ईरान के गतिविधियों पर अमरिका एवं दुनिया की कड़ी नजर- अमरिका के राजदूतो का इशारा

न्यूयॉर्क / तेहरान: ईरान के शासन को अब नोटिस मिली होगी। अमरिका के साथ समूचे दुनिया ईरान क्या कर रहा है, इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, इन शब्दों में अमरिका के संयुक्त राष्ट्रसंघ की राजदूत निकी हॅले ने ईरान को कड़ा इशारा दिया है। ईरान में शुरू प्रदर्शन के मुद्दे पर अमरिका ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्रसंघ के सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में अमरिका ने ईरान पर टीका की है। पर रशिया एवं अन्य देशों ने अमरिका के भूमिका पर तीव्र नाराजगी व्यक्त की थी।

ईरान में पिछले हफ्तो से सत्ताधारी शासन के विरोध में तीव्र प्रदर्शन शुरू हुए हैं। ईरान में ४० से अधिक शहरों में शुरू इन प्रदर्शनों में अब तक लगभग २२ लोगों की जान गई है और १००० से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि पर, ईरान सरकार ने देश भर की इंटरनेट सेवा एवं अन्य माध्यमों पर बड़ी तादाद में प्रतिबंध जारी किए हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने ईरान के मुद्दे पर चर्चा करें, ऐसी मांग कर के, सुरक्षा परिषद की तत्काल बैठक बुलाने के लिए विवश किया था।

इस बैठक में अमरिका की राजदूत निकी हॅले ने ईरान के आंदोलनों का पक्ष उठाए धरा है और सत्ताधारी शासन को कठोर इशारा दिया है। “देश के अनेक भागों में ईरानी जनता बगावत कर रही है, ईरान की जनता दबाव के करण इस शासन से ऊब चुकी है। ईरान में धैर्यशील नागरिकों ने आंदोलन के माध्यम से अपनी जान खतरे में डालने के लिए भी नहीं सोचा है, इन शब्दों में हॅले ने ईरान पर आंदोलन को स्पष्ट समर्थन घोषित किया है।

जनता का पैसा आतंकवाद, मारकाट, हुकुमशाह, विदेशी बागी एवं छुपे युद्ध पर खर्च करना रोके, ऐसा कड़ा संदेश ईरान की जनता प्रदर्शन से दे रही है, ऐसा दावा हॅले ने किया है। ईरान सरकार अपनी जनता का आवाज दबाना छोड़ दें, ऐसा हॅले ने सूचित किया है। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ईरान में सरकार विरोधी आंदोलन को समर्थन देने के लिए कदम उठाएं, ऐसा आवाहन भी अमरिका के राजदूत ने किया है।

अमरिका ने ईरान के मुद्दे पर बुलाई इस बैठक में रशिया ने जोरदार टीका की है। अफगानिस्तान, सीरिया, लीबिया, येमेन, उत्तर कोरिया इन जैसे मुद्दों पर ध्यान देना छोड़कर अमरिका ईरान के अंतर्गत व्यवस्था में हस्तक्षेप करने के लिए सुरक्षा परिषद की ऊर्जा खर्च कर रहा है, ऐसा आरोप रशिया के राजूदूत ने किया है। तथा ईरान के राजदूत ने अमरिका पर दुनिया के सामने स्वयम नैतिक, राजनैतिक एवं कानून का अधिकार तथा प्रतिष्ठा भी गवायी है, ऐसे शब्दों में आलोचना की है।

एक तरफ अमरिका ईरानी शासन को आंदोलन के मुद्दे पर लक्ष्य कर रहा है और दूसरी तरफ परमाणु करार नियंत्रित करने के लिए गतिविधियों को प्रोत्साहन दे रहा है। अमरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने जल्द ही अमरिका की संसद ईरान के परमाणु करार पर अंतिम निर्णय लेगी, ऐसे संकेत दिए हैं।

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