रक्षामंत्री ने किया ‘डीआरडीओ’ की ‘मोबाईल लैब’ का उद्घाटन

नई दिल्ली, (वृत्तसंस्था) – कोरोना वायरस की महामारी फैल रही है और तभी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ‘मोबाईल वायरॉलॉजी ॲण्ड डायग्नोस्टि लैब’ विकसित की है। गुरूवार के दिन रक्षामंत्री राजनाथ सिंग के हाथों इस ‘मोबाईल लैब’ का उद्घाटन हुआ। ‘डीआरडीओ’ ने हैदराबाद स्थित ‘ईएसआयसी अस्पताल’ और एक निजी कंपनी के सहयोग से इस लैब को तैयार किया है। इस मोबाईल लैब के जरिए दिनभर में हजार परीक्षण करना संभव होगा।

गुरूवार के दिन वीडियो कान्फरन्स के जरिए आयोजित किए गए कार्यक्रम में रक्षा राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी और डीआरडीओ के अध्यक्ष भी उपस्थित थे। इस तरह की मोबाईल लैब विकसित करने के लिए छ: महीनों का समय जरूरी होता हैं। पर, डीआरडीओ ने मात्र दो हफ्तों में इस लैब का निर्माण किया है। यह जानकारी साझा करके, रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने ‘डीआरडीओ’ की इस सफलता पर संतोष व्यक्त किया। इसके अलावा डीआरडीओ की यह लैब जागतिक स्वास्थ्य संगठन और इंडियन कौन्सिल मेडिकल रिसर्च के सभी निकष पुरी करती है।

डीआरडीओ ने विकसित की हुई यह मोबाईल लैब कहीं भी ले जाना संभव होगा। यह लैब कोरोना वायरस से संबंधित परीक्षण एवं अनुसंधान करने के लिए उपयुक्त साबित होगी। फिलहाल इस लैब में हजार परीक्षण करने की क्षमता है। लेकिन आनेवाले दिनों में यह परीक्षण दो हज़ार तक बढाना संभव होगा। यह लैब कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए सक्षम साबित होगी, यह विश्‍वास रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने व्यक्त किया।

डीआरडीओ ने काफी कम समय में वेंटिलेटर्स तैयार करने की क्षमता विकसित करके, इसकी तकनीक भारत में प्राइवेट कंपनियों को प्रदान की थी। साथ ही, डीआरडीओ ने पीपीई किटस्‌ का भी निर्माण किया है और कोरोना के विरोध में जारी लडाई में डीआरडीओ ने काफी अहम भूमिका निभाई है। इस दौरान रक्षामंत्री ने डीआरडीओ और भारतीय सेना ने, फिलहाल चल रहे बडे कठिन समय में की हुई सहायता की भी सराहना की है।

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