कांगो में एबोला की महामारी तेजी से फैल रही है – जागतिक आरोग्य संगठन का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकिन्शासा – पिछले वर्ष अफ्रीका के ‘डीआर कांगो’ में शुरू हुई एबोला की महामारी प्रतिदिन अधिक तेजी से फैल रही है| इस वजह से यह महामारी नियंत्रित करने की मुहीम को जोरदार झटका लगा है, ऐसा इशारा जागतिक आरोग्य संगठन ने दिया है| यह महामारी नियंत्रण के बाहर होने के संकेत देने के साथ ही एबोला की महामारी के कारण कांगो में ६७६ लोगों की मौत हुई है और ४०० से अधिक लोग इस बीमारी का सामना कर रहे है, यह जानकारी आरोग्य संगठन से दी गई है|

डीआर कांगो में एबोला की फैली महामारी यह दुसरी सबसे बडी महामारी साबित हुई है, यह दावा जागतिक आरोग्य संगठन ने तीन महीनों पहले किया था| इसके बाद यह महामारी रोकने के लिए अधिक व्यापक स्तर पर कोशिश शुरू हुई थी| लेकिन, ‘डीआर कांगो’ में शुरू संघर्ष एवं एबोला की महामारी का फैलाव हुए क्षेत्र में लगातार हो रहे हमलों की वजह से यह कोशिश बडी मात्रा में सफल हो नही सकी है| ऐसे में ही एबोला के कारण मौत का सामना करनेवालों की संख्या भी लगातार बढ रही है और इस वजह से जागतिक आरोग्य संगठन के साथ ही स्थानिय सरकार के सामने बडी चुनौती खडी होने की बात मानी जा रही है|

पिछले वर्ष अगस्त महीने में ‘डीआर कांगो’ में एबोला की महामारी की शुरूआत हुई थी| इसके बाद समय समय पर इस महामारी का दायरा बढ रहा है, यह स्पष्ट हो रहा था| जागतिक आरोग्य संगठन ने एबोला की यह महामारी युगांडा, रवांडा एवं साउथ सुदान जैसे देशों में भी फैलने का खतरा जताया था| लेकिन, इन देशों में महामारी का फैलाव नही हुआ है, फिर भी ‘डीआर कांगो’ में फैली महामारी की व्याप्ती और भी फैल रही है|

अगस्त महीने में शुरू हुई यह महामारी डीआर कांगो में फैली एबोला की १० वी महामारी है| सबसे पहली बार १९७६ में इस देश को ‘एबोला’ की महामारी का झटका लगा था| वर्तमान में प्रतिबंधक योजना एवं आर्थिक प्रावधान बडी मात्रा में उपलब्ध होने के बावजूद इस महामारी में जान गंवानेवालों की संख्या में बढोतरी होना चिंता का विषय बना है|

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