अमरिका का ‘फेडरल रिज़र्व’ बिटकॉइन को खत्म करेगा- विख्यात अर्थशास्त्री स्टीव शिव्हरोन का इशारा

न्यूयॉर्क: “अमरिका की मध्यवर्ती बैंक ‘फेडरल रिज़र्व’ बिटकॉइन को ख़त्म किए बिना शांत नही रहेगी”, ऐसा इशारा विख्यात अर्थशास्त्री ‘स्टीव शिव्हारोन’ ने दिया है। बिटकॉइन को भवितव्य नहीं है, फिर भी यह आभासी चलन जिस तकनीक पर आधारित है, उस ब्लॉकचेन का आगे बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो सकता है, ऐसा शिव्हारोन ने कहा है। वर्तमान में बिटकॉइन की दरों में बड़ी बढोत्तरी हो रही है, ऐसे में उसके खिलाफ कुछ विश्लेषकों ने इशारे दिए थे। लेकिन अमरिका का ‘फेडरल रिज़र्व’ बैंक बिटकॉइन को खत्म करेगा, ऐसा कहकर शिव्हारोन ने बिटकॉइन में निवेश करने वालों को इशारा दिया है।

कुछ दिनों पहले ही ‘स्टीव शिव्हारोन’ ने बिटकॉइन के बरमे महत्वपूर्ण विधान किया था। सन २००८ मे आयी वैश्विक मंदी के बाद निवेश के बड़े लाभ का लालच बिटकॉइन के रूप में सामने आया है, ऐसा ‘शिव्हारोन’ ने कहा था। इस बारे में अधिक विस्तार से कहते हुए शिव्हारोन ने निवेशकों की मानसिकता के बारे में स्पष्ट मत व्यक्त किया है। अधिक लाभ के लालच में जोखिम लेने की तैयारी रखने वाले निवेशक बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं, ऐसा दावा शिव्हारोन ने किया है।

“बिटकॉइन यह विनियमन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मुद्रा नहीं है। संपत्ति का संचय करने के लिये यह मुद्रा भरोसे की नहीं है। इस मुद्रा का कोयी खास मूल्य नही है। इस वजह आज नहीं तो कल फेडरल रिज़र्व बिटकॉइन पर कार्रवाई किए बिना चुप नहीं रहेगा। क्योंकि इस चलन के साथ समझौता करना ‘फेडरल रिज़र्व’ को मुमकिन नहीं होगा”, ऐसा ‘स्टीव शिव्हारोन’ ने एक अमरिकी न्यूज़ चैनल को दिए हुए इंटरव्यू में स्पष्ट किया है। लेकिन बिटकॉइन पर फेडरल रिज़र्व ने इस तरह की कार्रवाई की, तो फिर भी बिटकॉइन जिस तकनीक पर आधारित है, उस ‘ब्लॉकचेन’ को भवितव्य है,इस बात को शिव्हारोन ने स्पष्ट किया है।

“ब्लॉकचेन तकनीक आने वाले समय में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि इस से बैंकों की कार्यक्षमता अधिक बढ़ सकती है, अर्थ व्यवहार अधिक तेज और सुलभ किए जा सकते हैं और दूसरे देशों में ‘पेमेंट’ करना आसान और किफायती बन जाएगा”, ऐसा शिव्हारोन ने कहा है। मुख्य रूप से ब्लॉकचेन की वजह से लाल फीता व्यवहार खत्म हो जाएगा। साथ ही ग्राहकों की पहचान कराने वाली प्रगत व्यवस्था यह भी ब्लॉकचेन का महत्वपूर्ण वैशिष्ट्य साबित हो सकता है, ऐसा दावा शिव्हारोन ने किया है।

पिछले कुछ हफ़्तों से बिटकॉइन की दरों में बढ़ोत्तरी हो रही है। बीच बीच में उसमें गिरावट भी हो रही है, लेकिन फिर भी दुनियाभर के निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने में बिटकॉइन को सफलता मिली है। लेकिन ऐसा है फिर भी इस मुद्रा के बारे में दुनियाभर के अर्थशास्त्री इशारा दे रहे हैं। इस मुद्रा के दूरगामी परिणाम हमें देखने को मिलेंगे, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

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