भारत और फिलिपाईन्स के बीच ‘बीआयटी’ पर चर्चा शुरू

नई दिल्ली – भारत और फिलिपाईन्स के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते (बीआयटी) को लेकर पहले चरण की चर्चा शुरू हुई है। बीते सप्ताह में भारत और फिलिपाईन्स के आर्थिक विभाग की वर्चुअल बैठक हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापारी सहयोग बढ़ाने का निर्णय किया गया था। कोरोना वायरस के संकट के बाद अर्थव्यवस्था को मज़बूती देने के लिए भारत विभिन्न देशों के साथ व्यापारी सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहा है। यह सहयोग भी इन्हीं कोशिशों का हिस्सा है।

india-philippines‘बीआयटी’ के अनुसार एक-दूसरे के देश में निवेश करने में आसानी होती है। विदेशी निवेश को गति प्रदान करने के लिए भारत ने सबसे पहले वर्ष १९९४ में ब्रिटेन के साथ पहला ‘बीआयटी’ समझौता किया था। इसके बाद वर्ष २००० के बाद भारत ने यूरोपिय देशों के साथ और इस्रायल, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया और वियतनाम के साथ ‘बीआयटी’ समझौते किए थे। कुछ वर्ष पहले इसी तरह के समझौते के लिए भारत और फिलिपाईन्स ने कोशिशें शुरू की थीं। इस समझौते से संबंधित प्रस्ताव का मसौदा भी तैयार किया गया। लेकिन, इससे संबंधित चर्चा आगे बढ़ नहीं पाई। आखिर में बीते सप्ताह इस समझौते को लेकर भारत और फिलिपाईन्स ने पहली बार चर्चा की। जल्द ही दोनों देश यह समझौता करेंगे, यह बात संबंधित अधिकारी ने कही है।

india-philippinesबीते कुछ वर्षों में भारतीय कंपनियों ने फिलिपाईन्स में बड़ी मात्रा में निवेश करना शुरू किया है। भारत की विप्रो कंपनी ने ‘फिलिपाईन्स के पर्सनल केअर ब्रैंड स्पाल्श के २० करोड़ डॉलर्स के शेअर्स खरीदे हैं। तभी भारत के जीएमआर ग्रुप ने फिलिपाईन्स के केबु और क्लार्क में हवाई अड्डे का निर्माण कार्य पूरा किया। इस दौरान फिलिपाईन्स की एक कंपनी ने राजस्थान और गुजरात में सौर ऊर्जा प्रकल्पों में निवेश किया है। ‘बीआयटी’ समझौते की वजह से भारत और फिलिपाईन्स के बीच जारी व्यापार को अधिक गति प्राप्त होगी, यह विश्‍वास इस अधिकारी ने व्यक्त किया।

इस बीच, भारत और फिलिपाईन्स के बीच ‘प्रेफरेन्शल ट्रेड़ ऐग्रीमेंट’ पर भी चर्चा हो रही हैं। इस वजह से दोनों देशों में उत्पादनों पर लगाया गया कर कम होगा। भारत और फिलिपाईन्स में फिलहाल २.३२ अरब डॉलर्स द्विपक्षीय व्यापार हो रहा है। यह व्यापार बढ़ाने के लिए यह दोनों समझौते उपयुक्त साबित होंगे, यह दावा किया जा रहा है।

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