इस्रायल के खिलाफ आलोचना यह राजनीतिक खेल का हिस्सा बन गया – संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमरिकी राजदूत निक्की हॅले की फटकार

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न्यूयॉर्क – गाझा में हुए हिंसा के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ ने एक बार भी ‘हमास’ जैसे आतंकवादी संगठन को जिम्मेदार नही ठहराया और राष्ट्रसंघ के सदस्य रहें देशों के लिए इस्रायल के खिलाफ आलोचना करना यह तो राजनीतिक खेल का हिस्सा बन चुका है, ऐसी कडी फटकार अमरिका की संयुक्त राष्ट्रसंघ की राजदूत निक्की हॅले ने लगायी है| बुधवार को संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में तुर्की और अल्जिरिया द्वारा इस्रायल के खिलाफ दाखिल हुआ प्रस्ताव १२० के खिलाफ ८ मतों से मंजूर हुआ| इस समय दिये बयान में निक्की हॅले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के नीतियों की भी कडी आलोचना की|

बुधवार को संयुक्त राष्ट्रसंघ के आमसभा में पॅलेस्टाईन, तुर्की और अल्जिरिया द्वारा गाझा में की कार्रवाई की कडी निंदा करनेवाला प्रस्ताव सामने रखा|  अरब तथा मुस्लिम देशों द्वारा दाखिल इस प्रस्ताव को १२० के खिलाफ ८ मतों से संमत किया गया| इस समय ४५ देश गैरहाजिर रहै| गाझा के इस प्रस्ताव के वक्त उस में हमास का भी जिक्र होना चाहिए, उसके बिना प्रस्ताव पुरा नही हो सकता, ऐसी भूमिका अमरिका ने व्यक्त की|

निक्की हॅले

अमरिकी राजदूत निक्की हॅले ने तुर्की और अल्जिरिया के प्रस्ताव में सुधार का प्रस्ताव रखा| इस समय अमरिकी राजदूत ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के भूमिका पर  जोरदार हमला किया| ‘पहले सादर हुआ प्रस्ताव एकतरफा है| उस में गाझा में हमेशा से ही कर रहें हमास का जिक्र नही| हमास और सहयोगी गुटों ने पिछले महीनें इस्रायल में १०० से ज्यादा रॉकेट हमले किये| हमास द्वारा इस्रायल का विनाश करने की धमकियां दी जा रही है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रस्ताव में इसका जिक्रही नही है|’ ऐसे शब्दों में निक्की हॅले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ को फटकारा|

अमरिका द्वारा प्रस्तावित सुधार मतलब संयुक्त राष्ट्रसंघ को गलती सुधारने का मौका है, ऐसा दावा करते हुए सदस्य देश उसको समर्थन दे, ऐसा आवाहन अमरिकी राजदूत ने किया| अमरिका की सुधार पर हुए मतदान में प्रस्ताव को ६२ खिलाफ ५८ मत मिले| पर दो तृतियांश बहुमत ना होने की वजह से संयुक्त राष्ट्रसंघ ने सुधार खारिज कर दिया|

निक्की हॅले

पिछले कई महीनों से संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस्रायल के खिलाफ कठोर भूमिका अपनायी है| इस पर इस्रायल के साथ ही अमरिका से कडी प्रतिक्रिया मिल रही है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के सदस्य इस्रायल के कारवाई की कडी निंदा कर रहे है| पर हमास जैसे उग्रवादी संघटन के कारवई को अनदेखा कर रहे है, ऐसी आलोचना अमरिका ने इससे पहले भी की है| इस्रायल के बारे में राष्ट्रसंघ से हो रहा पक्षपात राष्ट्रसंघ के भरोसे को मिट्टी में मिला रहा है, ऐसा ठप्पा अमरिका की संयुक्त राष्ट्रसंघ  की राजदूत निक्की हॅले ने रखा था|

इस बीच, संयुक्त राष्ट्रसंघ इस्रायल के खिलाफ कितने भी प्रस्ताव मंजूर करे, उसका इस्रायल की कार्रवाई या नीति पर कोई भी असर नही पडेगा, यह बात इस्रायल ने इस से पहले भी साफ कर दी थी| इसलिए राष्ट्रसंघ में मंजूर हुए प्रस्ताव का इस्रायल या अमेरिकी नीती पर असर होने की संभावना इस वक्त दिखाई नही दे रही है|

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