनिया से चुनौती मिल सकती है, जिससे अमरीका के दुनियाभर के हितसंबंध ख़तरे में पड़ सकते है, ऐसी चेतावनी कुछ विशेषज्ञो द्वारा दी जा रही है| लेकिन ट्रम्प के पीछे अपना समर्थन खड़ा करनेवाले अमरिकी मतदाताओं के लिए ट्रम्प का यह भाषण लुभावना था, ऐसा नये राष्ट्राध्यक्ष की आलोचना करनेवाली मीडिया ने भी क़बूल किया है|

अमरीका

trump-protestअमरीका के ४५ वें राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर डोनाल्ड ट्रम्प जब वॉशिंग्टन में शपथ ले रहे थे, तब अमरीका में, उनके राष्ट्राध्यक्षपद और नीतिओं के विरोध में भारी मात्रा में प्रदर्शन हुए| अमरीका के कई शहरों में इन प्रदर्शनों को हिंसक स्वरूप मिलने के कारण सिएटल में हुई गोलीबारी में एक आदमी गंभीर रूप से घायल हुआ है, ऐसा कहा जाता है| राजधानी वॉशिंग्टन के साथ देशभर में कई जगहों पर ट्रम्प की प्रतिमाओं के साथ गाड़ियाँ और झंड़े तक जलाए, वहीं कई जगहों पर दूकान भी फोड़े गये| ट्रम्प के खिलाफ़ ये प्रदर्शन शनिवार को भी शुरू थे, जिसमें सुरक्षा एजन्सियों ने अब तक २०० से भी अधिक प्रदर्शनकारियों को कब्ज़े में लिया है|

युरोप tru-pro

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्पविरोधी आंदोलन की गूँज युरोपीय देशों के साथ दुनियाभर में सुनाई दी| ब्रिटन की राजधानी लंदन में आंदोलकों ने अमरिकी दूतावास के सामने प्रदर्शन करते हुए ‘नो टू ट्रम्प’ की घोषणाएँ दीं| वहीं, स्पेन की राजधानी माद्रिद में ‘स्टॉप ट्रम्प’ के बॅनर लगाए गए थे| जर्मनी की राजधानी बर्लिन में प्रदर्शनकारियों ने, ट्रम्प की नीतिओं का विरोध करनेवालों ने, ‘वॉल्स डिव्हाईड’ ऐसे बॅनर लगाते हुए अपनी नाराज़गी जताई| इसके अलावा बुड़ापेस्ट, एडिनबर्ग, ब्रुसेल्स इन युरोपीय शहरों में सैंकड़ों प्रदर्शनकारी ट्रम्प की नीतिओं का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे हुए दिखाई दे रहे थे|

 

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