‘डीआरडीओ’ ने बनाई दवा १२ मई से बाज़ार में उपलब्ध होगी – ‘डीआरडीओ’ के अध्यक्ष की जानकारी

नई दिल्ली – भारत में कोरोना के विरोध में जारी जंग में अहम साबित होनेवाली ‘२-डीजी’ दवा १२ मई से बाज़ार में उपलब्ध होगी, यह जानकारी ‘डीआरडीओ’ के अध्यक्ष ने प्रदान की है। संक्रमितों के शरीर में विषाणुओं का संक्रमण रोककर यह दवा मरीज़ों को जल्द स्वस्थ कर सकेगी। साथ ही इस दवा से संक्रमितों की बाहरी ऑक्सिजन पर निर्भरता भी कम होगी, ऐसे अनुमान परीक्षण से सामने आए हैं। शनिवार के दिन ‘द ड्रग्ज कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ (डीसीजीआय) ने इस दवा को अनुमति देने के बाद यह दवा बाज़ार में कब उपलब्ध होगी, ऐसे सवाल किए जा रहे थे। इस पृष्ठभूमि पर ‘डीआरडीओ’ के अध्यक्ष जी.सतीश रेड्डी ने यह बयान किया है।

‘डीआरडीओ’ के अध्यक्ष

‘इन्स्टिट्यूट ऑफ न्युक्लियर मेडिसीन ऐण्ड अलाइड़ सायन्सेस’ (आयएनएमएएस) नामक अपनी लैब में ‘डीआरडीओ’ ने ‘२-डिऑक्सी-डी-ग्लूकोज’ (२-डीजी) दवा बनाई है। इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना के विरोध में जारी जंग को बल प्राप्त होगा, यह बात विशेषज्ञ कह रहे हैं। डॉ.रेड्डीज कंपनी इस दवा का उत्पादन करेगी। इस दवा के तीन परीक्षणों में प्राप्त हुए नतीजों से हमारी उम्मीदें बढ़ी हैं। ऐसी स्थिति में यह दवा जल्द से जल्द बाज़ार में उपलब्ध कराने की माँग हो रही थी। लेकिन, यह दवा बाज़ार में उपलब्ध होने के लिए कम से कम एक महीना लगेगा, ऐसा कुछ विशेषज्ञों ने कहा था।

लेकिन, ‘डीआरडीओ’ के अध्यक्ष जी.सतीश रेड्डी ने रविवार के दिन इस मुद्दे पर अहम बयान किया। १२ मई से ही यह दवा बाज़ार में उतारना शुरू होगा। शुरू में इस दवा के कम डोस बाज़ार में उतारे जाएँगे। इससे शुरू में तुरंत सभी स्थानों पर यह दवा उपलब्ध नहीं होगी। दो दिनों के दौरान इस दवा के १० हज़ार डोस बाज़ार में उतारे जाएँगे, ऐसा रेड्डी ने कहा।

इस दवा की वजह से मरीज़ों की बाहरी ऑक्सिजन पर निर्भरता कम करने में सहायता होगी और इससे देश में ऑक्सिजन की माँग कम होने के लिए भी मदद होगी, यह दावा किया जा रहा है। लेकिन, यह दवा डॉक्टर की सलाह से ही लेनी होगी, यह बात भी रेड्डी ने स्पष्ट की है।

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