अमरिका लैटिन और मध्य अमरिका में तैनाती बढाएगी – अमरिकी सदर्न कमांड के प्रमुख एडमिरल क्रेग फॉलर

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वॉशिंग्टन – लैटिन और मध्य अमरिका में चीन एवं रशिया का खतरा बढ रहा है और इसे रोकने के लिए अमरिका इस क्षेत्र में रक्षा तैनाती बढाएगी, ऐसी जानकारी सदर्न कमांड के प्रमुख ने साझा की है| अमरिकी संसदिय समिती के सामने हुई सुनवाई के दौरान एडमिरल क्रेग फॉलर ने यह जानकारी साझा करते समय इस क्षेत्र में नशिलें पदार्थों की तस्करी के विरोध में शुरू मुहीम का भी जिक्र किया|

फरवरी महीने में अमरिका की प्रगत ‘यूएसएस ड्रेट्रॉईट’ युद्धपोत ने वेनेजुएला के समुद्री क्षेत्र के नजदिक गश्त की थी| इस युद्धपोत ने वेनेजुएला की अहम और खुफिया जानकारी प्राप्त की है, यह दावा अमरिका के सदर्न कमांड के अफसरों ने किया था| इस दौरान लैटिन अमरिका की जिम्मेदारी संभाल रहे अमरिकी नौसेना के कमांड ने हम किसी भी मुहीम के लिए तैयार है, यह वादा भी किया था| 

इस पृष्ठभूमि पर सदर्न कमांड के प्रमुख एडमिरल फॉलर ने लैटिन एवं मध्य अमरिका में रक्षा तैनाती में बढोतरी करने संबंधि किया जिक्र अहम समझा जा रहा है| चीन और रशिया इन दोनों देशों ने पीछले कुछ वर्षों में लैटिन अमरिका में अपना प्रभाव बढाने की कोशिश शुरू की है| इसके लिए क्युबा, वेनेजुएला, अर्जेंटिना, पनामा जैसे देशों में बडी मात्रा में निवेश करने की बात स्पष्ट हुई है|

वेनेजुएला में पीछले वर्ष से बनी सियासी अस्थिरता का लाभ रशिया और चीन ने उठाया है और इन देशों में अपने अड्डे स्थापित करने के लिए गतिविधियां शुरू की है| फिलहाल वेनेजुएला में रशिया के सैनिक तैनात होने की बात कही जा रही है| चीन ने भी अपने लष्करी सलाहकार वेनेजुएला में भेजे होने की बात समझी जा रही है| वेनेजुएला के तानाशाह निकोलस मदुरो ने रशिया को एक द्विप रक्षा अड्डा स्थापित करने के लिए दिया है, यह दावा भी हो रहा है|

रशिया और क्युबा के बीच कई दशकों से रक्षा सहयोग हो रहा है और पनामा एवं अर्जेंटिना में चीन बडा आर्थिक निवेश कर रहा है| इसके पीछे अमरिका के नजदिकी क्षेत्र में प्रभाव बढाकर अमरिका पर दबाव बनाने का उद्देश्य होने की बात लष्करी अफसर एवं विश्‍लेषक कह रहे है| इस वजह से अमरिका ने वर्णित क्षेत्र में लष्करी तैनाती बढाई तो वह रशिया और चीन को सीधा इशारा होगा, यही समझा जा रहा है|

‘सदर्न कमांड के अधिकार में होनेवाला क्षेत्र लगभग अमरिका के आकार उतना ही है और फिलहाल हमारे बेडे में छह से आठ युद्धपोत है| इस कारण हमें अधिक युद्धपोतों की जरूरत है, यह मांग लगातार की जा रही है| युद्धपोतों के साथ ही वायुसेना और ेसना की अतिरिक्त तैनाती भी जरूरी होगी’, यह बात सदर्न कमांड के प्रमुख एडमिरल फॉलर ने स्पष्ट की है| इस क्षेत्र में नशिलें पदार्थों के व्यापार के विरोध में मुहीम शुरू होने से तटरक्षक बल की अतिरिक्त तैनाती आवश्यक होने की बात एडमिरल फॉलर ने कही है|

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