शरणार्थियों की वजह से यूरोपीय संघ टूटने की दहलीज पर – यूरोपियन कमीशन के उपाध्यक्ष की चेतावनी

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ब्रूसेल्स – यूरोपीय महासंघ टूटकर उसका विघटन होगा, ऐसी कल्पना ५ वर्षों पहले किसी ने भी नहीं की थी, पर आने वाले समय में अविश्वसनीय लगने वाली यह बात अब यूरोपीय संघ के बारे में होने की संभावना है, ऐसे शब्दों में यूरोपीय कमीशन के उपाध्यक्ष फ्रांस टीमरमैन्स ने, महासंघ के टूटने की दहलीज पर होने की सनसनीखेज चेतावनी दी है| यूरोपीय संघ के टूटने के लिए शरणार्थियों की घुसपैठ महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता हैं, ऐसा इकबालिया बयान टीमरमैन्सने दिया है| शरणार्थियों के मुद्दे पर संघ के प्रमुख देश होनेवाले जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन और ऑस्ट्रिया इन सभी देशों ने आक्रामक भूमिका ली है और संघ के वरिष्ठ नेताओं से ऐसे प्रकार के बयान आना गंभीर बात मानी जा रही है|

शरणार्थियों के मुद्दे पर संघ की विशेष बैठक हालही में संपन्न हुई है| इस बैठक में शरणार्थियों के मुद्दे पर कठोर उपाय योजना तथा अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए वित्तीय सहायता के मुद्दे पर चर्चा होने वाली है| पर अधिकतम सदस्य देशों ने शरणार्थियों के लिए अतिरिक्त वित्त सहायता का प्रावधान एवं शरणार्थियों का आश्रय देने के लिए योजनाएं, इन प्रस्ताव को जोरदार विरोध किया| जर्मन चांसलर मर्केल, फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रोन जैसे संघ के वरिष्ठ नेतृत्व ने शरणार्थियों के मुद्दे पर अधिक प्रयत्न आवश्यक होने का आवाहन किया है| फिर भी वास्तव में इन मुद्दों पर संघ में आपसी मतभेद अधिक तीव्र हो रहै, है, ऐसा कमीशन के उपाध्यक्ष ने दिए चेतावनी से स्पष्ट हो रहा है|

एक समय संघ के एकजुट पर हमले करना अथवा उसपर टीका करना निरर्थक था| उसकि वजह संघ अभेद्य था| पर अब वैसा नहीं रहा है और संघ टूटने के दहलीज पर होने का चित्र दिखाई दे रहा है| महासंघ के टूटने के लिए शरणार्थियों का मुद्दा प्रमुख कारण होता दिखाई दे रहा है| महासंघ के सभी सदस्य देशों में आज शरणार्थियों का मुद्दा मुख्य वजह बना है, ऐसे शब्दों में कमीशन के उपाध्यक्ष टीमरमैन्स ने संघ के विघटन के बारे में चेतावनी दी है|

शरणार्थियों के मुद्दे पर यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को साथ आना आवश्यक है| संघ के सदस्य देशों ने साथ आकर शरणार्थियों के बारे में योग्य धारणा नहीं बनाई और नागरिकों को उसके लिए तैयार नहीं कर सके, तो सन १५८१ वर्ष में डच नागरिकों ने जैसे स्वतंत्रता का संग्राम किया था, अब ऐसी स्थिति आएगी ऐसा टीमरमैन्स ने सूचित किया है| यूरोपीय संघ के वरिष्ठ नेताओं ने शरणार्थियों के मुद्दे पर पहली बार संघ के टूटने की चेतावनी दि है|

इससे पहले संघ से लगातार शरणार्थियों के मुद्दे पर सदस्यों ने एक साथ आना एवं योग्य धारणा बनाने का आवाहन किया जाता रहा थौ| पर ब्रेग्जिट का निर्णय एवं विविध सदस्य देशों में शरणार्थियों के विरोध में बढ़ता असंतोष, इसका एहसास संघ को होने लगा है, ऐसा कमीशन के उपाध्यक्ष ने दिए चेतावनी से दिखाई दे रहा है|

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