आयएस को युरोप में गृहयुद्ध भड़काना है, जर्मन विशेषज्ञ का दावा

बर्लिन, दि. ३० (वृत्तसंस्था) – प्रार्थनास्थल और मज़हब से जुड़े महत्त्वपूर्ण लोगों को लक्ष्य बनाने से समाज द्वारा उसपर कड़ी प्रतिक्रिया आ सकती है, यह ध्यान में रखते हुए आतंकवादी संगठन ‘आयएस’ द्वारा उन्हें लक्ष्य किया जा रहा है| इन हमलों के ज़रिये ‘आयएस’ युरोप में गृहयुद्ध भड़काना चाहता है, ऐसा दावा जर्मनी के विशेषज्ञ और विश्‍लेषक गायडो स्टेनबर्ग ने किया है| पिछले कई दिनों में, जर्मनी और फ्रान्स जैसे मुख्य युरोपीय देशों में ‘आयएस’ द्वारा आतंकवादी हमले हुए हैं तथा फ्रान्स के नॉर्मंडी में, प्रार्थनास्थल को निशाना बनाया गया था|

Steinberg गृहयुद्धजर्मनी के राष्ट्राध्यक्ष कार्यालय में सलाहकार के तौर पर कार्यरत रहें और अब ‘जर्मन इन्स्टिट्यूट फॉर इंटरनॅशनल ऍण्ड सिक्युरिटी अफेअर्स’  में विशेषज्ञ के पद पर काम करनेवाले स्टेनबर्ग ने, निर्वासितों के प्रति रहनेवाली जर्मनी की नीति की भी आलोचना की है| उन्होंने कहा कि ‘आयएस’ जैसा आतंकवादी संगठन युरोप में स्थित इस्लामधर्मिय और अन्य समुदायों में संघर्ष भड़काने के उद्दिष्ट से सक्रिय हुआ है|

terror atck map_express getty‘आयएस को पता है कि मज़हब से जुड़ीं चीजों पर निशाना साधने से युरोप में तीखी प्रतिक्रिया आ सकती है| प्रार्थनास्थल तथा महत्त्वपूर्ण लोगों पर हमले करने से, फ्रान्स के साथ ही पूरे युरोप में से क़रारा जवाब देनें की कोशिश होगी| पर लोगों को आयएस के हमलों पर तीखी प्रतिक्रिया देना टालना चाहिए| क्योंकि आयएस वही चाहता है’ ऐसी चेतावनी स्टेनबर्ग ने दी| उन्होंने आवाहन किया कि युरोप को ‘आयएस’ के खिलाफ एक होकर, एकता दिखाकर जवाब देना होगा|

अपने दावे का समर्थन करते हुए जर्मन विशेषज्ञ ने, पिछले कई महीनों से जर्मनी जैसे देश में, दक्षिणपंथीय आक्रामक विचारधारा के गुटों से हो रहे हिंसक घटनाओं की तरफ ध्यान खींचा| उसी के साथ, ‘आयएस’ द्वारा हो रहे हमलें और अन्य साज़िशों के लिए, जर्मनी द्वारा निर्वासितों के प्रति अमल की जा रही नीति ज़िम्मेदार होने का आरोप भी उन्होंने किया| ‘युरोप में आ रहें निर्वासित मानसिक और शारीरिक छल का शिकार हैं और वे नयीं, अनजानी जगहों पर दाखिल हो रहे हैं| उनके द्वारा किया जा रहा बर्ताव युरोपीय देशों के लिए भी नया है’, ऐसा स्टेनबर्ग ने कहा है|

इससे पहले, फ्रान्स में हुए आतंकवादी हमलों के बाद उच्चस्तरीय फ्रेंच सुरक्षा अधिकारियों द्वारा भी, देश में गृहयुद्ध भड़कने की संभावना जतायी गयी थी|

Leave a Reply

Your email address will not be published.