तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के आक्रामक रवैये की वजह से तुर्की और इस्त्रायल में विवाद

अंकारा/जेरुसलेम: सभी इस्लामधर्मी जेरुसलेम बचाने के लिए अपने पलेस्तीनी बंधुओं की सहायता करें, ऐसा आवाहन तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एदोर्गन ने किया था| साथ ही तुर्की के विदेश मंत्रालय ने ओटोमन साम्राज्य के काल में सभी को दी जाने वाली धार्मिक स्वतंत्रता की याद दिलाकर, इस्त्रायल ने इस आदर्श को अपने सामने रखना चाहिए, ऐसी सलाह भी दी है| इस पर इस्त्रायल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है कि कुर्दरवंशियों पर हमले करने वाले तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष हमें सलाह न दें|

ज्यू धर्मियों की ओर से ‘टेम्पल माउंट’ और इस्लामधर्मियों में ‘अल अक्सा’ से पहचाने जाने वाली पूर्व जेरुसलेम की इस पवित्र वास्तु पर कुछ दिनों पहले आतंकवादी हमला हुआ था| इसके बाद इस्त्रयाली यंत्रनाओं ने इस जगह पर की हुई कार्रवाई पर पलेस्टाइन से तीव्र प्रतिक्रियाएं आई हैं और इस्लामधर्मीय देशों ने भी इस पर तीव्र नाराजगी जताई है| इस सन्दर्भ में इस्त्रायल को इशारा देते हुए तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एदोर्गन ने दुनियाभर के इस्लामधर्मियों को जेरुसलेम बचाने के लिए पलेस्तिनी बंधुओं को सहायता करने का आवाहन किया था| इतना ही नहीं पलिस्तिनियों के विरोध में इस्त्रायल बल का अतिरिक्त इस्तेमाल कर रहा है कहकर, तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने उस पर तीव्र नाराजगी जताई थी| उनके बाद तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इस्त्रायल को ओटोमन साम्राज्य के औदार्य की याद दिलाई है|

तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ‘हुसेयीन मुफ्तोग्लू’ ने ओटोमन साम्राज्य के काल में सभी धर्मों के उपासकों को पूर्ण स्वातंत्र्य दिया जाता था, ऐसा कहकर इस्त्रायल ने इससे सबक सीखना चाहिए, ऐसा आवाहन किया है| इस्त्रायल ने सन १९६७ के युद्ध में पूर्व जेरुसलेम और वेस्ट बैंक का कब्ज़ा लिया था| अब होशियारी दिखाकर इस्त्रायल ने यह भूभाग पलेस्तिनियों को वापस करे, ऐसा आवाहन भी मुफ्तोग्लू ने किया है| तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष और परराष्ट्र मंत्रालय ने किए हुए इस विधान के बाद इस्त्रायल से कड़ी प्रतिक्रिया आई है|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष

कुर्दरवंशियों पर अल्पसंख्यकों पर अत्त्याचार करने वाले, पत्रकारों को जेल में डालने वाले और उत्तर साइप्रस का भूभाग जबरदस्ती से अपने कब्जे में लेने वाले इस क्षेत्र की एकमात्र लोकतंत्र इस्त्रायल को सदाचार के पाठ न सिखाएं| शीशों के घर में रहने वाले दूसरों के घरों पर पत्थर न फेंके,’ ऐसा कहकर इस्त्रायल के विदेश मंत्रालय ने ओटोमन साम्राज्य के दिन ख़त्म होने की बात तुर्की को कही है| इतनाही नहीं जेरुसलेम ज्यू धर्मियों का था, आज भी है और हमेशा जेरुसलेम ज्यू धर्मियों का ही रहेगा, ऐसा इस्त्रायल के विदेश मंत्रालय ने कहा है|

तुर्की और इस्त्रायल में चल रहे इस विवाद के परिणाम आने वाले समय में सामने आएँगे, ऐसी संभावना निर्माण हुई है| पिछले कुछ महीनों से यह दोनों देश अपने संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे थे| लेकिन जेरुसलेम के इस विवाद में तुर्की ने ली आक्रामक भूमिका को इस्त्रायल ने दी हुए कड़े जवाब का अपरिहार्य परिणाम दोनों देशों के संबंधों पर होगा, ऐसी कड़ी संभावना निर्माण हुई है| ‘टेम्पल माउंट’ पर हुए आतंकवादी हमले में इस्त्रायल के दो पुलिस अधिकारी मारे गए थे| इस बात का दाखिला देकर इस्त्रायल ने इस क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की थी| लेकिन उसे जेरुसलेम के पलिस्तिनी प्रदर्शन के माध्यम से विरोध कर रहे हैं| इस्लामी देशों में भी इसकी प्रतिक्रियाएं दिखाई दे रही हैं और इस्त्रायल विरोधी माहौल गर्म हो रहा है|

ऐसी परिस्थिति में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने इस पर अपनाई भूमिका पर इस्त्रायल की ओर से तीव्र प्रतिक्रिया आना, स्वाभाविक माना जा रहा है| इस क्षेत्र के दो महत्वपूर्ण देशों में शुरू हुआ यह विवाद, आने वाले समय में इस क्षेत्र का तनाव बढ़ा सकता है|

 

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