व्यापारयुद्ध और अनिश्‍चितता की पृष्ठभूमि पर यूरोपिय अर्थव्यवस्था की रफ्तार में कमी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्रुसेल्स: अमरिका और चीन में लंबे समय से चल रहा व्यापारयुद्ध, ब्रेक्जिट और अंदरुनि स्तर पर बनी अनिश्‍चितता की वजह से यूरोपिय अर्थव्यवस्था की रफ्तार में गिरावट होने की बात सामने आयी है| यूरोपिय महासंघ ने घोषित किए नए रपट में ‘यूरोझोन’ के तौर पर जाने जा रहे १९ सदस्य देशों की एकत्रित अर्थव्यवस्था का विकास दर वर्ष के अंत तक गिरा हुआ होगा, यह संकेत दिए गए है| इस रपट की पृष्ठभूमि पर ही जर्मनी के औद्योगिक उत्पादन में पाच प्रतिशत की कमी हुई है और यह बात ‘यूरोझोन’ की गिरावट का समर्थन कर रही है|

अमरिका और चीन के बीच वर्ष २०१८ से व्यापार युद्ध शुरू है और यह रुकने के पुख्ता संकेत अभी भी प्राप्त नही हुए है| दोनों देश व्यापारी समझौते के लिए बातचीत कर रहे है, फिर भी उनके बीच बने मतभेद लगातार सामने आ रहे है| इस वजह से यह व्यापारी संघर्ष अभी कुछ समय और जारी रहने के संकेत प्राप्त हो रहे है| ऐसे लंबे समय तक चलनेवाले व्यापार युद्ध का असर यूरोपिय देशों पर होता दिखाई देने की शुरूआत हुई है|

अमरिका और चीन यह दोनों देश यूरोप के लिए प्रमुख व्यापारी भागीदार देश है और साथ ही इन दोनों देशों के साथ यूरोप के आर्थिक और व्यापारी स्तर पर बने विवाद सामने आ रहे है| अमरिका और यूरोप में अरबों डॉलर्स के प्रतिबंधों के मुद्दे पर संघर्ष जारी है| साथ ही चीन से निवेष स्वीकारने संबंधी तय की गई नीति यूरोप के लिए मुश्किलों का कारण साबित हो रही है और इस मुद्दे पर अब यूरोप ने भी आक्रामक रवैया अपनाया है|

एक ही समय पर अमरिका और चीन के साथ बने व्यापारी और आर्थिक तनावों के कारण यूरोपिय देशों की अर्थव्यवस्था को झटके लगने की शुरूआत हुई है| यूरोप में प्रमुख अर्थव्यवस्था होनेवाले जर्मनी, फ्रान्स, इटली, स्पेन और ब्रिटेन इन सभी देशों में मांग एवं निवेष की मात्रा में कमी देखी जा रही है| जर्मनी में पिछले वर्ष से देखी जा रही गिरावट खास ध्यान आकर्षित करनेवाली साबित होती है|

जर्मनी यह देश यूरोपिय अर्थव्यवस्था की रीड है और औद्योगिक उत्पाद में दुनिया में भी प्रमुख देश के तौर पर पहचाना जाता है| पर, जर्मनी में पिछले कुछ महीने से औद्योगिक उत्पाद में लगातार गिरावट हो रही है| हाल ही में प्रसिद्ध हुई जानकारी के अनुसार, जर्मनी के उत्पादन में अक्टुबर महिने में करीबन ५.३ प्रतिशत गिरावट देखी गई है| यह गिरावट वर्ष २००९ के बास सबसे बडी गिरावट साबित हुई है| औद्योगिक उत्पाद के साथ ही जर्मनी के निर्माण क्षेत्र में भी २.८ प्रतिशत गिरावट होने की बात दर्ज हुई है|

इसी दौरान, वर्ष २०११ के बाद यूरोप में गिरे आर्थिक संकट से बाहर निकलने के लिए हो रही सुधार की कोशिश भी नाकाम साबित होने के संकेत प्राप्त हो रहे है| यूरोपिय महासंघ के अर्थमंत्री की एक बैठक हाल ही में हुई और इस दौरान महासंघ के ‘बैंकिंग युनियन’ संबंधी तीव्र मतभेद होने की बात सामने आयी है| इन सुधारों के बारे में जर्मनी ने रखे प्रस्तावों को इटली के साथ अन्य कुछ सदस्य देशों ने कडा विरोध किया है, यह जानकारी सूत्रों ने दी| ‘बैंकिंग युनियन’ जैसे अहम मुद्दे पर प्राप्त हो रही नाकामयाबी यूरोपिय अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर गलत संकेत देनेवाले साबित होंगे, यह दावा कुछ विश्‍लेषकों ने किया है|

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