फताह और हमास का हाथ मिलाना शांति चर्चा के लिए मारक साबित होगा – इस्राइल के प्रधानमंत्री का इशारा

जेरूसलेम: इस्रैली जनता पर रॉकेट हमले करने वाली ‘हमास’ यह गाझापट्टी का खूनी संगठन है और उसके साथ ‘फताह’ ने खोला हुआ मोर्चा इस्राइल कभी भी मानी नही करेगा। फताह और हमास का मोर्चा इस्राइल के साथ की शांति चर्चा को मारक साबित होगी, ऐसा इशारा इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दिया है। लेकिन वेस्ट बैंक के फिलिस्तीन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास हमास के साथ खोले हुए इस मोर्चे पर निश्चित हैं और जल्द ही वह गाझापट्टी का दौरा करने वाले हैं।

शांति चर्चाअंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिलिस्तीन को राष्ट्र के तौर पर मान्यता प्रप्त करने के लिए फिलिस्तीन की अधिकृत सरकार होना आवश्यक है। इसके लिए अगले कुछ महीनों में फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक और गाझापट्टी इन दो भूभागों में चुनाव होने वाले हैं। इन चुनाओं की पृष्ठभूमि पर, नरम नीति के लिए प्रसिद्ध ‘फताह’ इस वेस्ट बैंक के संगठन ने गाझापट्टी के ‘हमास’ इस हिंसक फिलिस्तीनी संगठन के साथ बातचीत शुरू की थी। पिछले हफ्ते से इजिप्त की मध्यस्थी से कैरो में हमास और फताह के बिच बातचीत शुरू थी।

दो दिनों पहले हमास और फताह की यह बातचीत सफल होने की घोषणा इजिप्त ने की थी। इस बातचीत की वजह से अगले चुनाव में हमास और फताह एक होकर चुनाव लड़ेंगे और संयुक्त मोर्चे की सरकार स्थापित करेंगे। इसके लिए १ दिसंबर को हमास के कब्जे वाले गाझापट्टी वेस्ट बैंक के फिलिस्तीन की अधिकृत सरकार के नियंत्रण में आएगी। इस वजह से फिलिस्तीन के चुनाव की प्रक्रिया अधिक आसान होगी, ऐसा दावा यूरोपीय देश कर रहे हैं।

लेकिन हमास और फताह का यह मोर्चा इस्राइल को मान्य नहीं है। ‘इस्राइल को अपने पडौसी देशों के साथ शांति प्रस्थापित करनी है। लेकिन हमास और फताह के बिच हुई समेट इस क्षेत्र में शांति प्रस्थापित करने की कोशिशों को मारक साबित हो सकती है’, ऐसी टीका नेत्यान्याहू ने की है। साथ ही ‘हमास’ यह आतंकवादी संगठन है और इस संगठन ने इस्राइल के विनाश की घोषणाएं की हैं। हमास हथियार नीचे रखकर इस्राइल विरोधी भूमिका छोड़ता नहीं, तब तक फिलिस्तीन में स्थित गठबंधन सरकार को इस्राइल की मान्यता नहीं होगी’, ऐसा भी नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया है। इस्राइल ने बहुत पहले हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। साथ ही भूमिगत मार्ग से इस्राइल में घुसपैठ की कोशिश करने वाले और इस्रैली जनता पर सेंकडो रॉकेट हमले करने वाले हमास के साथ किसी भी प्रकार की चर्चा मुमकिन नहीं है, ऐसी भूमिका इस्राइल की है।

दौरान, हमास के साथ इस दोस्ती का फिलिस्तीनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने स्वागत किया है। साथ ही इस्राइल के साथ शांति चर्चा के लिए हमास के साथ किए मोर्चे से पीछे नही हटेंगे, ऐसा अब्बास ने स्पष्ट किया है। साथ ही गाझापट्टी में तीन हजार पुलिस तैनात करने के आदेश भी अब्बास प्रशासन ने दिए हैं।

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