अमरीका और इस्रायल के बीच अविश्वास बढ़ा

us-israelजेरूसलेम/वॉशिंग्टन – ईरान के साथ परमाणु समझौता करने के लिए अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। दो दिन पहले बायडेन प्रशासन ने ईरान को प्रतिबंधों से छूट देने के संकेत भी दिए। इससे इस्रायल का, बायडेन प्रशासन के प्रति होनेवाला अविश्वास अधिक ही बढ़ा होकर, इस्रायल इसकी ओर शक की निगाह से देख रहा है। ईरान के साथ परमाणु समझौते के संदर्भ में इस्रायल की स्पष्ट भूमिका रखने के लिए, इस्रायल का प्रतिनिधिमंडल अगले हफ्ते अमरीका के दौरे पर रवाना हो रहा है। अमरीका और इस्रायल के अधिकारियों में होनेवाली इस बैठक पर खाड़ी क्षेत्र की गतिविधियाँ निर्भर होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

वियना में अमरीका और ईरान के बीच चल रही परमाणु समझौते की चर्चा को दो हफ्ते पूरे हुए होकर, सोमवार से नए से चर्चा शुरू होगी। ईरान सन २०१५ के समझौते में शामिल हो, इसके लिए बायडेन प्रशासन ने प्रतिबंधों से छूट देने की तैयारी दर्शाई है। अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी ने अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी से वार्तालाप करते समय यह जानकारी दी। अगले हफ्ते बायडेन प्रशासन ईरान के सामने इस संदर्भ में प्रस्ताव रखनेवाला होने का दावा किया जाता है। ईरान के साथ परमाणु समझौते के लिए बायडेन प्रशासन की जारी इन गतिविधियों के कारण इस्रायल नाराज़ होने की खबरें सामने आ रही हैं।

अमरीका ईरान के साथ नया परमाणु समझौता करें और उसमें ईरान के बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र और ईरान से जुड़े आतंकवादी संगठन इनके बारे में इस्रायल को प्रतीत हो रही चिंता को मद्देनज़र रखें, ऐसा इस्रायल ने सूचित किया था। लेकिन उसे नज़रअंदाज करके बायडेन प्रशासन, सन २०१५ में ईरान के साथ हुआ परमाणु समझौता ही पुनर्जीवित करने की कोशिश में है। साथ ही, इस्रायल के मुद्दों के संदर्भ में भी बायडेन प्रशासन ने अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की है। उसी के साथ, परमाणु समझौते के बदले में ईरान को दी गयी सहूलियत अथवा प्रतिबंधों से छूट इनके बारे में बायडेन प्रशासन की नीति पारदर्शी ना होने की आलोचना इस्रायली अधिकारियों ने न्यूज़ एजेंसी के साथ बात करते समय की।

us-israelबायडेन प्रशासन की इस भूमिका के कारण दोनों देशों के संबंधों में नैराश्य निर्माण होने का आरोप इस्रायल द्वारा किया जाता है। इस पृष्ठभूमि पर, ईरान के बारे में अपने देश की स्पष्ट भूमिका रखने के लिए इस्रायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मिर बेन-शबात, मोसाद के प्रमुख योसी कोहेन, इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी और लष्कर की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख तमिर हेमॅन अमरीका की विशेष दौरे पर जानेवाले हैं। इस समय बेन-शबात अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॅक सुलिवन से मुलाकात करेंगे। वहीं, कोहेन ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संदर्भ में महत्वपूर्ण सबूत बायडेन प्रशासन के सामने रखेंगे, ऐसा दावा किया जाता है।

उसी के साथ, अमरीका ईरान के साथ परमाणु समझौता ना करें, इसके लिए इस्रायल के तक़रीबन दो हज़ार निवृत्त लष्करी अधिकारियों ने बायडेन प्रशासन को पत्र लिखा है। वहीं, अमरीका में स्थित ज्यूधर्मिय नेता और गुट भी इस समझौते को रोकने के प्रयास करनेवाले होने की खबरें आ रही हैं। बायडेन प्रशासन ने परमाणु समझौते के लिए कीं हुईं गतिविधियों के विरोध में अमरिकी कॉंग्रेस में रिपब्लिकन पार्टी से प्रतिक्रिया आ सकती है। उसके बाद भी अगर इस्रायल की भूमिका का आदर नहीं किया, तो इन दोनों देशों के बीच निर्माण हो रही दरार अधिक ही चौड़ी होगी, ऐसा दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

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