हमास के साथ सहयोग करने पर तुर्की पर बहिष्कार किया जाएगा – अमरीका ने दिया तुर्की को इशारा

वॉशिंग्टन – तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन और हमास के नेताओं की हुई भेंट पर अमरीका ने गुस्सा व्यक्त किया है। एर्दोगन की हुकूमत ने हमास के साथ स्थापित किया हुआ यह सहयोग तुर्की को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बहिष्कृत कर सकता है, ऐसी कड़ी चेतावनी अमरीका ने दी है। तुर्की ने भी इस पर बयान किया है और इस्रायल के हितसंबंधों की रक्षा करना अमरीका छोड़ दे, ऐसा जवाबी हमला तुर्की ने किया है।

हमास के साथ सहयोग करने पर तुर्की पर बहिष्कार किया जाएगा - अमरीका ने दिया तुर्की को इशाराइस्रायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच हुए ऐतिहासिक शांति समझौते को प्रत्युत्तर देने के लिए तुर्की ने गाजा के हमास और संबंधित आतंकी संगठनों के नेताओं की बैठक बुलाई थी। शनिवार के दिन तुर्की में हुई इस बैठ के लिए हमास का प्रमुख इस्माईल हनिया और दूसरे क्रमांक का नेता सालेह अल अरुरी एवं हमास के अन्य नेता उपस्थित थे। इस दौरान तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने हनिया के साथ हमास के नेताओं से भेंट करके स्वतंत्र चर्चा की। इस दौरान हमास ने गाजा में शुरू की हुई इस्रायल विरोधी मुहीम को तुर्की ने समर्थन घोषित किया। साथ ही हमास के १२ लोगों को तुर्की की नागरिकता और नया पासपोर्ट बहाल किया।

आतंकी संगठन के तौर पर घोषित हुए हमास के साथ तुर्की ने स्थापित किए हुए इस सहयोग पर अमरिकी विदेश मंत्रालय ने कड़ी आलोचना की। ‘आतंकी संगठन के साथ राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन का सहयोग तुर्की को अंतरराष्ट्रीय बहिष्कार के करीब पहुँचा रहा है। इस सहयोग की वजह से पैलेस्टिनी जनता के हितसंबंधों के लिए खतरा बन सकता है और गाजा से इस्रायल पर हो रहे हमले भी बढ़ सकते हैं’, ऐसी आलोचना अमरिकी विदेश मंत्रालय ने की है। इससे पहले भी अमरीका ने तुर्की को हमास के साथ जारी सहयोग के लिए फटकार लगाई थी, इसकी याद भी अमरिकी विदेश मंत्रालय ने ताज़ा की। फरवरी महीने में एर्दोगन ने हमास के आतंकियों से पहली बार अधिकृत भेंट की थी। इसकी वजह से लगातार चेतावनी देने के बावजूद तुर्की सुनने के लिए तैयार नहीं होता है तो कड़े निर्णय लेने पडेंगे, ऐसे स्पष्ट संकेत भी अमरिकी विदेश मंत्रालय ने दिए हैं।

अमरीका के इस इशारे पर तुर्की ने प्रत्युत्तर दिया है और हमास के साथ जारी सहयोग पर आलोचना कर रहे देश सबसे पहले इस्रायल-पैलेस्टिन के विवाद का हल निकालने के लिए प्राथमिकता दें, ऐसी फटकार तुर्की के विदेश मंत्रालय ने लगाई है। साथ ही गाजा की जनता ने हमास को सरकार में चुना हैं, यह कहकर तुर्की ने हमास के साथ जारी सहयोग का समर्थन किया। बीते १२ दिनों से गाजा से हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकियों के इस्रायली सरहदी क्षेत्र में हमले हो रहे हैं और इस्रायल ने इस पर प्रत्युत्तर भी दिया है।

इसी बीच, पिछले कुछ दिनों से अमरीका और तुर्की के संबंधों में तनाव बढ़ रहा है। सीरिया और लीबिया में जारी संघर्ष के मुद्दे पर और रशिया से ‘एस-४००’ की खरीद से अमरीका और तुर्की के मतभेद बढ़े हैं। हमास के साथ सहयोग करने से यह मतभेद और भी बढ़े हैं।

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