कोरोना वायरस का निर्माण लॅब में हुआ – केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी

नई दिल्ली – कोरोना के वायरस का निर्माण नैसर्गिक नहीं, बल्कि यह वायरस लॅब में तैयार हुआ है। इस वज़ह से सब कुछ अनसोचा हो रहा है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस के टीके की खोज कर रहें हैं। टीका तैयार होने पर सब कुछ ठीक होगा। लेकिन तब तक हमें इस वायरस के साथ जीने की कुशलता प्राप्त करनी होगी। अपना देश गरीब है और महीनों तक लॉकडाउन शुरू रखना हमारे बस की बात नहीं है। कोरोना वायरस के साथ जंग करना ज़रूरी ही हैं, लेकिन, इसके साथ ही हम आर्थिक युद्ध भी लड़ रहें हैं, ऐसा बयान केंद्रीय परिवहन, सुक्ष्म, लघु एवं मध्य उद्योगमंत्री नितीन गडकरी ने किया है।

केंद्रीय अर्थमंत्री निर्मला सीतारामन ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) सेक्टर के लिए पैकेज का ऐलान किया है। इस संदर्भ में एक न्यूज़चैनल से बातचीत करते समय उन्होंने, कोरोना का निर्माण लॅब में हुआ है, यह उन्होंने ज़ोर देकर कहा।

कोरोना वायरस की महामारी से जंग करते समय देश के अर्थकारण को नज़रअंदाज करना संभव नहीं होगा, यह बयान भी केंद्रीयमंत्री नितीन गडकरी ने ड़टकर किया। ज़रूरी सावधानी बरतकर देश के अर्थकारण को गति देने के अलावा और कोई चारा नहीं है। क्योंकि कोरोना की महामारी कब ख़त्म होगी, यह कोई भी छातीठोकके नहीं बता सकता। कोरोना यह नैसर्गिक वायरस न होकर उसका निर्माण लॅब में हुआ हैं। इस वज़ह से इसके बारे में पुख्ता ऐसा कुछ भी कहना संभव नहीं है, यह कहकर नितीन गडकरी ने धीरे धीरे लॉकडाउन हटाने के प्रस्ताव का समर्थन किया।

गडकरी ने कोरोनावायरस के बारे में किये इस बयान पर भारतीय माध्यमों ने काफ़ी चर्चा की है। कोरोनावायरस का निर्माण चीन की वुहान स्थित प्रयोगशाला में ही हुआ है, यह दावा अमरीका, ब्रिटन, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसें देश डटकर कर रहें हैं। चीन की गैरज़िम्मेदाराना हरकत की वज़ह से यह महामारी दुनियाभर में फैली, यह आरोप करके अमरीका ने अन्य देशों के साथ राजनैतिक मोरचा खोलकर, चीन से हर्जाना वसूल करने की तैयारी शुरू की है। लेकिन भारत ने अबतक इस महामारी को लेकर चीन पर आरोप करना टाला था। इस पृष्ठभूमि पर, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने किया हुआ – कोरोनावायरस मानवनिर्मित होने का बयान और इसे लॅब में ही तैयार किया गया है, यह उनके द्वारा कहा जाना, चीन पर दबाव बनाने के लिए पर्याप्त साबित होगा।

भारत की सीमा में घुसपैठ करके तथा पाकिस्तान जैसे देश की सहायता करके, चीन अब भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। साथ ही, चीन से बाहर निकल रहीं बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ, भारत में निवेश करने के लिए रुचि दिखा रहीं हैं, यह बात भी चीन को चुभ रही हैं। ऐसी स्थिति में, हर संभव मार्ग से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश चीन कर रहा हैं। ऐसें दौर में, कोरोनावायरस को लेकर पश्‍चिमी देशों से हो रहें आरोपों का यदि भारत ने समर्थन किया, तो इसके काफी बड़े परिणाम चीन को भुगतने होंगे, यह संकेत गडकरी ने किये बयान से प्राप्त हो रहें हैं।

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