उत्तर प्रदेश राजस्थान के साथ उत्तर के राज्यों में धूल के तूफ़ान में १०० से अधिक लोगों की जान गई

लखनऊ/जयपुर : उत्तर प्रदेश राजस्थान के साथ उत्तरी राज्यों में धूल का तूफान और मुसलाधार बारिश एवं ओले बरसने से १०० से अधिक लोगों की जान गई है। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश में ६४ तथा राजस्थान में ३३ लोगों की जान जाने का वृत्त है। पंजाब और हरियाणा की सीमा पर निर्माण हुए कम दबाव के पट्टे की वजह से मौसम में अचानक बदलाव होकर यह धूल का तूफान आने की बात कही जा रही है।

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राजस्थान में फिर एक बार कम दबाव का पट्टा तैयार हो रहा है, ऐसा उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से स्पष्ट हो रहा है और उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ उत्तरी राज्यों में फिर एक बार हवा के तूफान आने की आशंका मौसम विभाग द्वारा जताई जा रही है।

बुधवार की शाम से अचानक उत्तरी राज्यों में तापमान में बड़े बदलाव दिखाई दिए। पिछले कई दिनों से उत्तर भारत में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में तापमान बढ़ रहा था। अनेक भागों में औसत से अधिक तापमान दर्ज हुआ था। इसकी वजह से राजस्थान, पंजाब, हरियाणा मे हवा का दाब बढने से यह तूफान शुरु हुआ है। राजस्थान में बुधवार रात को उठे इस तूफान की वजह से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।

भरतपुर, धौलपुर और अलवर जिले में इस धूल के तूफान का सबसे बड़ा झटका लगा। तूफान की वजह से पेड़, घरों के दीवार गिरने की वजह से अधिक जीवितहानि हुई है। रात के नींद में घरों की दीवार एवं छत गिर कर लोगों की जान गई है और इसकी वजह से जख्मीयों का भी प्रमाण बढ़ा है।

राजस्थान में १२५ से अधिक लोग जख्मी हुए हैं और वहां पर मृत लोगों की संख्या बढ़ेगी ऐसी चिंता व्यक्त की जा रही है। राजस्थान के पडोसी उत्तर प्रदेश में भी तूफान की वजह से पेड़, घर और इमारत गिरी है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश में तुफ़ान से ७० से ८० किलोमीटर गति से हवा बह रही थी। धूल की वजह से दोनों राज्यों में दृश्यमानता भी कम हुई।

उत्तर प्रदेश में आगरा मैं धूल के तूफान में ३६ लोगों की जान गई है। इसके सिवाय बरेली, सहारनपुर, फिरोजाबाद, बिजनौर, चित्रकूट, उन्नाव, मुजफ्फरनगर इन जिलों में तूफानी हवा, बिजली की गड़गड़ाहट के साथ हुए मुसलाधार बारिश से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। अनेक भागों में ओले गिरने का वृत्त है। इस आपत्ति में अब तक ६४ लोगों की जान गई है।

इस नैसर्गिक आपत्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बचाव कार्य को गति देने के आदेश दिए हैं। केंद्र सरकार के अधिकारी राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों के अधिकारियों के साथ संपर्क एवं समन्वय रखे हुए हैं। राजस्थान सरकार ने इस आपत्ति में बलि गए लोगों के रिश्तेदारों को ४ लाख तथा गंभीर जखमी हुए लोगों को २ लाख की मदद घोषित की है।

उत्तरी राज्यों को मौसम विभाग से चेतावनी विदर्भ में ही तूफानी हवा की आशंका
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ ही उत्तर भारत के अन्य राज्यों में तूफानी हवा, बारिश और ओले गिरे हैं। इस दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के साथ जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में तूफान बारिश और ओले होने की आशंका मौसम विभाग ने जताई है। आसाम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, ईन उत्तर पूर्व राज्यों में आने वाले २ दिनों में तूफान चलने की आशंका है।

आने वाले ५ दिन उत्तर भारत में ऐसी परिस्थिति रह सकती है। तथा उपग्रहीय छायाचित्र के अनुसार राजस्थान में कई भागों में फिर से हवा का दबाव निर्माण हो सकता है, ऐसा दिखाई दे रहा है। इसकी वजह से फिर एक बार धूल का तूफान राजस्थान और उत्तर प्रदेश में आ सकता है, ऐसी चेतावनी मौसम विभाग ने दी है।

उसके साथ पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के किनारी भाग में भी ४० से ४५ किलोमीटर से अधिक गति से हवा बहने की एवं बारिश की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसकी वजह से मछुआरों को समुद्र में न जाने का इशारा दिया गया है। उत्तरी भारत मे बने इस मौसम का परिणाम दक्षिण के आंध्र प्रदेश के किनारी भाग समेत तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु के साथ महाराष्ट्र विदर्भ में भी दिखाई दे सकते हैं। इन जगहों पर हवा के तूफान की आशंका मौसम विभाग ने जताई है।

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