सौदी के ‘आभा एअरपोर्ट’ पर हौथी के हमले में आठ घायल – २४ घंटों में दूसरा हमला होने का दावा

रियाध – हौथी विद्रोहियों ने सौदी अरब के आभा हवाई अड्डे पर किए ड्रोन हमलों में आठ लोग घायल हुए हैं। इस हमले में एक यात्री विमान का भी नुकसान होने की जानकारी सौदी यंत्रणा ने प्रदान की। इस हमले से पहले नज़रन हवाई अड्डे पर मिसाइल हमला करने की कोशिश नाकाम की गई थी, यह भी बताया गया है। ईरान का समर्थन प्राप्त होनेवाले हौथी विद्रोही बीते कुछ वर्षों से सौदी के हवाई एवं लष्करी अड्डों को लगातार ड्रोन्स से लक्ष्य कर रहे हैं।

‘आभा एअरपोर्ट’मंगलवार के दिन येमन की सीमा से सटे सौदी के असिल प्रांत की राजधानी आभा को लक्ष्य किया गया। सौदी की यंत्रणाओं ने तैनात किए ‘इंटरसेप्टर सिस्टम’ ने हवाई अड्डे की दिशा में छोड़ा गया ड्रोन मार गिराया। लेकिन, इस ड्रोन के कुछ हिस्से नज़दीकी यात्री विमान एवं कुछ गाड़ियों से जा टकराए। इस दौरान हवाई अड्डे पर मौजूद कुछ विदेशी यात्री घायल होने की जानकारी सौदी यंत्रणाओं ने साझा की। इन यात्रियों में भारत, नेपाल और बांगलादेश के यात्रियों का समावेश है और बांगलादेश का एक यात्री गंभीर रूप से घायल होने की बात कही गई है।

बीते २४ घंटों के दौरान आभा हवाई अड्डे को ड्रोन्स द्वारा लक्ष्य करने की यह दूसरी कोशिश होने की जानकारी सौदी के अधिकारी ने साझा की। आभा हवाई अड्डे पर हमला होने से पहले नज़रन, जझान और खमिस मुशायत शहरों को हौथी विद्रोहियों ने मिसाइल एवं ड्रोन्स से लक्ष्य करने की कोशिश की, ऐसा सौदी ने कहा है। लेकिन, यह सभी हमले सफलता से नाकाम किए गए, यह जानकारी भी सौदी ने साझा की।

‘आभा एअरपोर्ट’बीते पांच वर्षों में हौथी विद्रोहियों ने आभा हवाई अड्डे को लगातार लक्ष्य किया है। सौदी यंत्रणाओं ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार आभा हवाई अड्डे पर लगभग १० हमले हुए और इसमें मिसाइल और ड्रोन हमलों का भी समावेश है। इन हमलों में एक विदेशी नागरिक की मौत हुई है और ५० से अधिक घायल हुए हैं।

रविवार के दिन हौथी के विद्रोहियों ने येमन में सौदी समर्थक फौज के लष्करी अड्डे पर बड़ा हमला किया था। लहिज प्रांत के अल-अनद लष्करी अड्डे पर हुए हमले में ३० से अधिक सैनिक मारे गए थे और ६० से अधिक घायल हुए थे। इस हमले के लिए ‘बैलेस्टिक मिसाइल’ के साथ ‘आर्मड् ड्रोन्स’ का इस्तेमाल किया गया था। इस वर्ष में हौथी विद्रोहियों ने सौदी समर्थक मोर्चे पर किया यह सबसे बड़ा हमला समझा जा रहा है।

सौदी और मित्रदेश एवं ईरान समर्थक हौथी विद्रोहियों के बीच वर्ष २०१४ से संघर्ष हो रहा है। इस संघर्ष में सौदी को बड़ी मात्रा में नुकसान भुगतना पड़ा है, ऐसा कहा जा रहा है। फिर भी सौदी ने अभी तक इस संघर्ष से कदम पीछे नहीं हटाए है। कुछ महीने पहले सौदी ने संयुक्त राष्ट्रसंघ और अमरीका की मध्यस्थता से हौथी विद्रोहियों को शांतिवार्ता का प्रस्ताव दिया था। लेकिन, हौथी के विद्रोहियों ने इससे इन्कार करके संघर्ष अधिक तीव्र करने की धमकी दी है।

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