युएई, सऊदी के युरोपीय देशों के साथ रक्षा समझौते

तेहरान/अबु धाबी – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमिरात (युएई) को हथियार बेचने पर प्रतिबंध घोषित किए हैं। इससे इन दोनों अरब देशों की शस्त्रसिद्धता पर असर होगा, ऐसी संभावना जताई जा रही थी। लेकिन अमरीका ने हालाँकि प्रतिबंध लगाए हैं, फिर भी जर्मनी, बेलारूस इन जैसे युरोपीय देशों के साथ सऊदी और युएई ने रक्षा सामग्रियों के व्यवहारों को लेकर नए समझौते किए हैं। युएई ने तो ठेंठ इस्रायल में अपनी शस्त्रनिर्माण कंपनी का कार्यालय शुरू किया है। इस कारण खौल उठे ईरान ने, अरब देशों के शस्त्र-अस्त्र व्यवहारों के पीछे अमरीका ही होने का आरोप शुरू किया है।

uae-saudi-agreementपिछले कुछ दिनों से युएई में ‘इंटरनॅशनल डिफेन्स एक्झिबिशेन २०२१’ (आयडेक्स) शुरू था। कोरोना वायरस की पृष्ठभूमि पर, इस साल के ‘आयडेक्स’ में विदेशी कंपनियों की भीड़ नहीं होगी, जिससे कि अरब देशों की अस्त्र-शस्त्र खरीद-बिक्री पर असर होगा, ऐसा कहा जाता था। इसके बावजूद भी इस साल के ‘आयडेक्स’ में १३०० से भी अधिक कंपनियों ने भाग लिया था। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने हालाँकि प्रतिबंध घोषित किए हैं, फिर भी लॉकहिड मार्टिन, बोईंग जैसी अग्रसर अमरिकी कंपनियों के दालान भी इस एक्झिबिशेन में लगाए गए थे।

uae-saudi-agreementअबुधाबी में आयोजित आयडेक्स की पाँच दिन की प्रदर्शनी में युएई ने लगभग साढ़ेचार अरब डॉलर्स के समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें युएई की ‘एज ग्रुप’ इस कंपनी की हवाई सुरक्षा यंत्रणा ‘स्कायनाईट’ का भी समावेश है। स्कायनाईट की खरीद के लिए जर्मनी ने दिलचस्पी दिखाई होकर, जर्मनी की ‘र्‍हिनमेटल एजी’ इस अग्रसर कंपनी ने ‘एज ग्रुप’ के साथ महत्वपूर्ण समझौता किया। लड़ाकू विमान, ड्रोन्स इनके साथ १० किलोमीटर के दायरे में होने वाले रॉकेट्स, मॉर्टर्स इन्हें छेदने के लिए यह यंत्रणा सहायकारी साबित होगी, ऐसा दावा युएई के अधिकारियों ने किया।

साथ ही बख्तरबंद वाहनों के लिए मशहूर होनेवाले युएईस्थित पॅरामाऊंट ग्रुप ने इस्रायल में कार्यालय शुरू करने की घोषणा की। युएई और इस्रायल में संपन्न हुए ‘अब्राहम समझौते’ के तहत यह कदम उठाया जा रहा है, ऐसा इस कंपनी ने स्पष्ट किया। कोरोना की पृष्ठभूमि पर, इस्रायल ने विमानों की उड़ानों पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस कारण इस्रायली कंपनियाँ ‘आयडेक्स’ में सहभागी नहीं हो सकी। लेकिन इससे, युएई और इस्रायल में स्थापित हो रहे सहयोग पर असर नहीं हुआ है।

uae-saudi-agreementइसके अलावा युएई और सऊदी अरब में भी लष्करी वाहनों के निर्माण से संबंधित बड़े समझौते हुए हैं। युएई की ‘एनआयएमआर’ ने सऊदी की ‘सामी’ कंपनी के साथ इस संदर्भ में समझौता किया है। वहीं, आयडेक्स के उपलक्ष्य में सऊदी की ‘सामी’ ने बेलारूस की कंपनी के साथ सामंजस्य समझौता किया होने की जानकारी सामने आ रही है। सऊदी के मुखपत्र ने दी जानकारी के अनुसार, ७० से भी अधिक स्थानीय तथा आन्तर्राष्ट्रीय कंपनियों को सऊदी के रक्षा क्षेत्र में काम करने के लिए लाइसेंस प्राप्त हुआ है। इससे सऊदी के रक्षा क्षेत्र को बड़ा फायदा होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।

उसी में, ‘आयडेक्स २१’ के उपलक्ष्य में सामने आने वाली इस जानकारी से ईरान की बेचैनी बहुत ही बढ़ी है। पश्चिमी देशों से सऊदी, युएई को मिल रहे इस प्रतिसाद के लिए अमरीका ही जिम्मेदार होने का दोषारोपण ईरान के न्यूज़ चैनल ने किया। अमेरिका के एक विश्लेषक का हवाला देकर इस ईरानी न्यूज़ चैनल ने यह आलोचना की है।

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