‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र के देश सार्वभूमता के मुद्दे पर चीन के विरोध में खडे हो – ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का निवेदन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरहनोई/बीजिंग – ‘साउथ चाइना सी’ के एशियाई देश ‘स्वतंत्रता’ एवं ‘सार्वभूमता’ के मुद्दे पर चीन की आक्रामकता के विरोध में खडे हो, यह निवेदन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने किया है| मॉरिसन फिलहाल वियतनाम की यात्रा पर है और इस दौरान दोनों देशों ने चीन की आक्रामकता के विरोध में कडी भूमिका अपनाने का निर्धार व्यक्त किया है| इस बारे में अपनी भूमिका रखते समय ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने एशियाई देशों को निवेदन दिया है|

‘साउथ चाइना सी’ के हर एक देश को खुद की स्वतंत्रता और सार्वभूमता पर कडा भरोसा रखना होगा| इन मुद्दों पर उन्होंने स्पष्ट भूमिका अपनानी होगी’, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मॉरिसन ने इन देशों को चीन के विरोध में आत्मविश्‍वास के साथ खडे होने का संदेशा दिया है| प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने ऑस्ट्रेलिया की सत्ता संभालने के साथ ही चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका रखना शुरू किया था|

इसी के हिस्से के तौर पर ऑस्ट्रेलियन सरकार ने वनातू और अपने पडोसी आयलैंड देशों के साथ सामरिक सहयोग बढाना शुरू किया है| साथ ही ‘डार्विन’ में अमरिकी मरिन्स के साथ ऑस्ट्रेलियन मरिन्स का दल तैनात करने की गतिविधियां भी बढाई है|

महीने पहले ऑस्ट्रेलियन नौसेना ने अमरिका, भारत और जापान के साथ ‘साउथ चाइना सी’ में गश्त भी की थी| इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया ने ‘साउथ चाइना सी’ में चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाने संबंधी मॉरिसन ने किए निवेदन पर चीन से प्रतिक्रिया दर्ज होने की उम्मीद है|

ऑस्ट्रेलिया ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में हम ही प्रमुख देश होने का ऐलान करके चीन को खुलेआम चुनौती दी थी| इसके बाद चीन ने कई बार धमकाने पर भी ऑस्ट्रेलिया ने अपनी भूमिका में बदलाव नही किया है| अब एशियाई देशों को भी इस विषय पर ऑस्ट्रेलिया ने खुला समर्थन देकर अपनी निती और भी तेज करने के संकेत दिए है|

साउथ चाइना सी’ में चीन के बढते सामर्थ्य को प्रत्युत्तर देने के लिए सहायता करें, यह निवेदन आग्नेय एशियाई देशों ने कुछ दिन पहले ही ‘आसियान’ की बैठक में किया था| प्रधानमंत्री मॉरिसन ने चीन के विरोध में किए निवेदन को उस वक्तव्य का संदर्भ है, यह दावा ऑस्ट्रेलिया के विश्‍लेषकों ने किया है|

कुछ दिन पहले, ऑस्ट्रेलिया को अपने हितसंबंधों की रक्षा करनी है तो साउथ चाइना सी में गश्त बढानी होगी| नही तो चीन की अनियंत्रित तानाशाही का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा, ऐसी कडी चेतावनी ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ विश्‍लेषक ‘सॅम फॅरल ली’ ने दी थी|

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