यूरोपीय महासंघ का अमरिका पर मुद्रायुद्ध का आरोप

ब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन: अमरिका राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके अमरिकी डॉलर का मूल्य यूरो की तुलना में कम रख रहा है। ऐसा आरोप महासंघ का मध्यवर्ती बैंक ‘यूरोपीयन सेन्ट्रल बैंक’ ने किया है। इस साल होने वाली ‘जी-२०’ बैठक में यह मुद्दा उपस्थित किया जाएगा, ऐसा यूरोपीयन सेन्ट्रल बैंक ने इशारा दिया है।

‘अमरिका के राज्य-कोष विभाग की तरफ से दूसरी बार डॉलर का मूल्य कम रखने के लिए दबाव डाला जा रहा है। अमरिका तरफ से मुद्रा के विनिमय दर पर प्रभाव डालने के लिए चल रहीं राजनीतिक कोशिशें यूरोपीयन सेन्ट्रल बैंक के लिए चिंता की बात है। डॅव्होस में हुई बैठक में इस मुद्दे पर जोर दिया गया था। इस वर्ष होने वाली जी२० की बैठक में भी इस मुद्दे को उपस्थित किया जाएगा’, इन शब्दों में यूरोपीयन सेन्ट्रल बैंक के अधिकारी इवाल्ड नोवोत्नी ने अमरिका पर टीकास्त्र छोड़ा।

नए साल में अमरिकी डॉलर्स का मूल्य दो प्रतिशत के गिर गया है। इसके पहले सन २०१७ में अमरिकी डॉलर करीब १० प्रतिशत से गिर गया था। इसका फायदा अमरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को हो रहा है, लेकिन अमरिकी आयातकर्ताओं को घाटा हो रहा है। इसी दौरान अमरिकी जनता को भी महंगाई की मार झेलनी पड़ सकती है, ऐसी भविष्यवाणी की जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर नोवोत्नी ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प को लक्ष्य किया है। वर्तमान में अमरिकी अर्थव्यवस्था में चल रही तेजी इसके पहले के सरकार के फैसले और ‘फेडरल रिज़र्व’ के फैसलों का परिणाम है, ऐसा नोवोत्नी ने कहा है। ट्रम्प राष्ट्राध्यक्ष बनाने के बाद अमरिका और यूरोप के बीच तनाव बढने के संकेत मिले हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने शुरुआती दौर में ‘नाटो’ को लक्ष्य बनाते हुए यूरोपीय देशों पर टीका की थी। उसके बाद ‘अमरिका फर्स्ट’ नीति का स्वीकार करते हुए जर्मनी जैसे देश व्यापार के माध्यम से बड़े पैमाने पर फायदा उठा रहा है, ऐसा आरोप भी किया था। पिछले महीने में एक ब्रिटिश न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में, यूरोपीय महासंघ के साथ व्यापार का मुद्दा उपस्थित करके ट्रम्प ने संभाव्य कार्रवाई का भी इशारा दिया था।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के इस इशारे पर यूरोपीय देशों की तरफ से तीव्र प्रतिक्रिया आई थी। अमरिका ने व्यापार युद्ध के बारे में धमकी दी अथवा कार्रवाई की तो महासंघ की तरफ से उसे उचित और निश्चित प्रत्युत्तर मिलेगा, ऐसा यूरोपीय कमीशन ने कहा था। ट्रम्प की तरफ से ‘अमरिका फर्स्ट’ नीति का पुरस्कार शुरू है, इसी दौरान यूरोपीय महासंघ ने विश्व के विविध इलाकों में मुक्त व्यापार अनुबंध के लिए जोरदार मोर्चा खोला है।

पिछले कुछ महीनों में यूरोपीय महासंघ का कनाडा और जापान के साथ मुक्त व्यापार अनुबंध के बारे में एकमत हुआ है। ऑस्ट्रेलिया, न्यूझिलंड और लैटिन अमरिकी देशों के साथ अनुबंध की चर्चा शुरू है। दूसरी तरफ अमरिका की ’नाफ्टा’ और ‘ट्रांस-पसिफ़िक पार्टनरशिप’ यह बहुराष्ट्रीय व्यापार अनुबंध से बाहर हुई हैं और चीन और कैनडा से आयात उत्पादों पर बड़े पैमाने पर कर लगाने का फैसला भी किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.