महाराष्ट्र में कोरोना के ‘डेल्टा वेरियंट’ के संक्रमितों के बढ़ते आँकड़ों ने बढ़ाई चिंता

– ‘डेल्टा प्लसके तीन उपप्रकार भी पाए गए

पांच की मौत

मुंबई – महाराष्ट्र से जिनोम जाँच के लिए भेजे गए नमुनों में से अब तक ७६ मामले कोरोना के ‘डेल्टा प्लस’ के होने की बात सामने आयी है। साथ ही इस वेरियंट के पांच संक्रमितों की मौत भी हुई है। कोरोना के इस वेरियंट से संक्रमितों में से १० लोगों ने कोरोना वैक्सीन के दोनो टीके प्राप्त किए थे। इस वजह से क्याडे ल्टा प्लस वेरियंट का संक्रमण तेज़ बढ़ रहा है? यह सवाल उठ रहा है और कहीं यह तीसरी लहर की शुरूआत तो नहीं, यह ड़र भी जताया जा रहा है। विशेष बात तो यह है कि, डेल्टा प्लस के तीन उप-प्रकार भी महाराष्ट्र में पाए गए हैं। इस वजह से चिंता अधिक बढ़ी है।

maharashtra-delta-plus-variant-increasedदेशभर में अब भी कोरोना के रोज़ाना करीबन ४० हज़ार नए मामले सामने आ रहे है। सबसे अधिक संक्रमितों की संख्या केरल में दर्ज़ हो रही है और मृतकों की संख्या भी इसी राज्य में अधिक है। सोमवार के दिन केरल में कोरोना के १२ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए और १४२ संक्रमित मृत हुए। महाराष्ट्र में भी चौबीस घंटों के दौरान ५ हज़ार से अधिक नए मामले पाए जाते  हैं। साथ ही १२५ से अधिक की मौत हो रही है। इसके अलावा नए संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हुए संक्रमितों की संख्या कम होने से एक्टिव संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

इसमें अब ‘डेल्टा प्लस’ के संक्रमितों की संख्या बढ़ने की बात स्पष्ट हुई है और देश के अलग अलग राज्यों में यह संक्रमित सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र से जिनोम सिक्वेन्स के लिए भेजे गए नमूनों में से ७६ मामले ‘डेल्टा प्लस’ के पाए गए हैं। इनमें से सबसे अधिक मामले रत्नागिरी जिले के हैं। रत्नागिरी जिले में ‘डेल्टा प्लस’ के अब तक १५ मामले पाए गए हैं। इसके बाद जलगांव में १३, मुंबई में ११, कोल्हापुर में ७, पुणे और ठाणे में ६-६, पालघर और रायगड़ में ३-३ मामले दर्ज़ हुए हैं। इसके अलावा नांदेड़, गोंदिया, सिंधुदुर्ग जिले में २-२, चंद्रपुर, अकोला, सांगली, नंदुरबार, औरंगाबाद, बीड़ जिलों में डेल्टा प्लस का एक-एक संक्रमित सामने आए हैं।

महाराष्ट्र में पाए गए डेल्टा प्लस के ७६ मामलों में ३७ पुरूष और ३९ महिलाओं का समावेश है। इसमें भी १९ से ४५ वर्ष के संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है और इस गुट के ३९ नागरिक ‘डेल्टा प्लस’ से संक्रमित होने की बात स्पष्ट हुई है। साथ ही महाराष्ट्र में अब तक पाए गए ‘डेल्टा प्लस’ के कुल संक्रमितों में से २२ लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया था। इनमें से १० ने वैक्सीन के दोनों टीके लगवाए थे। इन १० में से दो ने को-वैक्सीन और ८ लोगों ने कोविशिल्ड के टीके लगवाए थे।

साथ ही राज्य में डेल्टा प्लस के पांच संक्रमितों की मौत हुई है इनमें से दो ने कोरोना के दोनों टीके लगवाए थे, यह जानकारी राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने साझा की। लेकिन, साथ ही डेल्टा प्लस के इन ७६ में से ३७ संक्रमितों को अस्पताल में दाखिल करने की आवश्‍यकता निर्माण नहीं हुई थी। इनमें से ७१ संक्रमित पूरी तरह से स्वस्थ हुए हैं, यह भी स्वास्थ्य विभाग ने रेखांकित किया है। लेकिन, अलग अलग जिलों में डेल्टा प्लस के सामने आए संक्रमितों को देखकर जिनोम सिक्वेन्सिंग के लिए अधिक नमूने भेजने की आवश्‍यकता है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

इसी बीच, डेल्टा प्लस के सब लिनियज यानी ‘डेल्टा प्लस’ वेरियेंट के तीन उप-प्रकार भी राज्य में सामने आने का वृत्त है। देश में कोरोना के ‘डेल्टा वेरियंट’ के अब तक १३ उप-प्रकार देखे गए हैं। इन्हें ‘एवाय.१’ से ‘एवाय.१३’ नाम दिए गए हैं। इनमें से पहले तीन उप-प्रकार महाराष्ट्र में पाए गए हैं। ‘एवाय.१’, ‘एवाय.२’, ‘एवाय.३’ इनके नाम हैं।

महाराष्ट्र में देखे गए ‘डेल्टा प्लस’ के मामलों में ३१ मामले ‘एवाय.१’ के हैं। साथ ही ‘एवाय.३’ के २० और ‘एवाय.२’ के १० मामले दर्ज़ हुए हैं। इनमें से ‘एवाय.३’ प्रकार का मामला जून में सामने आया था और इसका संक्रमण कुछ हिस्सों में होने की बात स्पष्ट हुई है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ने ‘डेल्टा प्लस’ वेरियंट के इन उप-प्रकारों पर अभी कुछ भी खुलासा नहीं किया है। कोरोना का ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ ‘मोनोक्लोनल एंटिबोडीज्‌ कॉकटेल’ के इलाज से भी काबू ना होने की बात पहले ही सामने आयी थी। इस वजह से महाराष्ट्र में पाए जा रहे डेल्टा प्लस और इसके उप-प्रकार के संक्रमितों ने चिंता बढ़ाई है।

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