‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’ की पृष्ठभूमिपर जापान और रशिया के बीच ५० से अधिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर

मॉस्को/टोकियो: रशिया के व्लाडिव्होस्टॉक शहर में ‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’ की पृष्ठभूमि पर रशिया और जापान के बीच ५० से अधिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए गए। इस अनुबंधों में जापान की रशिया के अति पूर्वी इलाके में निवेश बढाने वाले अनुबंधों के साथ द्विपक्षीय व्यापारी और सहकार्य अनुबंधों का समावेश है। इसी पृष्ठभूमि पर एक अरब डॉलर्स के संयुक्त निवेश नीधि को साथ ही विवादित ‘कुरिल आइलैंड’ क्षेत्र में पांच संयुक्त परियोजनाओं को मंजूरी देने की भी घोषणा की गई। रशिया ने लन्दन और टोकियो शहरों को जोड़ने वाले ‘ट्रांस साइबेरियन रेलवे’ का प्रस्ताव भी दिया है और उसके लिए रशिया और जापान के दौरान महत्वाकांक्षी ‘सीब्रिज’ बाँधने का प्रस्ताव भी आगे किया है।

 ‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’

पिछले हफ्ते रशिया ने व्लाडिव्होस्टॉक में ‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’ इन दो दिनों की आर्थिक और व्यापार विषयक परिषद का आयोजन किया गया था। इस परिषद के लिए जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, व्यापारी मंत्री और मुख्य उद्योजकों के शिष्ठमंडल के साथ दाखिल हुए थे। इस बैठक की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री एबे ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन की भेंट लेकर उनसे विविध मुद्दों पर चर्चा की। चर्चा के बाद दो देशों में ५० से अधिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर हुए।

इस में जापान के ‘जेसीजी कॉरपोरेशन’, ‘होकुतो सोशल हेल्थ केयर कॉरपोरेशन’, ‘मिझुओ बैंक’, ‘मारूबेनी कॉरपोरेशन’, ‘सोजित्ज कॉरपोरेशन’, ‘मित्सुबिसी हेवी इंडस्ट्रीज’, ‘जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कॉरपोरेशन’, ‘हिताची’ और स्वास्थ्य विभाग ने रशियन यंत्रणा के साथ अनुबंध किया है। स्वास्थ्य, अर्थसहाय्य, उर्जा, इंधन, बैंकिंग, रेलवे जैसे क्षेत्र में यह अनुबंध होने की जानकारी सूत्रों ने दी है। पिछले दो महीनों के काल में रशिया और जापान के बीच ८० से अधिक आपसी समझौते और व्यापारी अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए गए थे। उसके बाद किए गए नए अनुबंधों ने दो देशों के बीच व्यापारी और आर्थिक सहकार्य अधिक मजबूत होने के संकेत मिल रहे हैं।

‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’

इन अनुबंधों के साथ ही रशिया और जापान के बीच संयुक्त परियोजना शुरू होने की जानकारी भी बैठक की पृष्ठभूमि पर दी गई। ‘रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड’ और ‘जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन’ ने ‘रशिया-जापानइन्वेस्टमेंट फण्ड’ (आरजेआईसी) स्थापन करने की घोषणा की है। यह फण्ड लगभग एक अरब डॉलर्स का है और दोनों देशों के बीच सहकारिता बढाने वाली परियोजनाओं को आर्थिक सहायता करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसी जानकारी संबंधित अधिकारीयों ने दी।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और जापान के प्रधानमंत्री एबे ने विवादित ‘कुरिल आइलैंड’ इलाके में पांच संयुक्त परियोजनाएं निर्माण करने की भी घोषणा की है। इस परियोजनाओं में ‘एक्वाकल्चर’ और‘वेस्टमैनेजमेंट’ के साथ खेती, पर्यटन और उर्जा परियोजनाओं का भी समावेश है। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने इस समय दो देशों को जोड़ने वाले महत्वाकांक्षी ‘सी ब्रिज’ परियोजना का भी संकेत दिए हैं। रशिया के ‘साखलिन’ और जापान के ‘होक्कायडो’ इलाके को जोड़ने वाला यह ब्रिज ‘लन्दन-टोकियो ट्रांस साइबेरियन रेलवे’ इस परियोजना का हिस्सा होगा। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने इस बारे में जापान के साथ अन्य देशों के साथ चर्चा जारी होने की बात भी कही है। यह रेल मार्ग लगभग१३ हजार किलोमीटर लम्बा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published.